झुंझुनू. जिले में 17 मार्च को कोरोनावायरस से पॉजिटिव शुरुआती 3 केस आए थे. इसके साथ ही झुंझुनू जिले में सैंपलिंग भी शुरू हो गई है. अब तक के रिकॉर्ड के अनुसार झुंझुनू जिले में 3644 सैंपल की जांच हो चुकी है और उसमें से केवल 36 लोग पॉजिटिव पाए गए हैं.
बता दें कि इस तरह से सैंपल की जांच करवाने में झुंझुनू जिला राजस्थान में चौथे स्थान पर है, वहीं पॉजिटिव पाए जाने के मामले में पूरे राजस्थान में सातवें स्थान पर है. बांसवाड़ा में केवल 731 सैंपल लिए गए हैं, लेकिन उनमें 59 लोग, कोटा में 1366 सैंपल में से 92 लोग पॉजिटिव पाए गए हैं. जबकि झुंझुनू में 3644 सैंपल के बावजूद केवल 36 लोग पॉजिटिव मिले हैं.
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अब और ज्यादा होगी सेंपलिंग
इस तरह के हालातों के चलते अब झुंझुनू में ही कोरोनावायरस के सैंपलों की जांच हो सकेगी. इसके लिए लैब पूरी तरह से बनकर तैयार हो चुकी है. लगभग ढाई करोड़ की मशीन जल्दी ही झुंझुनू में पहुंचने वाली है. जिसके बाद प्रतिदिन उससे 300 से ज्यादा सैंपल की जांच की जा सकेगी. ऐसे में ज्यादा से ज्यादा जांच किए जाने पर हो सकता है कि मामला कुछ और बढ़े. लेकिन यह भी है कि इससे पॉजिटिव मरीज जल्दी पकड़ में आ जाएगा और संक्रमण की आशंका कम होती जाएगी.
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झुंझुनू जिले में 36 पॉजिटिव मामले आ जाने की वजह से हालात चिंताजनक है, लेकिन यह भी कहा जा सकता है कि ज्याजा सैंपलिंग के बाद भी इतने ही मामले यहां पर सामने आए हैं. हालांकि जैसा कि दुनिया भर में कहा जा रहा है कि इस बीमारी से निपटने के लिए जितनी जगह सैंपलिंग होगी उतना ही ज्यादा फायदा होगा और झुंझुनू उसी दिशा में कदम बढ़ा रहा है.
वहीं कोरोनावायरस से पॉजिटिव मरीजों का इलाज भी झुंझुनू में ही शुरू कर दिया गया है. इसके साथ ही सेंपलिंग भी शुरू हो जाने से निश्चित ही कोरोना वायरस के खतरनाक संक्रमण से निजात मिलने की उम्मीद है.