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स्पेशल रिपोर्ट: सिर्फ इस वजह से झुंझुनू के लिए देश और प्रदेश की राजधानी है दूर - delhi trains from jhunjhunu

झुंझुनू के लोगों को नियमित रेल सेवाएं नहीं मिल पा रही हैं. यहां की जनता को अभी भी दिल्ली और जयपुर के लिए नियमित ट्रेन उपलब्ध नहीं हुई है. तत्कालीन रेल राज्यमंत्री मनोज सिन्हा ने कहा था कि मई में जयपुर तक ट्रेन चल जाएगी. लेकिन अब तक ट्रेन का कार्य पूरा नहीं हो पाया है.

रेल सेवा की कमीं, lack of rail services,
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Published : Sep 14, 2019, 12:42 PM IST

झुंझुनू. दुनिया भर में रेल सेवा को सबसे सस्ता और सुगम यातायात का साधन माना जाता है. लेकिन झुंझुनू जिले के लिए ये रेल सेवाएं अब तक पूरी तरह से उपलब्ध नहीं हो पाई हैं. शहर में ब्रॉड गेज लाइन है, खूब यात्री भार है, लेकिन बावजूद इसके लोग इस सुविधा से महरूम है. जिले के लिए देश की राजधानी दिल्ली की नियमित रेल सेवा अभी दूर ही नजर आ रही है. वहीं जयपुर के लिए ट्रेन की सेवा भी अभी ख्वाब जैसा ही है.

झुंझुनू है रेल सेवाओं से महरुम

बता दें कि जयपुर से दिल्ली वाया सीकर, झुंझुनू और लोहारू एक भी नियमित ट्रेन नहीं है. इसी साल 21 फरवरी को झुंझुनू आए तत्कालीन रेल राज्यमंत्री मनोज सिन्हा ने कहा था कि मई में जयपुर तक ट्रेन चला देंगे. रेलवे ने जयपुर दिल्ली के बीच चलने वाली ट्रेन का टाइम टेबल भी ढाई माह पहले जारी कर दिया था. लेकिन अब तक ट्रेन का काम ही पूरा नहीं हो पाया है. साथ ही ट्रेन का संचालन भी नहीं हुआ है.

पढ़ें: भिवाड़ी डिस्कॉम में महिलाओं का धरना, जबरन मीटर उखाड़ने का आरोप

22 साल पहले चलती थी ट्रेन...

जिले में साल 1997 से पहले रोजाना एक ट्रेन दिल्ली-जयपुर के बीच चलती थी. जो छोटी लाइन की ट्रेन थी. लेकिन लोगों को इससे बड़ी सुविधा थी. बाद में कभी लोहारू में काम चलने लगा, तो कभी सराय रोहिल्ला का काम हुआ. इसके बाद यहां बड़ी लाइन यानी ब्राडगेज का काम शुरू हो गया. अब इस काम को पूरे हुए भी 2 साल से अधिक हो गए हैं. लेकिन अभी ट्रेन केवल रींगस तक ही जाती है. वह भी केवल एक ही ट्रेन के 2 फेरे लगते हैं और सप्ताह में केवल 3 दिन ही ट्रेन सराय रोहिल्ला तक जाती है.

चूरू से हर आधा घंटे में है ट्रेन...

वहीं शेखावटी के एक अन्य जिले चूरु से हर आधे घंटे में दिल्ली के लिए ट्रेन है. जबकि झुंझुनू के लिए 24 घंटे में भी नहीं है. ऐसे में लोगों का कहना है कि उनके साथ यह अन्याय क्यों हो रहा है. ऐसे में लोग निजी परिवहन सेवाओं के भरोसे किसी तरह से अपना सफर पूरा कर रहे हैं.

पढ़ें: बहरोड़ लॉकअप ब्रेक कांड : आरोपियों को 10 दिन की न्यायिक अभिरक्षा पर एसओजी को सौंपा

जनता की हैं और भी मांगें...

