झुंझुनू. जिले में शनिवार सुबह 6 पॉजिटिव मरीज मिलने के साथ ही जिला प्रशासन सख्त हो गया है. जिला मुख्यालय सहित दो कस्बों में कर्फ्यू लगा दिया गया है. इसके साथ ही जिले में पॉजिटिव मिलने वालों की संख्या 15 हो गई है और ऐसे में प्रशासन ने झुंझुनू जिला मुख्यालय का एक बड़ा भाग, खेतड़ी और मंडावा कस्बे पूरी तरह को पूरी तरह से सील कर दिया है.
इस दौरान किसी भी प्रकार का प्रतिष्ठान मेडिकल को छोड़कर खुला नहीं रहेगा. कर्फ्यू के दौरान किराना व सब्जी की दुकानें भी बंद रहेंगी. इसमें जहां तक मंडावा और खेतड़ी के पूरे नगर पालिका क्षेत्र में कर्फ्यू लगाया गया है. वहीं झुंझुनू में वार्ड नंबर 27 के आसपास के वारिसपुरा से लेकर रीको फाटक प्रथा गुड्डा मोड के पश्चिमी और पर कर्फ्यू लगाया गया है.
दवाइयों के लिए जिला प्रशासन ने भी की व्यवस्था
कोरोना वायरस की रोकथाम व बचाव के लिए राज्य में लॉकडाउन की स्थिति के चलते नियमित रूप से दवा लेने वाले मरीजों को काफी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है. जिला कलेक्टर उमर दीन खान के निर्देश पर झुंझुनू के सहायक औषधि नियंत्रक चन्द्रप्रकाश जाटव को जिला स्तर पर उक्त व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए नोडल अधिकारी नियुक्त किया है. दवा विक्रेताओं को उपभोक्ताओं को घर तक दवा की सप्लाई भिजवाने के लिए चिकित्सक की पर्ची ईमेल या व्हाट्सएप के माध्यम से प्राप्त करनी होगी, जिसकी अलग से पत्रावली संधारित करनी होगी.
30 दिवस से ज्यादा पुराना पर्चा नहीं होगा
जिले के खुदरा दवा विक्रेता द्वारा औषधियों की डोर स्टेप सप्लाई केवल झुंझुनू जिले में ही की जा सकेगी. गंभीर बीमारी में तीस दिवस और अति गंभीर मामलों में चिकित्सक का 7 दिवस से अधिक का पुराना पर्चा नहीं होना चाहिए. औषधि का बिल उपभोक्ता को रिर्टन ईमेल या व्हाट्सअप पर भेजा जाएगा, जिसका रिकार्ड अलग से संधारित किया जाएगा.
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उपभोक्ता यथासंभव ऑनलाइन माध्यम से ही अपना पेमेंट करना सुनिश्चित करेंगे. नगद भुगतान के पश्चात हाथों को सैनिटाइजेशन किया जाए. आपूर्ति के दौरान आपूर्तिकर्ता को संक्रमण से मुक्त रहने के लिए आवश्यक सामग्री जैसे मास्क, हाथों के दस्ताने, सैनिटाइजर इत्यादि का उपयोग किया जाना आवश्यक है.