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झुंझुनूं:  पिलानी विद्या विहार नगर पालिका ने ई-मित्र स्थल को खाली करने का जारी किया नोटिस - Pilani Vidya Vihar Municipality

झुंझुनूं जिले की पिलानी विद्या विहार नगरपालिका ने जहां एक तरफ ई-मित्र स्थल को खाली करने का नोटिस निकाल दिया है. वहीं, दूसरी तरफ क्षतिग्रस्त रोड से परेशान लोगों ने सांसद नरेंद्र कुमार और विधायक जे पी चंदेलिया के व्यंग्यात्मक बैनर भी लगाए.

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Published : Sep 16, 2019, 12:16 AM IST

पिलानी (झुंझुनूं). जिले की पिलानी विद्या विहार नगरपालिका से जारी एक नोटिस विवाद का विषय बन गया है. एक तरफ ई-ओं ने ई-मित्र स्थल को खाली करने का नोटिस जारी कर दिया है, तो वहीं दूसरी तरफ पालिका उपाध्यक्ष समेत पार्षद और पूर्व पार्षद इस कार्रवाई को पालिका राजनीति दवाब के चलते की गई कार्रवाई बता रहे है.

नगर पालिका ने ई-मित्र स्थल को खाली करने का दिया निर्देश

वहीं, ई-मित्र संचालक राजेश कुमार का आरोप है कि पालिका ने उन्हें शुक्रवार को देर शाम को नोटिस दिया. उन्हें अपनी बात रखने का मौका तक नहीं दिया गया. साथ ही यह भी आरोप लगाया है कि पालिका पिछले छह माह से उनका ई-मित्र का किराया भी जमा नहीं कर रही है.

पढ़ें- रामेश्वर डूडी की बढ़ाई गई सुरक्षा, सीएम गहलोत ने दिए निर्देश

बता दें कि पिलानी विद्या विहार नगरपालिका के वार्ड नं. 3 निवासी राकेश कुमार पिछले एक-डेढ़ साल से पालिका कार्यालय के सामने चुंगी नाके पर एक ई-मित्र का संचालन कर रहे है. इस स्थान को पालिका ने ही आवंटन किया था. अब ई-मित्र के स्थान को निरस्त करने का निर्णय लिया है और आगामी तीन दिन में आवंटित जगह को 12 सितंबर को खाली करने का नोटिस जारी कर दिया गया है.

पढ़ें- अगर RSS नहीं होता तो यह देश ही नहीं होता : सतीश पूनिया

पालिका के उपाध्यक्ष हर्षवर्धन ने कहां कि नगरपालिका की 5 सितंबर को हुई बैठक में आवंटित ई-मित्र को निरस्त करने का कोई प्रस्ताव पास ही नहीं हुआ. सिर्फ ये चर्चा जरुर हुई है कि ई-मित्र संचालक अगर लापरवाही करता है, तो उसकी जांच की जाए. लापरवाही मिलने पर निरस्त की कार्रवाई की जाएगी. लेकिन पालिका ने आवंटित स्थान को निरस्त करने का नोटिस जारी कर दिया, जो कि गलत है.

पढ़ें- जयपुर जंक्शन पर बन रहे दो नए प्लेटफार्म आपको दुविधा में डाल सकते है...रेलवे कर रहा समाधान

पूर्व पार्षद पृथ्वीसिंह ने कहा कि विद्या विहार नगरपालिका की ये कार्रवाई पूर्णतया गलत है. ई-मित्र संचालक को अपनी बात रखने का मौका देना चाहिए. साथ ही कहा कि जब पालिका की बैठक में निरस्त करने का कोई प्रस्ताव पास ही नहीं किया गया है, तो फिर पालिका ने कैसे निरस्त करने का नोटिस जारी कर दिया. इस मामले में पालिका का कोई अधिकारी कुछ बोलने को तैयार ही नहीं है.

शिक्षा नगरी पिलानी में सड़क क्षतिग्रस्त होने से लोग है काफी परेशान

सड़क क्षतिग्रस्त होने से लोग हुए परेशान

वहीं, दूसरी ओर शिक्षा नगरी पिलानी में सड़क क्षतिग्रस्त होने से लोग काफी परेशान है. बता दें कि बिट्स पिलानी की ओर जाने वाले रास्ते की सड़क पूरी तरह से क्षतिग्रस्त् हो चुकी है. यहां से गुजरने वाली वाहनों का भी बुरा हाल हो गया है. लोगों का पैदल चलना भी दुसुवार हो गया है. इस मार्ग पर उपस्थित दुकाने भी धूल से ग्रसित हो गई है. स्थानीय लोग कई बार इस ग्रसित सड़कों के लिए आन्दोलन कर चुके है. लेकिन फिर भी कुछ नहीं हो पाया है.

