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झुंझुनू : ऊंटों को ले जा रही दो गाड़ियों को लोगों ने पकड़ा, तस्कर मौके से फरार

रेगिस्तान के जहाज के नाम से प्रसिद्ध ऊंट परिवहन खेती का प्रमुख साधन हुआ करता था. लेकिन समय बदलने के साथ तकनीक ने इसे पहले के मुकाबले अनुपयोगी बना दिया है. जिसके चलते तस्कर ऊंटों को इधर-उधर करने का काम कर रहे हैं. हरियाणा और राजस्थान के बॉर्डर पर एक गांव में ग्रामीणों ने एक गाड़ी को पकड़ा है, जिस में ऊंटों की तस्करी की जा रही थी.

झुंझुनूं में ऊंटों की तस्करी, jhunjhunu news
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Published : Oct 6, 2019, 7:48 PM IST

झुंझुनू. जिले के हरियाणा बॉर्डर पर ग्रामीणों की सजगता के चलते ऊंट तस्करी का बड़ा खुलासा हुआ है. जहां सेना की भर्ती की तैयारी करने वाले युवकों की सजगता से तस्करी किए जा रहे ऊंटों को बरामद कर लिया गया. हालांकि तस्कर मौके से फरार हो गए. वहीं इस घटना के बाद ग्रामीणों की ओर से पुलिस और प्रशासन को सूचना दी गई, लेकिन खबर लिखे जाने तक कोई भी मौके पर नहीं पहुंचा था.

झुंझुनू में ऊंटों की तस्करी का खुलासा

ऐसे में जानकारी के मुताबिक हरियाणा बॉर्डर के गांव गोद के लड़कों ने दो गाड़ियां पकड़ी जो ऊंटों से भरी हुई थीं. गांव के लड़के शनिवार को सेना भर्ती की तैयारी के लिए दौड़ करने जा रहे थे, तभी उन्हें राजस्थान बॉर्डर की ओर से गाड़ियां आती हुई दिखाई दी.

पढ़े: अलवर में नगर परिषद चुनाव से पूर्व भाजपा का सियासी दांव, सौ से अधिक सफाई कर्मचारियों को किया सम्मानित

इस दौरान लोगों ने गाड़ियों को रुकवाया तो एक चालक की गाड़ी का संतुलन बिगड़ गया और गाड़ी सड़क से नीचे उतर गई. वहीं दूसरी गाड़ी भी पीछे आकर रुक गई. जब लड़कों ने गाड़ी के चालकों से ऊंट के बारे में पूछा तो चालक बातों को कभी मेले से तो कभी गांवों से खरीदने की बात कहते रहे. इसी बीच मौका देख तस्कर वहां से फरार हो गए. जिसके बाद ऊंटों को उतारकर गांव की धर्मशाला में लाया गया है. हालांकि, एक ऊंट की हालत खराब है बाकी पांच ऊंट स्वस्थ हैं. प्रशासन की ओर से अब तक कोई मदद नहीं मिलने से अब यह 6 ऊंट ग्रामीणों के भरोसे ही हैं.

झुंझुनू. जिले के हरियाणा बॉर्डर पर ग्रामीणों की सजगता के चलते ऊंट तस्करी का बड़ा खुलासा हुआ है. जहां सेना की भर्ती की तैयारी करने वाले युवकों की सजगता से तस्करी किए जा रहे ऊंटों को बरामद कर लिया गया. हालांकि तस्कर मौके से फरार हो गए. वहीं इस घटना के बाद ग्रामीणों की ओर से पुलिस और प्रशासन को सूचना दी गई, लेकिन खबर लिखे जाने तक कोई भी मौके पर नहीं पहुंचा था.

झुंझुनू में ऊंटों की तस्करी का खुलासा

ऐसे में जानकारी के मुताबिक हरियाणा बॉर्डर के गांव गोद के लड़कों ने दो गाड़ियां पकड़ी जो ऊंटों से भरी हुई थीं. गांव के लड़के शनिवार को सेना भर्ती की तैयारी के लिए दौड़ करने जा रहे थे, तभी उन्हें राजस्थान बॉर्डर की ओर से गाड़ियां आती हुई दिखाई दी.

