झुंझुनू. जिला एक बार फिर से कांग्रेसमय हो गया है. यहां 7 में से 6 विधायकों के साथ कांग्रेस पार्टी मजबूत स्थिति में आ गई है. लगभग 10 महीने पहले हुए विधानसभा चुनाव में यहां से कांग्रेस के चार विधायकों ने जीत दर्ज की थी.
कांग्रेस का गढ़ रहा झुंझुनू जिले में पार्टी की स्थिति यह है कि जिले में पार्टी ने 10 महीने में 2 विधायक बना लिए हैं. जिले की सात विधानसभा में साल 2018 के चुनाव में केवल चार विधायक जीत कर आए थे और तीन जगहों से कांग्रेस को हार का सामना करना पड़ा था. वहीं सीएम गहलोत ने उदयपुरवाटी विधानसभा क्षेत्र से बसपा विधायक को अपने पार्टी में शामिल कर लिया है. साथ ही हाल ही में हुए विधानसभा उपचुनाव में कांग्रेस ने जीत दर्ज की है. ऐसे में अगर बात की जाए कांग्रेस के विधायकों की तो जिले में कुल 6 विधायक कांग्रेस पार्टी के और एक बीजेपी का है.
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जिले में कांग्रेस का इतना प्रभुत्व होने के बाद भी कांग्रेस के लोकसभा प्रत्याशी श्रवण कुमार भाजपा के नरेंद्र कुमार से 3 लाख से भी ज्यादा मतों से हार गए थे. हालांकि मंडावा के विधायक होने के बावजूद उनको जिले में सर्वाधिक कम लीड नरेंद्र खीचड़ को मंडाव में मिली थी. इसलिए तब यह कहा गया था कि रीटा चौधरी की मेहनत की वजह से यह हुआ है. वहीं से सब साफ हो गया था कि मंडावा से रीटा चौधरी को टिकट मिलेगा.