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56 अधिकारियों ने 60 ग्राम पंचायतों के कार्यों का निरीक्षण, पिछले वर्षों के बकाया कार्यों को पूर्ण करने में झुंझुनू अव्वल

आज लगभग 56 अधिकारियों की ओर से 60 अलग-अलग ग्राम पंचायतों में मनरेगा के कामों का जिला परिषद और पंचायत समिति की टीम ने निरीक्षण किया . सीईओ ने बताया कि राज्य सरकार के निर्देशानुसार मनरेगा के काम शुरू किए जा चुके हैं.

56 अधिकारियों ने किया निरीक्षण , 60 ग्राम पंचायतों के कार्यों का निरीक्षण , Jhunjhunu tops in completing outstanding works, jhunjhunu news
60 ग्राम पंचायतों के कार्यों का निरीक्षण
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Published : Jun 1, 2021, 11:04 PM IST

झुंझुनू. जिला परिषद और पंचायत समिति की अलग-अलग टीमों के द्वारा आज लगभग 56 अधिकारियों की ओर से 60 अलग-अलग ग्राम पंचायतों में मनरेगा के कामों का निरीक्षण किया गया. जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी जय प्रकाश नारायण ने बताया कि जिनमें प्लांटेशन संधारण, वर्तमान में प्लांटेशन का काम जारी है और प्लांटेशन की तैयारियां जैसे कामों पर आज फोकस किया गया. सीईओ ने बताया कि राज्य सरकार के निर्देशानुसार मनरेगा के काम शुरू किए जा चुके हैं और पिछले वीक में जिले में 337 ग्राम पंचायत में से 289 ग्राम पंचायतों में 6 हजार श्रमिक नियोजित करते हुए काम शुरू कर दिए हैं. बाकी ग्राम पंचायत में भी अगले दो-तीन दिनों में काम शुरू हो जाएंगे.

जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी जय प्रकाश नारायण ने बताया कि मनरेगा कार्यों के दौरान सोशल डिस्टेंसिंग की पालना करते हुए व्यक्तिगत लाभ के काम पर अधिक फोकस रखा गया है. उन्होंने कहा कि अभी उन्हीं कार्यों को प्राथमिकता दी जा रही है जिनमें 10 के करीब श्रमिक ही एक लोकेशन पर कार्य कर रहे हैं. पिछले सप्ताह में 750 काम शुरू किए हैं जिनमें से 580 काम व्यक्तिगत हैं, जो व्यक्ति के खेत में पौधरोपण, कुण्ड निर्माण, समतलीकरण से संबंधित है. सीईओ ने बताया कि उनका प्रयास है कि जल्द ही कम्यूनिटी से संबंधित कार्य भी प्रारंभ किए जाए, ताकि 20 की संख्या तक श्रमिक कार्य में नियोजित किए जा सकें.

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पिछली वर्ष की तुलना में इस बार माईग्रेट लेबर कम

सीईओ ने बताया कि पिछली वर्ष की तुलना में इस बार माईग्रेट लेबर कम हैं परंतु फिर भी पिछले वर्ष के मई माह में जितनी लेबर कार्य कर रही थी, उतनी संख्या का आंकड़ा प्राप्त कर लें. लॉक डाउन के कारण जो कार्य बंद हुए हैं, उन्हें भी फिर से प्रारंभ करने पर फोकस रहेगा. उन्हें इसी वीक में फिर से प्रारंभ कर दिया जाएगा. नारायण ने बताया कि पिछले सालों से काफी इन कंप्लीट काम है थे, वर्ष 2014 से 2018 तक 1400 कार्य अपूर्ण थे, जिन्हें अंतिम 4 माह में पूर्ण किया गया है. वर्ष 2018-19 के पुराने कार्य को पूर्ण करने में झुंझुनू राजस्थान में प्रथम स्थान पर है. जिला राजस्थान में मनेरगा के वर्क कम्पलीशन, समय पर मजदूरी देने के संबंध में प्रथम दो जिलों में शामिल है. वर्ष 2020-21 में मनरेगा के कुल 4300 कार्य में से 3300 वर्क व्यक्तिगत किसान के खेत के समतलीकरण, कुंड निर्माण और पौधरोपण के शामिल किए गए थे. वर्ष 2021-22 में कुल 10 हजार कार्यो में से 6 हजार से अधिक कार्य व्यक्तिगत लाभ के कार्य शामिल है.

