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उपचुनाव से पहले कांग्रेस प्रत्याशी रीटा चौधरी को बड़ा झटका, तबादलों पर हाईकोर्ट ने लगाई रोक

झुंझुनू के मंडावा विधानसभा में उपचुनाव से पहले कांग्रेस प्रत्याशी रही रीटा चौधरी को बड़ा झटका लगा है. हाईकोर्ट के नौ प्रधानाचार्य के तबादलों पर रोक लगाते ही क्षेत्र में ट्रांसफर को लेकर बड़ी चर्चाएं शुरू हो गई. वहीं इस संबंध में कांग्रेस के पदाधिकारी अपना पक्ष रखने से भी बच रहे हैं.

झुंझुनू प्रधानाचार्य तबादलों रोक,Jhunjhunu Principal transfers stop
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Published : Sep 26, 2019, 11:20 AM IST

Updated : Sep 26, 2019, 11:47 AM IST

मंडावा (झुंझुनू). जिले के मंडावा विधानसभा के उपचुनाव के लिए दोनों ही पार्टियों में टिकटों को लेकर कशमकश का दौर जारी है. इस बीच हाईकोर्ट के नौ प्रधानाचार्य के तबादलों पर हाई कोर्ट से रोक लग गई है . जिससे भारतीय जनता पार्टी को हमलावर होने का मौका मिल गया है.

उपचुनाव से पहले कांग्रेस प्रत्याशी रीटा चौधरी को लगा बड़ा झटका

राजस्थान हाईकोर्ट ने तबादलों पर लगाई रोक
विधानसभा उपचुनाव से ठीक पहले मंडावा विधानसभा क्षेत्र से किए गए 9 प्रधानाचार्य तबादलों पर हाईकोर्ट ने रोक लगा दी है. साथ ही उन्हें पुराने स्थान पर काम करने के आदेश दिए हैं. इस मामले का दिलचस्प पहलू यह है कि इन तबादलों को लेकर पेश की गई याचिका में पूर्व विधायक और हाल ही में संपन्न विधानसभा चुनाव में मंडावा से कांग्रेस की प्रत्याशी रही रीटा चौधरी को भी पार्टी बनाया गया है.

पढ़ें- डिजिटल इंडिया में आर्थिक स्तर पर निर्णायक स्थिति से कोसों दूर हैं शिक्षित महिलाएं

हाईकोर्ट में होना होगा पेश
हाईकोर्ट ने अपना पक्ष रखने के लिए रीटा चौधरी को 16 अक्टूबर को पेश होने के लिए नोटिस जारी किया है. जानकारी के अनुसार उच्च माध्यमिक स्तर पर समकक्ष स्तर के प्रधानाचार्य और शिक्षा अधिकारियों विजेंद्र कुमार फोगाट सोनासर, प्रतिभा चौधरी दिलोई दक्षिण, हरि सिंह भांबू कमालसर, बलबीर सिंह दूधवाल कंकड़ेऊ कला, शशि शर्मा झटावा खुर्द, मुकुलिका शर्मा पीथूसर, बलबीर सिंह बाजला, रजनीश दाधीच धनूरी एवं प्रीतम सिंह प्रधानाचार्य मलसीसर के तबादले बाड़मेर के गडरा रोड क्षेत्र में कर दिए गए थे. हाई कोर्ट में इनकी पैरवी करते हुए तर्क दिया कि यह सभी ट्रांसफर चुनाव में अनुचित लाभ उठाने के लिए करवाए गए हैं. ऐसे में इन तबादलों को निरस्त करवाया जाए.

मंडावा (झुंझुनू). जिले के मंडावा विधानसभा के उपचुनाव के लिए दोनों ही पार्टियों में टिकटों को लेकर कशमकश का दौर जारी है. इस बीच हाईकोर्ट के नौ प्रधानाचार्य के तबादलों पर हाई कोर्ट से रोक लग गई है . जिससे भारतीय जनता पार्टी को हमलावर होने का मौका मिल गया है.

उपचुनाव से पहले कांग्रेस प्रत्याशी रीटा चौधरी को लगा बड़ा झटका

राजस्थान हाईकोर्ट ने तबादलों पर लगाई रोक
विधानसभा उपचुनाव से ठीक पहले मंडावा विधानसभा क्षेत्र से किए गए 9 प्रधानाचार्य तबादलों पर हाईकोर्ट ने रोक लगा दी है. साथ ही उन्हें पुराने स्थान पर काम करने के आदेश दिए हैं. इस मामले का दिलचस्प पहलू यह है कि इन तबादलों को लेकर पेश की गई याचिका में पूर्व विधायक और हाल ही में संपन्न विधानसभा चुनाव में मंडावा से कांग्रेस की प्रत्याशी रही रीटा चौधरी को भी पार्टी बनाया गया है.

