झुंझुनू. कांग्रेस ने नगर परिषद पर कब्जा करने की तैयारी कर ली है. पार्टी ने 60 में से 34 वार्डों पर जीत दर्ज कर है और ये भी तय कर दिया है कि उन्हें बोर्ड बनाने के लिए किसी अन्य की जरूरत नहीं होगी.
बता दें कि यहां पर सारी कमान विधायक बृजेंद्र ओला ने संभाल रखी थी और उनके मुताबिक ही सारे टिकट भी वितरित किए गए थे. जिला नगर परिषद पर विरोधी पार्टी को केवल 10 वार्ड पर ही जीत मिली है. ऐसे में कांग्रेस के बोर्ड बनाने का रास्ता बिल्कुल साफ है. इसके अलावा जिल में 16 निर्दलीय ने भी जीत हासिल की है. लेकिन, बोर्ड बनाने के लिए कांग्रेस को उनमें से किसी की भी जरूरत नहीं होगी.
जीत के बाद विधायक बृजेंद्र ओला ने कहा कि बाड़े बंधी कभी भी कांग्रेस की परंपरा नहीं रही है. हमारा कोई भी पार्षद बिकाऊ नहीं है. वे अपने सभी प्रत्याशियों पर पूरा विश्वास करते हैं. उन्होंने कहा कि जनता ने खरीद-फरोख्त करने वालों को सीधे-सीधे जवाब दे दिया है. 5 साल का कुशासन देने वालों ने पार्षद का चुनाव लड़ने की भी हिम्मत नहीं की. दरअसल, विधायक ओला की बातों से ये साफ था कि उनका इशारा वर्तमान सभापति सुदेश अहलावत की ओर था. क्योंकि ना तो उनके परिवार से और न ही वे खुद चुनाव लड़े.
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बहुमत के लिए 31 पार्षदों की जरूरत
बता दें कि नगर परिषद झुंझुनू में 60 वार्ड हैं, इसलिए किसी भी पार्टी को यहां बहुमत के लिए 31 पार्षदों की जरूरत होगी. लेकिन कांग्रेस के 34 पार्षद जीत जाने से अब उन्हें कोई चुनौती मिलती नजर नहीं आ रही है. हालांकि, बताया जा रहा है कि इसके बाद भी कांग्रेस के पार्षदों को निगरानी में रखा जाएगा, क्योंकि गत बार भी कांग्रेस के 11 पार्षद आने के बावजूद भी बोर्ड झुंझुनू नगर परिषद पर भाजपा का ही बना था.