झुंझुनू. लॉकडाउन के दूसरे चरण में कई तरह की दुकानें खोलने की रियायत देने के बीच हकीकत जानने के लिए जिला कलेक्टर खुद झुंझुनू शहर के बाजार में पहुंचे और वहां पर लोगों से बातचीत की. सामने आया कि दुकान खोलने के मामले में व्यापारी खुद असमंजस में हैं और आदेशों को लेकर संशय की स्थिति है.
सगीरा सर्किल के पास दो फ्रूट की दुकानों के निरीक्षण के दौरान जिला कलक्टर ने दुकानदारों से कहा कि वे केवल ताजा सब्जी और फ्रूट ही ग्राहकों को दें. कोई वस्तु खराब होने पर उसे सैल नहीं करें उसे नष्ट कर दें. इस दौरान उन्होंने एक दुकान पर खराब क्वालिटी के संतरे को तुरन्त हटाने के निर्देश दिए.
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कच्ची बस्ती के लोगों से भी जानी समस्याएं-
इसके अलावा जिला कलक्टर अफसाना जोहड पहुंचे और वहां पर कच्ची बस्ती में रहने वाले लोगों से उनको नगर परिषद की ओर से दी जा रही राशन सामग्री किट और भामाशाहों की ओर से दिए जाने वाले भोजन पैकेट की जानकारी प्राप्त की. यहां रहने वाले लोगों ने जिला कलक्टर को बताया कि उनको सुचारू रूप से राशन सामग्री का वितरण किया जा रहा है.
वहां स्थित एक किराना की दुकान पर निरीक्षण के दौरान जिला कलक्टर ने वस्तुओं पर लिखी जाने वाली एमआरपी रेट की जांच मेजरमेंट अधिकारी से करवाने के निर्देश जिला रसद अधिकारी को दिए है. जिला कलक्टर ने वहां पर तैनात पुलिस कर्मियों से कहा कि वे भी यातायात के साथ-साथ अपने आस-पास की अन्य व्यवस्थाओं की भी मॉनिटरिंग रखें.
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रसोइयों का भी किया निरीक्षण-
जिला कलक्टर ने निरीक्षण के दौरान भामाशाहों द्वारा आक्सफोर्ड अस्पताल के पास, चूणा चौक स्थित गेस्ट हाउस, बावलिया बगीची, खाना-खजाना, भाजपा कार्यालय में जरूरतमंद लोगों के लिए भोजन बनाने के लिए संचालित रसोईयों का अवलोकन किया.
जिला कलक्टर ने इस दौरान वहां पर संचालक मंडलों को इस पुण्य कार्य के लिए साधुवाद दिया और लॉक डाउन जारी रहने तक जरूरतमंद लोगों तक ऎसे ही भोजन भिजवाने की अपील की है. जिला कलक्टर ने इन संचालकों से कहा कि वे राशन सामग्री लाने, उसे तैयार करने और उसे वितरण करते समय विशेष सावधान रखे. इस दौरान सफाई व्यवस्था, मास्क, गलब्स और सैनिटाइजर का उपयोग करने के निर्देश दिए है.