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शेखावाटी का लाल लद्दाख में शहीद, घर में मचा कोहराम

शुक्रवार को झुंझुनू जिले का एक सैनिक लद्दाख में शहीद हो गया. जानकारी के अनुसार रविवार दोपहर तक उनका पार्थिव शरीर पैतृक गांव पहुंचने की संभावना है. वहीं खबर के बाद शहीद के परिवार का रो रो कर बुरा हाल है.

झुंझुनू का लाल लद्दाख में शहीद,  Jhunjhunu's martyr in Ladakh
झुंझुनू का लाल लद्दाख में शहीद
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Published : May 9, 2020, 11:15 PM IST

झुंझुनू. जिले के एक और जवान ने अपनी शहादत देकर माटी का मोल चुकाया है. अभी तक मिली जानकारी के अनुसार नवलगढ़ के बघेरा के पास पनिया की ढाणी निवासी अमीलाल की लद्दाख में शहादत हुई है. बताया जा रहा है कि वह शुक्रवार को ही शहीद हो गए थे, लेकिन परिवार जनों और जिला प्रशासन के पास सूचना शनिवार को दी गई है.

संभवतया रविवार दोपहर तक उनका पार्थिव शरीर पैतृक गांव पहुंचने की संभावना है. नायब सूबेदार अमीलाल पूर्वी लद्दाख में शहीद हुए हैं और एयरपोर्ट से उनका शव रवाना किया जाएगा. जहां पर पहले उनको सैल्यूट किया जाएगा.

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जनवरी माह में गए थे ड्यूटी

बताया जा रहा है कि जनवरी माह के अंतिम सप्ताह में ड्यूटी के लिए लद्दाख गए थे. उनके एक 20 वर्षीय पुत्र 14 वर्षीय पुत्री है, जो अभी अध्ययनरत हैं. शहीद का परिवार सीकर रहता है, लेकिन सैनिक सम्मान के साथ अंत्येष्टि उनके पैतृक गांव पनिया की ढाणी में की जाएगी. बताया जा रहा है कि पार्थिव शरीर वायु मार्ग से दिल्ली लाया जाएगा और वहां से सड़क मार्ग से शहीद के गांव के लिए रवाना किया जाएगा.

पढ़ेंः SPECIAL: कोरोना जांच में जोधपुर ने दुनिया के कई बड़े देशों को इस फॉर्मूले के आधार पर पछाड़ा, पढ़िए पूरी रिपोर्ट..

परिवार में मचा कोहराम

सूचना के साथ ही शहीद की मां, पत्नी और भाई का रो रो कर बुरा हाल है. गांव में भी सूचना लग चुकी है, ऐसे में परिवार के लोग उनको सांत्वना दे रहे हैं. गांव के लोगों ने बताया कि 45 वर्षीय शहीद बेहद मिलनसार थे और जब भी गांव आते थे, गांव के लोगों से गांव के विकास की चर्चा किया करते थे.

झुंझुनू. जिले के एक और जवान ने अपनी शहादत देकर माटी का मोल चुकाया है. अभी तक मिली जानकारी के अनुसार नवलगढ़ के बघेरा के पास पनिया की ढाणी निवासी अमीलाल की लद्दाख में शहादत हुई है. बताया जा रहा है कि वह शुक्रवार को ही शहीद हो गए थे, लेकिन परिवार जनों और जिला प्रशासन के पास सूचना शनिवार को दी गई है.

संभवतया रविवार दोपहर तक उनका पार्थिव शरीर पैतृक गांव पहुंचने की संभावना है. नायब सूबेदार अमीलाल पूर्वी लद्दाख में शहीद हुए हैं और एयरपोर्ट से उनका शव रवाना किया जाएगा. जहां पर पहले उनको सैल्यूट किया जाएगा.

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जनवरी माह में गए थे ड्यूटी

बताया जा रहा है कि जनवरी माह के अंतिम सप्ताह में ड्यूटी के लिए लद्दाख गए थे. उनके एक 20 वर्षीय पुत्र 14 वर्षीय पुत्री है, जो अभी अध्ययनरत हैं. शहीद का परिवार सीकर रहता है, लेकिन सैनिक सम्मान के साथ अंत्येष्टि उनके पैतृक गांव पनिया की ढाणी में की जाएगी. बताया जा रहा है कि पार्थिव शरीर वायु मार्ग से दिल्ली लाया जाएगा और वहां से सड़क मार्ग से शहीद के गांव के लिए रवाना किया जाएगा.

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परिवार में मचा कोहराम

सूचना के साथ ही शहीद की मां, पत्नी और भाई का रो रो कर बुरा हाल है. गांव में भी सूचना लग चुकी है, ऐसे में परिवार के लोग उनको सांत्वना दे रहे हैं. गांव के लोगों ने बताया कि 45 वर्षीय शहीद बेहद मिलनसार थे और जब भी गांव आते थे, गांव के लोगों से गांव के विकास की चर्चा किया करते थे.

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