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झुंझुनू में कांग्रेस का दिखा दबदबा, 10 महीने में बनाए 2 विधायक

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Published : Oct 25, 2019, 4:38 PM IST

झुंझुनू जिला कांग्रेस का गढ़ माना जाता है. पिछले विधानसभा चुनाव में यहां से कांग्रेस के चार विधायकों ने जीत दर्ज की थी. वहीं अब कांग्रेस के कुल विधायकों की संख्या 6 हो गई है.

Congress dominates Jhunjhunu, झुंझुनू में कांग्रेस का दिखा दबदबा

झुंझुनू. जिला एक बार फिर से कांग्रेसमय हो गया है. यहां 7 में से 6 विधायकों के साथ कांग्रेस पार्टी मजबूत स्थिति में आ गई है. लगभग 10 महीने पहले हुए विधानसभा चुनाव में यहां से कांग्रेस के चार विधायकों ने जीत दर्ज की थी.

झुंझुनू में कांग्रेस का दिखा दबदबा

कांग्रेस का गढ़ रहा झुंझुनू जिले में पार्टी की स्थिति यह है कि जिले में पार्टी ने 10 महीने में 2 विधायक बना लिए हैं. जिले की सात विधानसभा में साल 2018 के चुनाव में केवल चार विधायक जीत कर आए थे और तीन जगहों से कांग्रेस को हार का सामना करना पड़ा था. वहीं सीएम गहलोत ने उदयपुरवाटी विधानसभा क्षेत्र से बसपा विधायक को अपने पार्टी में शामिल कर लिया है. साथ ही हाल ही में हुए विधानसभा उपचुनाव में कांग्रेस ने जीत दर्ज की है. ऐसे में अगर बात की जाए कांग्रेस के विधायकों की तो जिले में कुल 6 विधायक कांग्रेस पार्टी के और एक बीजेपी का है.

पढ़ें: कांग्रेस मुक्त भारत की बात करने वालों के लिए यह चुनाव परिणाम बड़ा झटका : सीएम अशोक गहलोत

जिले में कांग्रेस का इतना प्रभुत्व होने के बाद भी कांग्रेस के लोकसभा प्रत्याशी श्रवण कुमार भाजपा के नरेंद्र कुमार से 3 लाख से भी ज्यादा मतों से हार गए थे. हालांकि मंडावा के विधायक होने के बावजूद उनको जिले में सर्वाधिक कम लीड नरेंद्र खीचड़ को मंडाव में मिली थी. इसलिए तब यह कहा गया था कि रीटा चौधरी की मेहनत की वजह से यह हुआ है. वहीं से सब साफ हो गया था कि मंडावा से रीटा चौधरी को टिकट मिलेगा.

झुंझुनू. जिला एक बार फिर से कांग्रेसमय हो गया है. यहां 7 में से 6 विधायकों के साथ कांग्रेस पार्टी मजबूत स्थिति में आ गई है. लगभग 10 महीने पहले हुए विधानसभा चुनाव में यहां से कांग्रेस के चार विधायकों ने जीत दर्ज की थी.

झुंझुनू में कांग्रेस का दिखा दबदबा

कांग्रेस का गढ़ रहा झुंझुनू जिले में पार्टी की स्थिति यह है कि जिले में पार्टी ने 10 महीने में 2 विधायक बना लिए हैं. जिले की सात विधानसभा में साल 2018 के चुनाव में केवल चार विधायक जीत कर आए थे और तीन जगहों से कांग्रेस को हार का सामना करना पड़ा था. वहीं सीएम गहलोत ने उदयपुरवाटी विधानसभा क्षेत्र से बसपा विधायक को अपने पार्टी में शामिल कर लिया है. साथ ही हाल ही में हुए विधानसभा उपचुनाव में कांग्रेस ने जीत दर्ज की है. ऐसे में अगर बात की जाए कांग्रेस के विधायकों की तो जिले में कुल 6 विधायक कांग्रेस पार्टी के और एक बीजेपी का है.

पढ़ें: कांग्रेस मुक्त भारत की बात करने वालों के लिए यह चुनाव परिणाम बड़ा झटका : सीएम अशोक गहलोत

जिले में कांग्रेस का इतना प्रभुत्व होने के बाद भी कांग्रेस के लोकसभा प्रत्याशी श्रवण कुमार भाजपा के नरेंद्र कुमार से 3 लाख से भी ज्यादा मतों से हार गए थे. हालांकि मंडावा के विधायक होने के बावजूद उनको जिले में सर्वाधिक कम लीड नरेंद्र खीचड़ को मंडाव में मिली थी. इसलिए तब यह कहा गया था कि रीटा चौधरी की मेहनत की वजह से यह हुआ है. वहीं से सब साफ हो गया था कि मंडावा से रीटा चौधरी को टिकट मिलेगा.

Intro:झुंझुनू । जिला एक बार वापस कांग्रेसमय हो गया है और 7 में से छह विधायकों के साथ कांग्रेस पार्टी या मजबूत स्थिति में आ गई है ।लगभग 10 माह पहले हुए विधानसभा चुनाव में यहां से चार विधायक की जीत पाए थे।


Body:झुंझुनूं। कांग्रेस के गढ़ रहे झुंझुनू जिले में पार्टी की स्थिति यह है कि जिले में पार्टी ने 10 माह में ही 2 विधायक बना लिए हैं। झुंझुनू जिले की सात विधानसभा में वर्ष 2018 के चुनाव में केवल चार विधायक जीत कर आए थे और तीन जगह कांग्रेस को हार का सामना करना पड़ा था ।इसमें पहले मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के प्रयासों से बसपा के उदयपुरवाटी विधायक राजेंद्र सिंह गुढ़ा कांग्रेस में चले गए और उससे विधायकों की संख्या जिले में 5 हो गई। इसके बाद मंडावा विधानसभा भी कांग्रेस ने उपचुनाव में अपने खाते में डाली है और यहां कांग्रेस के विधायकों की संख्या 7 हो गई है । वहीं भारतीय जनता पार्टी के जिले में एकमात्र विधायक सूरजगढ़ से ही सुभाष पूनिया बचे हैं।


हालांकि एमपी हारा था बुरी तरह से
जिले में कांग्रेस का इतना प्रभुत्व होने के बाद भी कांग्रेस के लोकसभा प्रत्याशी श्रवण कुमार भाजपा के नरेंद्र कुमार से 3 लाख से भी ज्यादा मतों से हार गए थे ,हालांकि मंडावा के विधायक होने के बावजूद उनको जिले में सर्वाधिक कम लीड नरेंद्र खीचड़ को मंडाव में मिली थी ।इसलिए तब यह कहा गया था कि रीटा चौधरी की मेहनत की वजह से यह हुआ है और वहीं से सब साफ हो गया था कि मंडावा से रीटा चौधरी को टिकट मिलेगा।


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