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हाईकोर्ट में होना होगा पेश
हाईकोर्ट ने अपना पक्ष रखने के लिए रीटा चौधरी को 16 अक्टूबर को पेश होने के लिए नोटिस जारी किया है. जानकारी के अनुसार उच्च माध्यमिक स्तर पर समकक्ष स्तर के प्रधानाचार्य और शिक्षा अधिकारियों विजेंद्र कुमार फोगाट सोनासर, प्रतिभा चौधरी दिलोई दक्षिण, हरि सिंह भांबू कमालसर, बलबीर सिंह दूधवाल कंकड़ेऊ कला, शशि शर्मा झटावा खुर्द, मुकुलिका शर्मा पीथूसर, बलबीर सिंह बाजला, रजनीश दाधीच धनूरी एवं प्रीतम सिंह प्रधानाचार्य मलसीसर के तबादले बाड़मेर के गडरा रोड क्षेत्र में कर दिए गए थे. हाई कोर्ट में इनकी पैरवी करते हुए तर्क दिया कि यह सभी ट्रांसफर चुनाव में अनुचित लाभ उठाने के लिए करवाए गए हैं. ऐसे में इन तबादलों को निरस्त करवाया जाए.

Intro:मंडावा विधानसभा में उपचुनाव से पहले कांग्रेस पार्टी व टिकट की बड़ी दावेदार रीटा चौधरी को बड़ा झटका लगा है। हाईकोर्ट ने जिस तरह से नौ प्रधानाचार्य के तबादलों पर रोक लगाई है, उसके बाद से क्षेत्र में राजनीतिक लाभ के लिए तबादलों को लेकर बड़ी चर्चाएं शुरू हो गई। इस संबंध में भी कांग्रेस के पदाधिकारी अपना पक्ष रखने से भी बच रहे हैं।


Body:झुंझुनू। मंडावा विधानसभा के उपचुनाव के लिए दोनों ही पार्टियों में टिकटों को लेकर कशमकश का दौर जारी है। इस बीच हाईकोर्ट के नौ प्रधानाचार्य के तबादलों पर हाई कोर्ट से रोक लग गई है और इससे भारतीय जनता पार्टी को हमलावर होने का मौका मिल गया है। विधानसभा उपचुनाव से ठीक पहले मंडावा विधानसभा क्षेत्र से किए गए तबादलों में से 9 प्रधानाचार्य के तबादलों पर राजस्थान हाईकोर्ट ने रोक लगाकर इन प्रधानाचार्य को पुराने स्थान पर एक काम करते रहने के आदेश जारी किए हैं। साथ ही इन प्रधानाचार्य का वेतन भी वहीं से उठेगा इस मामले का दिलचस्प पहलू यह है कि इन तबादलों को लेकर पेश की गई याचिका में पूर्व विधायक और हाल ही में संपन्न विधानसभा चुनाव में मंडावा से कांग्रेस की प्रत्याशी रही रीटा चौधरी को भी पार्टी बनाया गया है।


हाईकोर्ट में होना होगा पेश

हाईकोर्ट ने अपना पक्ष रखने के लिए रीटा चौधरी को 16 अक्टूबर को पेश होने के लिए नोटिस जारी किया है। जानकारी के अनुसार उच्च माध्यमिक स्तर पर समकक्ष स्तर के प्रधानाचार्य व शिक्षा अधिकारियों विजेंद्र कुमार फोगाट सोनासर, प्रतिभा चौधरी दिलोई दक्षिण, हरि सिंह भांबू कमालसर, बलबीर सिंह दूधवाल कंकड़ेऊ कला, शशि शर्मा झटावा खुर्द, मुकुलिका शर्मा पीथूसर, बलबीर सिंह बाजला, रजनीश दाधीच धनूरी एवं प्रीतम सिंह प्रधानाचार्य मलसीसर के तबादले बाड़मेर के गडरा रोड क्षेत्र में कर दिए गए थे। इनकी ओर से हाई कोर्ट में पैरवी करते हुए तर्क दिया कि यह सभी तबादले चुनाव में अनुचित लाभ उठाने के लिए करवाए गए हैं। ऐसे में इन तबादलों को निरस्त करवाया जाए।



बाइट राजेश बाबल भाजपा नेता व मंडावा से टिकट के दावेदार


Conclusion:
Last Updated : Sep 26, 2019, 11:47 AM IST
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