ETV Bharat / state

अब गर्भवती महिलाओं को 14423 नंबर डायल करने पर मिलेगी पूरी स्वास्थ्य देखभाल की जानकारी - नवजात शिशुओं की देखरेख

स्वास्थ्य विभाग ने गर्भवती महिलाओं और नवजात शिशुओं की देखरेख के लिए शुरू की गई किलकारी योजना के टोल फ्री नंबर में बदलाव किया है. किलकारी योजना के तहत गर्भवती महिलाओं को मोबाइल से एक वॉइस मैसेज भेजा जाता है.

Jhunjhunu news, health care information
गर्भवती महिलाओं को 14423 नंबर डायल करने पर मिलेगी पूरी स्वास्थ्य देखभाल की जानकारी
author img

By

Published : Feb 18, 2021, 9:14 PM IST

झुंझुनू. स्वास्थ्य विभाग ने गर्भवती महिलाओं और नवजात शिशुओं की देखरेख के लिए शुरू की गई किलकारी योजना के टोल फ्री नंबर में बदलाव किया है. किलकारी योजना के तहत गर्भवती महिलाओं को मोबाइल से एक वॉइस मैसेज भेजा जाता है, जिसमें महिला के गर्भवती होने के चार माह से लेकर बच्चे के जन्म के एक वर्ष तक दोनों के स्वास्थ्य संबंधी जरूरतों को पूरा करने को लेकर जानकारी भेजी जाती है.

गर्भवती महिलाएं अपना मोबाइल नंबर नहीं बदले

मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. छोटेलाल गुर्जर ने बताया कि योजना के तहत गर्भवती महिलाओं को स्वास्थ्य संबंधी वॉयस मैसेज प्राप्त हो रहे हैं. उन्होंने लाभार्थियों से अपील की कि गर्भवती महिला गर्भकाल के दौरान अपना मोबाइल नंबर नहीं बदले. स्वास्थ्य विभाग से उनके पास कोई भी वॉइस मैसेज आए तो उसे आवश्यक रूप से सुना जाए. इस योजना के तहत 18 माह में 72 वॉइस मैसेज भेजे जाते हैं. वॉइस मैसेज को दोबारा सुनने के लिए नि:शुल्क नंबर 14423 डायल कर सकते हैं. इसके लिए पहले 180030101703 नंबर था. अब यह बदल दिया गया है. उन्होंने बताया कि किलकारी सेवा के तहत अब जच्चा की देखरेख के साथ लोग बच्चे पालने के गुर भी सीख सकेंगे. साथ ही बच्चे को भूख लगने से लेकर उसे सुलाने, चुप कराने, दूध पिलाने तथा खिलाने तक के तरीकों की जानकारी टीकाकरण कार्ड के साथ किलकारी सेवा पर होती है.

मोबाइल एकेडमी के लिए डायल करना होगा 14424

चिकित्सा सेवा को और सुदृढ़ करने की नीयत से सरकार ने आशाओं के लिए मोबाइल एकेडमी योजना शुरू की है. इसके तहत सरकार की ओर से आशा कार्यकर्ताओं को मोबाइल एप की मदद से गर्भवती महिलाओं पांच साल तक के बच्चों की देखभाल संबंधी ट्रेनिंग दी जाएगी. फिर ये आशाएं जिले की गर्भवती महिलाओं बच्चों की विशेष तरह देखभाल कर सकेगी.

यह भी पढ़ें-

शिशु मातृ मृत्यु दर में कमी करने के हो रहे है प्रयास

सीएमएचओ डॉ. गुर्जर ने बताया कि सरकार शिशु मातृ मृत्यु दर को कम करने के लिए चिकित्सा महकमें में कई नवाचार कर रही है. इसी के चलते सरकार ने गर्भवती महिलाओं शिशुओं की देखभाल को और बेहतर करने के लिए मोबाइल एकेडमी योजना शुरू की थी. इसमें जिले की आशाओं को मोबाइल एकेडमी ट्रेनिंग कोर्स करवाया जा रहा है. इस योजना में करीब 240 मिनट के इस ट्रेनिंग कोर्स में गर्भावस्था से लेकर जन्म के बाद दो साल तक की संपूर्ण जानकारी मौजूद है. इसके जरिये मां-बच्चे की जिंदगी बचाने में सहायता मिलेगी. इस कोर्स को ग्यारह हिस्सों बांटा गया है. हर हिस्से में चार पाठ और हिस्से के आखिरी में सवाल जवाब का खेल है. एकेडमी योजना से जुड़ने के लिए पहले आशाओं को 180030101704 नंबर डायल करना था, लेकिन अब इसे बदलकर 14424 कर दिया है.