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मोबाइल रैपिड एंटीजन टेस्ट वैन से होगी शीघ्र कोरोना जांच

झुंझुनू. जिला कलेक्टर उमरदीन खान के निर्देशानुसार राजकीय बीडीके अस्पताल झुंझुनू की टीम ने मोबाइल रैपिड एंटीजन टेस्ट वैन के नवाचार से आमजन के लिए कोविड जांच की शुरुआत की है, ताकि आमजन को शीघ्र जांच एवं उपचार मिल सके. प्रमुख चिकित्सा अधिकारी डॉ. वीडी बाजिया एवं आरएमओ डॉ. जितेंद्र भांबू ने बताया कि आज शहर के मंडावा मोड़ में राजकीय बीडीके अस्पताल की आरआरटी टीम के डॉ संदीप बेनीवाल, डॉ. संदीप पचार, डॉ हरिश कौशिक एवं सुप्रशिक्षित लैब टेक्नीशियन के द्वारा रैपिड एंटीजन टेस्ट द्वारा आमजन की कोविड रैंंडम सैंपलिंग की गई.

बीस मिनट में मिलेगी रिपोर्ट

जानकारी के अनुसार रैपिड एंटीजन टेस्ट से नाक से सैंपल लेकर, लगभग 20 मिनट में कोविड जांच कर रिपोर्ट दी जा सकती है. इससे आमजन को अविलंब रिपोर्ट मिल जाती है और तुरंत उपचार प्रारंभ हो जाता है. सैंपल देने और तुरंत रिपोर्ट मिलने से आमजन में विश्वास बढ़ता है एवं अनावश्यक तनाव में कमी आती है. डॉ. वीडी बाजिया ने बताया कि रैंडम सैंपलिंग आबादी में संक्रमण की दर का प्रतिबिंब होती है. इस संक्रमण दर को जिले की लॉक डाउन एवं अनलॉक की प्रक्रिया में भी काम में लिया जा सकता है. आरएमओ एवं शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. जितेंद्र भांबू ने बताया कि कोरोना महामारी को टेस्टिंग, ट्रैसिंग एवं ट्रिटमेंट से नियंत्रण किया जा सकता है.

झुंझुनू. जिला परिषद और पंचायत समिति की अलग-अलग टीमों के द्वारा आज लगभग 56 अधिकारियों की ओर से 60 अलग-अलग ग्राम पंचायतों में मनरेगा के कामों का निरीक्षण किया गया. जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी जय प्रकाश नारायण ने बताया कि जिनमें प्लांटेशन संधारण, वर्तमान में प्लांटेशन का काम जारी है और प्लांटेशन की तैयारियां जैसे कामों पर आज फोकस किया गया. सीईओ ने बताया कि राज्य सरकार के निर्देशानुसार मनरेगा के काम शुरू किए जा चुके हैं और पिछले वीक में जिले में 337 ग्राम पंचायत में से 289 ग्राम पंचायतों में 6 हजार श्रमिक नियोजित करते हुए काम शुरू कर दिए हैं. बाकी ग्राम पंचायत में भी अगले दो-तीन दिनों में काम शुरू हो जाएंगे.

जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी जय प्रकाश नारायण ने बताया कि मनरेगा कार्यों के दौरान सोशल डिस्टेंसिंग की पालना करते हुए व्यक्तिगत लाभ के काम पर अधिक फोकस रखा गया है. उन्होंने कहा कि अभी उन्हीं कार्यों को प्राथमिकता दी जा रही है जिनमें 10 के करीब श्रमिक ही एक लोकेशन पर कार्य कर रहे हैं. पिछले सप्ताह में 750 काम शुरू किए हैं जिनमें से 580 काम व्यक्तिगत हैं, जो व्यक्ति के खेत में पौधरोपण, कुण्ड निर्माण, समतलीकरण से संबंधित है. सीईओ ने बताया कि उनका प्रयास है कि जल्द ही कम्यूनिटी से संबंधित कार्य भी प्रारंभ किए जाए, ताकि 20 की संख्या तक श्रमिक कार्य में नियोजित किए जा सकें.