पढ़े: अलवर में नगर परिषद चुनाव से पूर्व भाजपा का सियासी दांव, सौ से अधिक सफाई कर्मचारियों को किया सम्मानित

इस दौरान लोगों ने गाड़ियों को रुकवाया तो एक चालक की गाड़ी का संतुलन बिगड़ गया और गाड़ी सड़क से नीचे उतर गई. वहीं दूसरी गाड़ी भी पीछे आकर रुक गई. जब लड़कों ने गाड़ी के चालकों से ऊंट के बारे में पूछा तो चालक बातों को कभी मेले से तो कभी गांवों से खरीदने की बात कहते रहे. इसी बीच मौका देख तस्कर वहां से फरार हो गए. जिसके बाद ऊंटों को उतारकर गांव की धर्मशाला में लाया गया है. हालांकि, एक ऊंट की हालत खराब है बाकी पांच ऊंट स्वस्थ हैं. प्रशासन की ओर से अब तक कोई मदद नहीं मिलने से अब यह 6 ऊंट ग्रामीणों के भरोसे ही हैं.

Intro:रेगिस्तान के जहाज के नाम से प्रसिद्ध ऊंट परिवहन व खेती का प्रमुख साधन हुआ करता था। लेकिन समय बदलने के साथ तकनीकी ने रेगिस्तान के जहाज को अनुपयोगी बना दिया है। इसके चलते तस्कर ऊंटों को इधर-उधर करने का काम कर रहे हैं। हरियाणा और राजस्थान के बॉर्डर पर एक गांव में ग्रामीणों ने गाड़ी को पकड़ा है, जिस में ऊंटों की तस्करी की जा रही थी हालांकि सारा मामला प्रशासन के पहुंचने के बाद ही स्पष्ट हो पाएगा।Body:झुंझुनूं
हरियाणा बॉर्डर पर ग्रामीणों की सजगता के चलते ऊंट तस्करी का बड़ा खुलासा हुआ हैं। ग्रामीणों व सेना की भर्ती की तैयारी करने वाले युवकों की सजगता से ऊंट बरामद कर लिया गया हालांकि तस्कर फरार हो गए हैं। ग्रामीणों की ओर से पुलिस और प्रशासन को सूचना दी गई लेकिन अभी तक उनके अनुसार कोई नहीं सुध लेने आए है।

6 ऊंट से भरी हुई थी 2 गाड़ियां

राजस्थान से लगातार बॉर्डर के गांवों से हरियाणा के रास्ते ऊंटों की रही थी। हरियाणा बॉर्डर के गांव गोद के लड़कों ने दो टाटा 407 गाडियाँ पकड़ी जो ऊँटो से भरी हुई थी। गांव के लड़के सुबह सेना भर्ती की तैयारी के लिए दौड़ करने जा रहे थे, उन्हें राजस्थान बॉर्डर की और से दो 407 गाड़ियां आ रही थी। गाड़िया ऊँटो से भरी होने पर गाड़ियोँ को रुकवाया तो एक चालक की गाडी का सन्तुलन बिगड़ गया और गाड़ी सड़क से नीचे उतर गई फिर दूसरी गाडी भी पीछे आकर रुक गई जब लड़को ने गाड़ी के चालकों से ऊँटो से कहा से लाने की बात पूछी चालक बातों को कभी मेले से तो कभी गांवो से खरीदने की बात कहते रहे और मौका देख वहाँ से फरार हो गए ।
गाड़ियों में ऊंटों को उतारकर गाँव की धर्मशाला में लाया गया एक ऊंट की हालत खराब है बाकी पाँच ऊंट स्वस्थ हैं । प्रशासन की और से अब तक कोई मदद नही मिलने से अब ये 6 ऊंट ग्रामीणों के भरोसे ही हैं। ग्रामीणों में अपील की है कि पुलिस के माध्यम से जिसने भाई के ऊंट हैं ,वह लेकर जा सकता है।


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