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झुंझुनू में प्रतिष्ठित सरकारी स्कूल को लेकर पूर्व सैनिकों ने खोला मोर्चा

झुंझुनू जिला सैनिकों के लिए जाना जाता है और इससे जुड़ी किसी भी संस्था पर आंच आने पर पूर्व सैनिक अब इससे उसके विरोध में खड़े होते रहे हैं. ऐसे में इस बार भी ऐसा ही कुछ देखने को मिल रहा है.

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Published : Dec 24, 2019, 12:31 PM IST

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पूर्व सैनिकों ने खोला मोर्चा...

झुंझुनू. जिले के दोरासर गांव में सेना से जुड़ी प्रतिष्ठित सरकारी आवासीय स्कूल में गत 15 दिन में हुए घटनाक्रम के बाद पूर्व सैनिकों ने मोर्चा खोल दिया है. पूर्व सैनिकों में स्कूल की लापरवाही को लेकर रोष देखने को मिला.

पूर्व सैनिकों की मांग है कि दोषी को सख्त से सख्त सजा दी जाए. पूर्व सैनिकों ने कहा कि पूर्व सैनिक सेवा परिषद झुंझुनू की समस्त कार्यकारिणी इस घटना की उच्च स्तरीय जांच की मांग करती है और इस मामले में लिप्त दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा देने की मांग करते हैं. जिससे भविष्य में इस प्रकार की घटनाओं की पुनरावृति ना हो.

पूर्व सैनिकों ने खोला मोर्चा...

गौरतलब है कि स्कूल के ही शिक्षक ने 12 छात्रों के साथ कुकर्म किया था, वहीं 2 दिन पहले वहां पर कार्यरत सेना से सेवानिवृत्त सूबेदार मेजर ने स्कूल में ही स्थित आवास में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी और इसमें प्राचार्य और एक अन्य लिपिक को शारीरिक और मानसिक रूप से प्रताड़ित करने का आरोप लगाया था.

पढ़ेंः चूरू: किसान सामुदायिक भवन के उद्घाटन समारोह में भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने की शिरकत

पूर्व सैनिकों ने जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा...

पूर्व सूबेदार मेजर राम किशन डारा ने बताया कि स्कूल में कार्यरत पूर्व सैनिक कमल सिंह की असामयिक मौत की घटना और उससे पूर्व स्कूल में बच्चों के साथ दुराचार का मामला स्कूल प्रशासन पर गहरा प्रश्नचिन्ह खड़ा करता है. इस हरकत से पूर्व सैनिक और सैनिक परिवार अपने आप को ठगा महसूस कर रहे हैं. इसलिए तुरंत प्रभाव से सैनिक स्कूल में कार्यरत असामाजिक तत्वों की पहचान कर उनको बर्खास्त किया जाए, ताकि सैन्य बहुल जिले की छवि बनी रहे.

झुंझुनू. जिले के दोरासर गांव में सेना से जुड़ी प्रतिष्ठित सरकारी आवासीय स्कूल में गत 15 दिन में हुए घटनाक्रम के बाद पूर्व सैनिकों ने मोर्चा खोल दिया है. पूर्व सैनिकों में स्कूल की लापरवाही को लेकर रोष देखने को मिला.

पूर्व सैनिकों की मांग है कि दोषी को सख्त से सख्त सजा दी जाए. पूर्व सैनिकों ने कहा कि पूर्व सैनिक सेवा परिषद झुंझुनू की समस्त कार्यकारिणी इस घटना की उच्च स्तरीय जांच की मांग करती है और इस मामले में लिप्त दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा देने की मांग करते हैं. जिससे भविष्य में इस प्रकार की घटनाओं की पुनरावृति ना हो.

पूर्व सैनिकों ने खोला मोर्चा...

गौरतलब है कि स्कूल के ही शिक्षक ने 12 छात्रों के साथ कुकर्म किया था, वहीं 2 दिन पहले वहां पर कार्यरत सेना से सेवानिवृत्त सूबेदार मेजर ने स्कूल में ही स्थित आवास में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी और इसमें प्राचार्य और एक अन्य लिपिक को शारीरिक और मानसिक रूप से प्रताड़ित करने का आरोप लगाया था.

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पूर्व सैनिकों ने जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा...

पूर्व सूबेदार मेजर राम किशन डारा ने बताया कि स्कूल में कार्यरत पूर्व सैनिक कमल सिंह की असामयिक मौत की घटना और उससे पूर्व स्कूल में बच्चों के साथ दुराचार का मामला स्कूल प्रशासन पर गहरा प्रश्नचिन्ह खड़ा करता है. इस हरकत से पूर्व सैनिक और सैनिक परिवार अपने आप को ठगा महसूस कर रहे हैं. इसलिए तुरंत प्रभाव से सैनिक स्कूल में कार्यरत असामाजिक तत्वों की पहचान कर उनको बर्खास्त किया जाए, ताकि सैन्य बहुल जिले की छवि बनी रहे.

Intro:झुंझुनू जिला सैनिकों के लिए जाना जाता है और इससे जुड़ी किसी भी संस्था पर आंच आने पर पूर्व सैनिक अब इससे उसके विरोध में खड़े होते रहे हैं और इस बार भी ऐसा ही देखने को मिल रहा है।


Body:झुंझुनू। झुंझुनू जिले के दोरासर गांव में सेना से जुड़ी प्रतिष्ठित सरकारी आवासीय स्कूल में गत 15 दिन में हुए घटनाक्रम के बाद पूर्व सैनिकों ने मोर्चा खोल दिया है। पूर्व सैनिकों में स्कूल की लापरवाही को लेकर रोष देखने को मिला। पूर्व सैनिकों की मांग है कि दोषी को सख्त से सख्त सजा दी जाए। पूर्व सैनिकों ने कहा कि पूर्व सैनिक सेवा परिषद झुंझुनू की समस्त कार्यकारिणी इस घटना की उच्च स्तरीय जांच की मांग करती है तथा इस मामले में लिप्त दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा देने की मांग करते हैं जिससे भविष्य में इस प्रकार की घटनाओं की पुनरावृति ना हो। गौरतलब है कि स्कूल के ही शिक्षक ने 12 छात्रों के साथ कुकर्म किया था तो 2 दिन पहले वहां पर कार्यरत सेना से सेवानिवृत्त सूबेदार मेजर ने स्कूल में ही स्थित आवास में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी और इसमें प्राचार्य तथा एक अन्य लिपिक को शारीरिक व मानसिक रूप से प्रताड़ित करने का आरोप लगाया था।


पूर्व सैनिकों ने जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा

पूर्व सूबेदार मेजर राम किशन डारा ने बताया कि स्कूल में कार्यरत पूर्व सैनिक कमल सिंह की असामयिक मौत की घटना व उससे पूर्व स्कूल में बच्चों के साथ दुराचार का मामला स्कूल प्रशासन पर गहरा प्रश्नचिन्ह खड़ा करता है ।इस हरकत से पूर्व सैनिक व सैनिक परिवार अपने आप को ठगा महसूस कर रहे हैं। इसलिए तुरंत प्रभाव से सैनिक स्कूल में कार्यरत असामाजिक तत्वों की पहचान कर उनको बर्खास्त किया जाए ताकि सैन्य बहुल जिले की छवि बनी रहे।


पूर्व सूबेदार मेजर राम किशन डारा


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