झुंझुनू. जिला कलेक्टर उमरदीन खान ने सोमवार को महिला अधिकारिता विभाग की विभिन्न समितियों, अभियानों, कार्यक्रमों की समीक्षा बैठक को संबोधित करते हुए आवश्यक दिशा निर्देश दिए. खान ने बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि महिला अधिकारिता विभाग की ओर से जिले में जो एनीमिया मुक्त झुंझुनू अभियान का आगाज हुआ है वह वास्तव में महिलाओं, बालिकाओं के स्वास्थ्य और उनमें खून की कमी को पूरा करने में मददगार साबित होगा. उन्होंने कहा इसके लिए प्रभावी मॉनिटरिंग की आवश्यकता है.
जिला कलेक्टर ने बताया कि पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर चार गांवों में इस संबंध में शिविर आयोजित किये गए हैं. इन शिविरों से जिन महिलाओं में खून की कमी है उनकी प्रभावी मॉनिटरिंग की जा रही है. इन क्षेत्र विशेष में इसकी रोकथाम के लिए महिला अधिकारिता विभाग और चिकित्सा विभाग संयुक्त रूप से कार्य करेगा. इस संबंध में जिला कलेक्टर ने महिलाओं की दैनिक दिनचर्या, खान-पान सहित आवश्यक बिंदूओं पर सुझाव देने की भी कार्य योजना बनाने के निर्देश दिए है.
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बैठक के दौरान सखी वन स्टॉप सेंटर, महिला सुरक्षा और सलाह केंद्र की प्रगति, जिला महिला सहायता समिति में प्राप्त प्रकरणों पर आर्थिक सहयोग देने देने को लेकर चर्चा की. एनीमिया मुक्त झुंझुनू बेटी बचाओ-बेटी पढाओ अभियान के संबंध में भी चर्चा की गई. बैठक में बेटी बचाओ बेटी पढाओ, राज्य बालिका नीति, बाल विवाह निषेध, जिला महिला सहायता समिति, सखी वन स्टॉप सेन्टर और महिला शक्ति केन्द की जिला टॉस्क फोर्स की बैठक आयोजित की गई.