क्षतिग्रस्त रोड पर सांसद और विधायक के धन्यवाद के बैनर

स्थानीय लोगों ने क्षतिग्रस्त सड़क को लेकर कई व्यंग्यात्मक बैनर भी लगाए. इसमें सांसद नरेंद्र कुमार और विधायक जे पी चंदेलिया को धन्यवाद दिया गया है. इस बीच पूर्व पार्षद पृथ्वीसिंह ने कहा कि सड़क का निर्माण कार्य नहीं होने से लोग काफी परेशान है. इसमें पीडब्ल्यूडी भी लापरवाही कर रहा है. परन्तु विभागीय अधिकारियों से बात करने पर वे नगरपालिका पर आरोप लगाते है कि वे पहले नालो का निर्माण करे. दोनों सिर्फ एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप करते नजर आ रहे है.

पिलानी (झुंझुनूं). जिले की पिलानी विद्या विहार नगरपालिका से जारी एक नोटिस विवाद का विषय बन गया है. एक तरफ ई-ओं ने ई-मित्र स्थल को खाली करने का नोटिस जारी कर दिया है, तो वहीं दूसरी तरफ पालिका उपाध्यक्ष समेत पार्षद और पूर्व पार्षद इस कार्रवाई को पालिका राजनीति दवाब के चलते की गई कार्रवाई बता रहे है.

नगर पालिका ने ई-मित्र स्थल को खाली करने का दिया निर्देश

वहीं, ई-मित्र संचालक राजेश कुमार का आरोप है कि पालिका ने उन्हें शुक्रवार को देर शाम को नोटिस दिया. उन्हें अपनी बात रखने का मौका तक नहीं दिया गया. साथ ही यह भी आरोप लगाया है कि पालिका पिछले छह माह से उनका ई-मित्र का किराया भी जमा नहीं कर रही है.

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बता दें कि पिलानी विद्या विहार नगरपालिका के वार्ड नं. 3 निवासी राकेश कुमार पिछले एक-डेढ़ साल से पालिका कार्यालय के सामने चुंगी नाके पर एक ई-मित्र का संचालन कर रहे है. इस स्थान को पालिका ने ही आवंटन किया था. अब ई-मित्र के स्थान को निरस्त करने का निर्णय लिया है और आगामी तीन दिन में आवंटित जगह को 12 सितंबर को खाली करने का नोटिस जारी कर दिया गया है.

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पालिका के उपाध्यक्ष हर्षवर्धन ने कहां कि नगरपालिका की 5 सितंबर को हुई बैठक में आवंटित ई-मित्र को निरस्त करने का कोई प्रस्ताव पास ही नहीं हुआ. सिर्फ ये चर्चा जरुर हुई है कि ई-मित्र संचालक अगर लापरवाही करता है, तो उसकी जांच की जाए. लापरवाही मिलने पर निरस्त की कार्रवाई की जाएगी. लेकिन पालिका ने आवंटित स्थान को निरस्त करने का नोटिस जारी कर दिया, जो कि गलत है.

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पूर्व पार्षद पृथ्वीसिंह ने कहा कि विद्या विहार नगरपालिका की ये कार्रवाई पूर्णतया गलत है. ई-मित्र संचालक को अपनी बात रखने का मौका देना चाहिए. साथ ही कहा कि जब पालिका की बैठक में निरस्त करने का कोई प्रस्ताव पास ही नहीं किया गया है, तो फिर पालिका ने कैसे निरस्त करने का नोटिस जारी कर दिया. इस मामले में पालिका का कोई अधिकारी कुछ बोलने को तैयार ही नहीं है.

शिक्षा नगरी पिलानी में सड़क क्षतिग्रस्त होने से लोग है काफी परेशान

सड़क क्षतिग्रस्त होने से लोग हुए परेशान

वहीं, दूसरी ओर शिक्षा नगरी पिलानी में सड़क क्षतिग्रस्त होने से लोग काफी परेशान है. बता दें कि बिट्स पिलानी की ओर जाने वाले रास्ते की सड़क पूरी तरह से क्षतिग्रस्त् हो चुकी है. यहां से गुजरने वाली वाहनों का भी बुरा हाल हो गया है. लोगों का पैदल चलना भी दुसुवार हो गया है. इस मार्ग पर उपस्थित दुकाने भी धूल से ग्रसित हो गई है. स्थानीय लोग कई बार इस ग्रसित सड़कों के लिए आन्दोलन कर चुके है. लेकिन फिर भी कुछ नहीं हो पाया है.