शेखावाटी रेल सेवा संघर्ष समिति की ओर से रेल सेवा में विस्तार करने के लिए और भी कई तरह की मांग की गईं हैं. जिसमें जयपुर से हरिद्वार वाया रींगस- सीकर-लोहारू-दिल्ली, दिल्ली-मुंबई वाया लोहारू-झुंझुनू-सीकर-रींगस-जयपुर-सवाई माधोपुर तथा वाया अजमेर और अहमदाबाद के लिए भी नई रेल सेवा शुरू करने की मांग है. लेकिन यह तो दूर की ही कोड़ी नजर आ रही है.

झुंझुनू. दुनिया भर में रेल सेवा को सबसे सस्ता और सुगम यातायात का साधन माना जाता है. लेकिन झुंझुनू जिले के लिए ये रेल सेवाएं अब तक पूरी तरह से उपलब्ध नहीं हो पाई हैं. शहर में ब्रॉड गेज लाइन है, खूब यात्री भार है, लेकिन बावजूद इसके लोग इस सुविधा से महरूम है. जिले के लिए देश की राजधानी दिल्ली की नियमित रेल सेवा अभी दूर ही नजर आ रही है. वहीं जयपुर के लिए ट्रेन की सेवा भी अभी ख्वाब जैसा ही है.

झुंझुनू है रेल सेवाओं से महरुम

बता दें कि जयपुर से दिल्ली वाया सीकर, झुंझुनू और लोहारू एक भी नियमित ट्रेन नहीं है. इसी साल 21 फरवरी को झुंझुनू आए तत्कालीन रेल राज्यमंत्री मनोज सिन्हा ने कहा था कि मई में जयपुर तक ट्रेन चला देंगे. रेलवे ने जयपुर दिल्ली के बीच चलने वाली ट्रेन का टाइम टेबल भी ढाई माह पहले जारी कर दिया था. लेकिन अब तक ट्रेन का काम ही पूरा नहीं हो पाया है. साथ ही ट्रेन का संचालन भी नहीं हुआ है.

पढ़ें: भिवाड़ी डिस्कॉम में महिलाओं का धरना, जबरन मीटर उखाड़ने का आरोप

22 साल पहले चलती थी ट्रेन...

जिले में साल 1997 से पहले रोजाना एक ट्रेन दिल्ली-जयपुर के बीच चलती थी. जो छोटी लाइन की ट्रेन थी. लेकिन लोगों को इससे बड़ी सुविधा थी. बाद में कभी लोहारू में काम चलने लगा, तो कभी सराय रोहिल्ला का काम हुआ. इसके बाद यहां बड़ी लाइन यानी ब्राडगेज का काम शुरू हो गया. अब इस काम को पूरे हुए भी 2 साल से अधिक हो गए हैं. लेकिन अभी ट्रेन केवल रींगस तक ही जाती है. वह भी केवल एक ही ट्रेन के 2 फेरे लगते हैं और सप्ताह में केवल 3 दिन ही ट्रेन सराय रोहिल्ला तक जाती है.

चूरू से हर आधा घंटे में है ट्रेन...

वहीं शेखावटी के एक अन्य जिले चूरु से हर आधे घंटे में दिल्ली के लिए ट्रेन है. जबकि झुंझुनू के लिए 24 घंटे में भी नहीं है. ऐसे में लोगों का कहना है कि उनके साथ यह अन्याय क्यों हो रहा है. ऐसे में लोग निजी परिवहन सेवाओं के भरोसे किसी तरह से अपना सफर पूरा कर रहे हैं.

पढ़ें: बहरोड़ लॉकअप ब्रेक कांड : आरोपियों को 10 दिन की न्यायिक अभिरक्षा पर एसओजी को सौंपा

जनता की हैं और भी मांगें...

शेखावाटी रेल सेवा संघर्ष समिति की ओर से रेल सेवा में विस्तार करने के लिए और भी कई तरह की मांग की गईं हैं. जिसमें जयपुर से हरिद्वार वाया रींगस- सीकर-लोहारू-दिल्ली, दिल्ली-मुंबई वाया लोहारू-झुंझुनू-सीकर-रींगस-जयपुर-सवाई माधोपुर तथा वाया अजमेर और अहमदाबाद के लिए भी नई रेल सेवा शुरू करने की मांग है. लेकिन यह तो दूर की ही कोड़ी नजर आ रही है.

