झुंझुनू. प्रदेश में बुधवार को अंबेडकर जयंती पर अनेक शिक्षण संस्थाओं में भिन्न-भिन्न गतिविधियों के साथ डॉ. भीमराव अंबेडकर की जयंती मनाई गई. इसी में नोरंगराम दयानंद ढूकिया शिक्षण संस्थान में संस्थान सचिव डॉ. संदीप ढूकिया के आतिथ्य में डॉ अंबेडकर जयंती मनाई गई.
इस अवसर डॉ. ढूकिया ने बताया कि डॉ. भीमराव अंबेडकर, जिन्हें लोग बाबा साहेब अंबेडकर के नाम से जानते हैं, उनकी पहचान एक न्यायविद, अर्थशास्त्री, राजनीतिज्ञ और समाज सुधारक के रूप में होती है. इस अवसर पर एकेडमिक डायरेक्टर डॉ. सुनिता ढूकिया ने डॉ. अंबेडकर के जीवन परिचय पर प्रकाश डालते हुए बताया कि डॉ. अंबेडकर का जन्म 14 अप्रैल 1891 को महू इंदौर मध्यप्रदेश में हुआ. इस अवसर पर प्राचार्य विवेक त्रिपाठी, डॉ. अजय, डॉ. राकेश जानू, डॉ. सुनिल सैनी मौजूद रहे.
बाबा साहेब को किया नमन
शहर के गौरव पथ पर स्थित एसएस मोदी विद्या विहार में स्वतंत्र भारत के संविधान निर्माता, दलितों के मसीहा बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर की जयंती मनाई गई. अकादमिक निदेशक एलके कांडपाल और प्राचार्य विजेन्द्र सिंह ने बाबा साहेब की प्रतिमा पर श्रद्धा सुमन अर्पित किए और संविधान निर्माण में उनकी महती भूमिका को याद किया.
प्राचार्य ने उनके जीवन पर प्रकाश डालते हुए कहा कि उनके संपूर्ण समाज को एक धारा में लाने का उनका प्रयास हमेशा गौरवपूर्ण रहेगा. बाबा साहेब की संविधान निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका रही है, जिसे भुलाया नहीं जा सकता. आज देश को उनके दिखाए पथ पर चलने की आवश्यकता है. हमें आपस में मिल जुलकर रहना चाहिए और सबके साथ समानता का व्यवहार करना चाहिए.
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इस अवसर पर विद्यालय स्टाफ ने भी बाबा साहेब को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए उनके बताए मार्ग पर चलने का संकल्प लिया. उक्त कार्यक्रम विद्यालय परिसर में ही कारोना माहमारी से संबंधित दिशा-निर्देशों का पालन करते हुए आयोजित किया गया.