सिंघाना (झुंझुनू). झुंझुनू की सिंघाना पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए चार दोस्तों को हथियारों के साथ दबोचा है. चारों स्कूल-कॉलेज में पढ़ने वाले छात्र हैं. हथियार भी उन्होंने खुद ही खरीदे हैं. इनमें से तीन दोस्त अभी स्कूल में ही पढ़ रहे हैं. दोस्तों के बीच हथियार दिखाकर धाक जमाने के लिए ये इंदौर और सोनीपत से अवैध हथियार लेकर आए हैं. रविवार को पुलिस ने इस मामले में चार में से दो दोस्तों को गिरफ्तार किया है जबकि दो को नाबालिग होने पर निरुद्ध किया है.
बुहाना डीएसपी ज्ञानसिंह ने बताया कि सिंघाना थाने के कांस्टेबल अजय भालोठिया तथा संजयकुमार को इनपुट मिला था कि डूमोली खुर्द, कुठानिया, पालोता गांव के कुछ बच्चों के पास हथियार देखे गए हैं. इस पर अलग-अलग टीमें बनाकर चारों दोस्तों को पकड़ा गया. इनके पास से एक देशी पिस्टल, तीन देशी कट्टे, दो जिंदा कारतूस तथा तीन खाली कारतूस जब्त किए गए हैं.
बताया जा रहा है इनमें गिरफ्तार आरोपी पालोता निवासी विपिन जाट स्नातक द्वितीय वर्ष का छात्र है तो वहीं डूमोली खुर्द निवासी राजेश अहीर 12वीं कक्षा में पढ़ता है. इसके अलावा दो और नाबालिगों को निरुद्ध किया गया है. इनमें से एक की उम्र 15 साल है जो कक्षा 10 में तथा दूसरे की उम्र 17 साल है जो 11वीं का छात्र है. हथियार को लेकर पूछा तो बोले-पांच साल बाद पपला गुर्जर से भी बड़ा बनकर दिखाउंगा.
सबसे छोटे लड़के के पास सबसे महंगी पिस्टल
सूत्रों की मानें तो इन चार दोस्तों में जो सबसे छोटा है, वह सबसे शातिर है. 15 साल का यह बालक दो बार मारपीट के मामलों में पहले भी निरुद्ध किया जा चुका है. पुलिस ने जब इस बालक से पूछताछ की तो बोला, 'पांच साल में मैं पपला गुर्जर को भी फेल कर दूंगा'. उसके मोबाइल से हथियारों की फोटो मिली और फिर कड़ी से कड़ी जोड़कर चारों को दबोचा गया.
पढ़ें: अवैध खनन पर कार्रवाई, प्रदेश में पिछले 24 घंटों में 53 वाहन और मशीनरी जब्त, 3 FIR, दो गिरफ्तार
कांस्टेबल अजय भालोठिया को सराहा
सिंघाना थाने के कांस्टेबल अजय भालोठिया का कार्य इसमें सबसे अच्छा रहा. चूंकि आरोपियों में बाल अपचारी थे. इसलिए उनसे पूछताछ करना भी बेहद संजीदा विषय रहा. इसलिए भालोठिया ने बिना किसी भय के 15 साल के बच्चे को सबसे पहले विश्वास में लेकर उसकी तीन दोस्तों को एक—एक कर दबोचा। अजय भालोठिया इससे पहले डीएसटी टीम के भी सदस्य रह चुके हैं.
सबसे महंगी पिस्टल भी छोटे की
पकड़े गए चार लड़कों में सबसे महंगी पिस्टल भी इसी 15 साल के बालक की है. जो उसने इंदौर से 25 हजार रुपए में खरीदकर लाई है. ये देशी पिस्टल हैं जो स्टील की हैं. इसके अलावा दो जनों ने 5-5 हजार रुपए में सोनीपत व मध्यप्रदेश से देशी कट्टे खरीदकर लाने की जानकारी पुलिस को दी है. इसमें से एक बालक का कहना है कि उसे खेत में देशी कट्टा पड़ा मिला था.
पढ़ें: पालीः निजी होटल में वैश्यावृत्ति का भांडाफोड़, युवती सहित ग्राहक और होटल संचालक गिरफ्तार
फेसबुक के माध्यम से हथियार तस्करों से जुड़े
पुलिस पूछताछ में सामने आया है कि 15 साल का स्कूली छात्र ही इन चारों दोस्तों में मास्टर माइंड है. इसने फेसबुक के जरिए ही सोनीपत और मध्यप्रदेश में हथियार तस्करों से संपर्क साधा और फिर डील पूरी होने के बाद वहां जाकर हथियार लेकर आया. इनके पास ये हथियार करीब छह महीने से हैं.
तीन कारतूसों का आखिर क्या किया
पुलिस के सामने सबसे बड़ा सवाल यह है कि जो तीन खाली कारतूस मिले हैं उसका प्रयोग कहां किया गया है. इसे लेकर पुलिस उनसे पूछताछ करेगी. प्रथम दृष्टया माना जा रहा है कि दोस्तों के बीच अपनी धौंस जमाने के लिए ये तीन कारतूस यूं ही चलाए हैं, फिलहल इनसे पूछताछ की जा रही है.