झुंझुनू. देशभर में हुए लॉकडाउन से 5 दिन पहले से ही कर्फ्यू की मार झेल रहे झुंझुनू में प्रशासन के सारे दावे फेल हो रहे है और अभी भी कई जगह पर राशन सामग्री नहीं पहुंच रही है. ऐसे में लोगों के भूखे मरने की नौबत आ गई है और परेशान लोग जिला प्रशासन के पास गुहार लगाने के लिए जिला कलेक्ट्रेट पहुंच रहे हैं.
ऐसे ही शहर के मोडा पहाड़ के पास की कच्ची बस्ती की महिलाएं जिला कलेक्ट्रेट पहुंची और उन्होंने दावा किया कि उनके यहां अभी तक कोई सहायता नहीं पहुंची. उन्होंने कहा कि 1 दिन कुछ लोग जरूर बने हुए खाने के पैकेट देने आए थे, लेकिन उसके बाद से किसी ने उनकी सुध तक नहीं ली.
प्रशासन चेक करे हमारे घर आकर, लेकिन सहायता तो दे
जिला प्रशासन और नगर निगम की ओर से ऐसे लोगों के खिलाफ मामले दर्ज करवाए गए हैं जो सहायता के लिए झूठे कॉल कर रहे हैं या जिनके घर पर पहले से ही राशन सामग्री उपलब्ध है. लेकिन इसके बावजूद खाद्य सामग्री की मांग कर रहे हैं.
ऐसे में महिलाओं ने दावा किया है कि प्रशासन हमारे घर आकर सारा चेक कर ले लेकिन कम से कम भूखे तो नहीं मरने दे और उनको सहायता पहुंचाए. महिलाओं का यह दावा जिला प्रशासन की सारी पोल खोल रहा है, जिसमें वे कह रहे हैं कि लगातार फूड पैकेट पर बनाए जा रहे हैं, खाद्य सामग्री के किट लोगों तक पहुंचाए जा रहे हैं तो ऐसे में नगर निगम के क्षेत्र में रहने वाली महिलाएं कैसे वंचित रह गई है.
करीब 3 किलोमीटर पैदल आई है महिलाएं
महिलाओं ने बताया कि वे पुलिस वालों से डरते और झगड़ते हुए जिला कलेक्ट्री तक 3 किलोमीटर पैदल आई है क्योंकि अब यदि उनको खाना नहीं मिला तो वे उनके परिवार वाले भूख से मर जाएंगे. एक विकलांग महिला ने तो बताया कि दूध और अन्य चीजें तो दूर की बात है अभी तो राशन ही उनके पास तक नहीं पहुंचा है.