खेतड़ी/झुंझुनूं: सीकर में दो दिन पूर्व 108 एंबुलेंस कर्मचारियों के साथ हुई मारपीट के विरोध का असर खेतड़ी में भी दिखने लगा (Jhunjhunu ambulance workers on strike) है. एंबुलेंस के कर्मचारी घटना के विरोध में हड़ताल पर चले गए, जिससे एंबुलेंस की इमरजेंसी सेवा ठप हो गई. घटना का विरोध कर रहे कर्मचारियों ने मारपीट की वारदात करने वाले व्यक्तियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं होने तक एंबुलेंस सेवा बहाल नहीं करने का निर्णय लिया है.
विरोध कर रहे कर्मचारियों का कहना है कि सीकर की पुलिस कंट्रोल रूम लोकेशन की गाड़ी पर पायलट महिपाल व ईएमटी रामकरण कार्यरत हैं. 26 मई को करीब 3 बजे प्रोग्राम मैनेजर रवि शर्मा, ईएमई निरंजन व दो-तीन अन्य पायलट डे मनाने के लिए लोकेशन पर आए. इस दौरान पायलट व अधिकारियों के बीच कहासुनी हो गई, जिस पर उन्होंने गालीगलौच करते हुए पायलट महिपाल व ईएमटी रामकरण के साथ मारपीट की, जिससे पायलट महिपाल का हाथ फ्रेक्चर हो गया तथा ईएमटी भी घायल हुआ (Sikar ambulance workers assault case) है.
एंबुलेंस कर्मचारियों के साथ हुई मारपीट की घटना के बाद सीकर के कर्मचारी घटना के दिन ही हड़ताल पर चले गए थे. शुक्रवार को रात 8 बजे बाद झुंझनू के कर्मचारी भी घटना के विरोध में हड़ताल पर चले गए. एंबुलेंस कर्मचारियों के हड़ताल पर चले जाने से खेतड़ी ब्लॉक की सभी एंबुलेंस गाड़ियों के पहीए थम जाने से इमरजेंसी सेवा ठप हो गई. कर्मचारियों के हड़ताल पर जाने से खेतड़ी, बबाई, मेहाड़ा, जसरापुर, सिंघाना सहित जिले की अन्य एंबुलेंस गाडियों का संचालन नहीं हो पाया. घटना को लेकर विरोध कर रहे कर्मचारियों ने बताया कि जब तक मारपीट करने वाले दोनों अधिकारियों को निलंबित नहीं किया जाता, तब तक गाड़ियों का संचालन नहीं किया जाएगा.