क्षतिग्रस्त रोड पर सांसद और विधायक के धन्यवाद के बैनर

स्थानीय लोगों ने क्षतिग्रस्त सड़क को लेकर कई व्यंग्यात्मक बैनर भी लगाए. इसमें सांसद नरेंद्र कुमार और विधायक जे पी चंदेलिया को धन्यवाद दिया गया है. इस बीच पूर्व पार्षद पृथ्वीसिंह ने कहा कि सड़क का निर्माण कार्य नहीं होने से लोग काफी परेशान है. इसमें पीडब्ल्यूडी भी लापरवाही कर रहा है. परन्तु विभागीय अधिकारियों से बात करने पर वे नगरपालिका पर आरोप लगाते है कि वे पहले नालो का निर्माण करे. दोनों सिर्फ एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप करते नजर आ रहे है.

Intro:पिलानी विद्या विहार नगर पालिका का नोटिस
ईमित्र स्थल को खाली करने का नोटिस
जबकि पालिका की बैठक में पार्षदों इस प्रस्ताव जताई थी असहमति
पार्षदों ने पालिका की इस काईवाई पर जताया विरोध
पिलानी/झुंझुनूं।
पिलानी की विद्या विहार नगरपालिका…यहां नगरपालिका से एक नोटिस जारी किया गया है, जो विवाद का विषय बन गया है। एक तरफ ईओं ने ईमित्र स्थल को खाली करने का नोटिस निकाल दिया है तो वहीं दूसरी तरफ पालिका उपाध्यक्ष समेत पार्षद एवं पूर्व पार्षद इस काईवाई को पालिका राजनीति दवाब के चलते की गई काईवाई बता रहे है। वहीं ईमित्र संचालित कर रहे है, उनका भी आरोप है कि पालिका ने उन्हें शुक्रवार को देर शाम को नोटिस दिया, उन्हें अपनी बात रखने का मौका तक नहीं दिया गया तथा ये भी आरोप लगाया कि पालिका पिछले छह माह से उनका ईमित्र का किराया भी जमा नहीं कर रही है। Body:बता दे कि पिलानी विद्या विहार नगरपालिका के वार्ड 3 निवासी राकेश कुमार के द्वारा पिछले एक-डेढ़ साल से पालिका कार्यालय के सामने चुंगी नाके पर एक ईमित्र का संचालन किया जा रहा है। इस स्थान को पालिका ने ही आवंटन किया था। अब ईमित्र के लिए आवंटित की गई ई मित्र के स्थान को निरस्त करने का निर्णय लिया है और आगामी तीन दिन में आवंटित जगह को खाली करने का नोटिस दिया है। 12 सितंबर को ये नोटिस जारी किया गया। ईमित्र संचालक राजेश कुमार का कहना है कि उन्हें नोटिस दिया गया, लेकिन उन्हें अपनी बात रखने का मौका भी नहीं दिया गया।

पालिका के उपाध्यक्ष हर्षवर्धन ने कहां कि नगरपालिका की 5 सितंबर 19 को हुई बैठक में आवंटित ईमित्र को निरस्त करने का कोई प्रस्ताव पास ही नहीं हुआ। सिर्फ ये चर्चा जरुर हुई कि ईमित्र संचालक अगर लापरवाही करता है और शिकायत आती है तो उसकी जांच की जाए और अगर लापरवाही मिलती है तो फिर निरस्त की काईवाई की जाए। पार्षदों ने ऐसा कोई प्रस्ताव नहीं लिया कि ईमित्र के आवंटित स्थान को निरस्त किया जाए। लेकिन पालिका ने आवंटित स्थान को निरस्त करने का नोटिस जारी कर दिया। जो कि गलत है।
पूर्व पार्षद पृथ्वीसिंह ने कहां कि विद्या विहार नगरपालिका की ये काईवाई पूर्णतया गलत है। ईमित्र संचालक को अपनी बात रखने का मौका देना चाहिए तथा जब पालिका की बैठक में इस प्रस्ताव में निरस्त करने का प्रस्ताव पास नहीं किया गया तो फिर पालिका ने कैसे निरस्त करने का नोटिस जारी कर दिया।
उधर, इस मामले में पालिका के अधिकारी कुछ भी बोलने को तैयार नहीं है। मीडिया ने जब इस मामले में पालिका पक्ष जानना चाहा, तो पालिका के अधिकारी ने फोन तक रिसीव नहीं किया।
बाइट 01- राजेश कुमार, ईमित्र संचालक।
बाइट 02- हर्षवर्धन, पालिका उपाध्यक्ष।
बाइट 03- पृथ्वीसिंह, पूर्व पार्षद।Conclusion:
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