चिड़ावा (झुंझुनू). जिले के चिड़ावा कस्बे में उस वक्त हड़कंप मच गया जब जयपुर से खबर आई की एक महिला की मौत हुई है, वो कोरोना पॉजिटिव है. क्योंकि उस महिला का इलाज चिड़ावा के सिंघाना रोड रेलवे स्टेशन फाटक पर स्थित एक निजी अस्पताल में इलाज चल रहा था. जहां से उसे गंभीर हालत में जयपुर रेफर कर दिया गया था.
महिला हरियाणा के चरखी दादरी जिले के पास एक गांव की रहने वाली बताई जा रही है. बताया जा रहा है कि महिला को पित्त की थैली में परेशानी होने के चलते चिड़ावा के सिंघाना रोड रेलवे स्टेशन के पास स्थित एक निजी अस्पताल में लेकर आया गया. जहां महिला को एडमिट किया गया और उसका ऑपरेशन भी किया गया. इससे पहले पिलानी रोड स्थित एक निजी सोनोग्राफी सेंटर में जांच भी की गई, लेकिन 13 जून को जब तबीयत बिगड़ी तो उसे चिड़ावा से रेफर कर दिया गया था.
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जैसे ही महिला की मौत की खबर जिला प्रशासन तक पहुंची, प्रशासन के हाथ-पांव फूल गए. चिड़ावा एसडीएम जगदीष प्रसाद गौड़ खुद मौके पर पहुंचे और मौके पर ही चिड़ावा ब्लॉक के बीसीएमओ डॉ. संत कुमार जांगिड़ और चिड़ावा सीएचसी प्रभारी डॉ. जितेंद्र यादव को बुलाया गया. बाद में महिला के संपर्क में आए लोगों की जानकारी ली गई. ब्लॉक बीसीएमओं डॉ. जांगिड़ ने बताया कि कुल 34 लोगों को क्वॉरेंटाइन किया गया है.
महिला की मौत पर उठे कई सवाल
महिला की मौत ने कई सवाल जरूर उठा दिये है कि किस प्रकार निजी अस्पताल में कोरोना जैसी महामारी को लेकर भी लापरवाही बरती जा रही है. इसके साथ ही हरियाणा से जब मरीज आया, तो उसकी कोरोना की जांच क्यों नहीं हुई.