Intro:दुनिया भर में रेल सेवा को सबसे सस्ता सुगम यातायात का साधन माना जाता है लेकिन शेखावाटी के झुंझुनू जिले के लोगों को यह सुविधा नहीं मिल रही है। ब्रॉड गेज लाइन भी है खूब यात्री भार भी है लेकिन इसके बावजूद लोग इस सुविधा से महरूम है।.


Body:झुंझुनू। देश को सबसे ज्यादा सैनिक व उद्योगपति देने वाले झुंझुनू जिले के लिए देश की राजधानी दिल्ली की नियमित रेल सेवा अभी दूर ही नजर आ रही है। तो राज्य की राजधानी जयपुर के लिए ट्रेन की सेवा भी अभी ख्वाब जैसा ही है जयपुर से दिल्ली वाया सीकर, झुंझुनू व लोहारू, दिल्ली एक भी नियमित ट्रेन नहीं है। इसी साल 21 फरवरी को झुंझुनू आए तत्कालीन रेल राज्यमंत्री मनोज सिन्हा ने कहा था कि मई में जयपुर तक ट्रेन चला देंगे। रेलवे ने जयपुर दिल्ली के बीच चलने वाली ट्रेन का टाइम टेबल भी ढाई माह पहले जारी कर दिया था लेकिन अभी ट्रेन का काम ही पूरा नहीं हो पाया और ट्रेन का संचालन भी नहीं हो पाया है।

22 साल पहले चलती थी ट्रेन
यहां पर 1997 से पहले रोजाना एक ट्रेन दिल्ली जयपुर के बीच चलती थी जो छोटी लाइन की ट्रेन थी लेकिन लोगों के लिए बड़ा सुविधा का काम होता था। बाद में कभी लोहारू में काम चलने लगा कभी सराय रोहिल्ला का काम हुआ। इसके बाद यहां बड़ी लाइन यानी ब्राडगेज का काम शुरू हो गया अब इस काम को पूरे हुए भी 2 साल से अधिक हो गए हैं लेकिन अभी ट्रेन केवल रींगस तक की जाती है। वह भी केवल एक ही ट्रेन के 2 फेरे लगते हैं और सप्ताह में केवल तीन 3 दिन तक ट्रेन सराय रोहिल्ला तक जाती है।

चूरू से हर आधा घंटे में ट्रेन

वही शेखावटी के लिए एक अन्य जिले चूरु से हर आधे घंटे में दिल्ली के लिए ट्रेन है जबकि झुंझुनू के लिए 24 घंटे में भी नहीं है। ऐसे में लोगों को बड़ी पीड़ा है कि उनके साथ यह अन्याय क्यों हो रहा है ऐसे में लोग जहां निजी परिवहन सेवाओं के भरोसे किसी तरह से अपना सफर पूरा कर रहे हैं। जो मनमर्जी से अपना किराया तय करते हैं और सुरक्षित सफर की कोई गारंटी भी नहीं होती है।

मांगे तो और भी है
शेखावाटी रेल सेवा संघर्ष समिति की ओर से रेल सेवा में विस्तार करने के लिए और भी कई तरह की मांग की है। जिसमें जयपुर से हरिद्वार वाया रींगस- सीकर-लोहारू-दिल्ली,दिल्ली मुंबई वाया लोहारू-झुंझुनू-सीकर-रींगस-जयपुर-सवाई माधोपुर तथा वाया अजमेर अहमदाबाद के लिए भी नई रेल सेवा शुरू करने की मांग की है। लेकिन यह तो दूर की ही कोड़ी नजर आ रही है क्योंकि अभी तक जयपुर तक ट्रेन ही नहीं चल रही है और ना ही दिल्ली के लिए नियमित सेवा है।


व्हाइट वन

मंजूषा जैन डीआरएम उत्तर पश्चिमी रेलवे

प्रदीप अग्रवाल अध्यक्ष शेखावाटी रेल संघर्ष समिति


Conclusion:
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