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पिछली वर्ष की तुलना में इस बार माईग्रेट लेबर कम

सीईओ ने बताया कि पिछली वर्ष की तुलना में इस बार माईग्रेट लेबर कम हैं परंतु फिर भी पिछले वर्ष के मई माह में जितनी लेबर कार्य कर रही थी, उतनी संख्या का आंकड़ा प्राप्त कर लें. लॉक डाउन के कारण जो कार्य बंद हुए हैं, उन्हें भी फिर से प्रारंभ करने पर फोकस रहेगा. उन्हें इसी वीक में फिर से प्रारंभ कर दिया जाएगा. नारायण ने बताया कि पिछले सालों से काफी इन कंप्लीट काम है थे, वर्ष 2014 से 2018 तक 1400 कार्य अपूर्ण थे, जिन्हें अंतिम 4 माह में पूर्ण किया गया है. वर्ष 2018-19 के पुराने कार्य को पूर्ण करने में झुंझुनू राजस्थान में प्रथम स्थान पर है. जिला राजस्थान में मनेरगा के वर्क कम्पलीशन, समय पर मजदूरी देने के संबंध में प्रथम दो जिलों में शामिल है. वर्ष 2020-21 में मनरेगा के कुल 4300 कार्य में से 3300 वर्क व्यक्तिगत किसान के खेत के समतलीकरण, कुंड निर्माण और पौधरोपण के शामिल किए गए थे. वर्ष 2021-22 में कुल 10 हजार कार्यो में से 6 हजार से अधिक कार्य व्यक्तिगत लाभ के कार्य शामिल है.

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मोबाइल रैपिड एंटीजन टेस्ट वैन से होगी शीघ्र कोरोना जांच

झुंझुनू. जिला कलेक्टर उमरदीन खान के निर्देशानुसार राजकीय बीडीके अस्पताल झुंझुनू की टीम ने मोबाइल रैपिड एंटीजन टेस्ट वैन के नवाचार से आमजन के लिए कोविड जांच की शुरुआत की है, ताकि आमजन को शीघ्र जांच एवं उपचार मिल सके. प्रमुख चिकित्सा अधिकारी डॉ. वीडी बाजिया एवं आरएमओ डॉ. जितेंद्र भांबू ने बताया कि आज शहर के मंडावा मोड़ में राजकीय बीडीके अस्पताल की आरआरटी टीम के डॉ संदीप बेनीवाल, डॉ. संदीप पचार, डॉ हरिश कौशिक एवं सुप्रशिक्षित लैब टेक्नीशियन के द्वारा रैपिड एंटीजन टेस्ट द्वारा आमजन की कोविड रैंंडम सैंपलिंग की गई.

बीस मिनट में मिलेगी रिपोर्ट

जानकारी के अनुसार रैपिड एंटीजन टेस्ट से नाक से सैंपल लेकर, लगभग 20 मिनट में कोविड जांच कर रिपोर्ट दी जा सकती है. इससे आमजन को अविलंब रिपोर्ट मिल जाती है और तुरंत उपचार प्रारंभ हो जाता है. सैंपल देने और तुरंत रिपोर्ट मिलने से आमजन में विश्वास बढ़ता है एवं अनावश्यक तनाव में कमी आती है. डॉ. वीडी बाजिया ने बताया कि रैंडम सैंपलिंग आबादी में संक्रमण की दर का प्रतिबिंब होती है. इस संक्रमण दर को जिले की लॉक डाउन एवं अनलॉक की प्रक्रिया में भी काम में लिया जा सकता है. आरएमओ एवं शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. जितेंद्र भांबू ने बताया कि कोरोना महामारी को टेस्टिंग, ट्रैसिंग एवं ट्रिटमेंट से नियंत्रण किया जा सकता है.

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