झुंझुनू. स्वास्थ्य विभाग ने गर्भवती महिलाओं और नवजात शिशुओं की देखरेख के लिए शुरू की गई किलकारी योजना के टोल फ्री नंबर में बदलाव किया है. किलकारी योजना के तहत गर्भवती महिलाओं को मोबाइल से एक वॉइस मैसेज भेजा जाता है, जिसमें महिला के गर्भवती होने के चार माह से लेकर बच्चे के जन्म के एक वर्ष तक दोनों के स्वास्थ्य संबंधी जरूरतों को पूरा करने को लेकर जानकारी भेजी जाती है.

गर्भवती महिलाएं अपना मोबाइल नंबर नहीं बदले

मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. छोटेलाल गुर्जर ने बताया कि योजना के तहत गर्भवती महिलाओं को स्वास्थ्य संबंधी वॉयस मैसेज प्राप्त हो रहे हैं. उन्होंने लाभार्थियों से अपील की कि गर्भवती महिला गर्भकाल के दौरान अपना मोबाइल नंबर नहीं बदले. स्वास्थ्य विभाग से उनके पास कोई भी वॉइस मैसेज आए तो उसे आवश्यक रूप से सुना जाए. इस योजना के तहत 18 माह में 72 वॉइस मैसेज भेजे जाते हैं. वॉइस मैसेज को दोबारा सुनने के लिए नि:शुल्क नंबर 14423 डायल कर सकते हैं. इसके लिए पहले 180030101703 नंबर था. अब यह बदल दिया गया है. उन्होंने बताया कि किलकारी सेवा के तहत अब जच्चा की देखरेख के साथ लोग बच्चे पालने के गुर भी सीख सकेंगे. साथ ही बच्चे को भूख लगने से लेकर उसे सुलाने, चुप कराने, दूध पिलाने तथा खिलाने तक के तरीकों की जानकारी टीकाकरण कार्ड के साथ किलकारी सेवा पर होती है.

मोबाइल एकेडमी के लिए डायल करना होगा 14424

चिकित्सा सेवा को और सुदृढ़ करने की नीयत से सरकार ने आशाओं के लिए मोबाइल एकेडमी योजना शुरू की है. इसके तहत सरकार की ओर से आशा कार्यकर्ताओं को मोबाइल एप की मदद से गर्भवती महिलाओं पांच साल तक के बच्चों की देखभाल संबंधी ट्रेनिंग दी जाएगी. फिर ये आशाएं जिले की गर्भवती महिलाओं बच्चों की विशेष तरह देखभाल कर सकेगी.

यह भी पढ़ें-

शिशु मातृ मृत्यु दर में कमी करने के हो रहे है प्रयास

सीएमएचओ डॉ. गुर्जर ने बताया कि सरकार शिशु मातृ मृत्यु दर को कम करने के लिए चिकित्सा महकमें में कई नवाचार कर रही है. इसी के चलते सरकार ने गर्भवती महिलाओं शिशुओं की देखभाल को और बेहतर करने के लिए मोबाइल एकेडमी योजना शुरू की थी. इसमें जिले की आशाओं को मोबाइल एकेडमी ट्रेनिंग कोर्स करवाया जा रहा है. इस योजना में करीब 240 मिनट के इस ट्रेनिंग कोर्स में गर्भावस्था से लेकर जन्म के बाद दो साल तक की संपूर्ण जानकारी मौजूद है. इसके जरिये मां-बच्चे की जिंदगी बचाने में सहायता मिलेगी. इस कोर्स को ग्यारह हिस्सों बांटा गया है. हर हिस्से में चार पाठ और हिस्से के आखिरी में सवाल जवाब का खेल है. एकेडमी योजना से जुड़ने के लिए पहले आशाओं को 180030101704 नंबर डायल करना था, लेकिन अब इसे बदलकर 14424 कर दिया है.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.