झालावाड़. जिले के चौमहला सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के आरएमआरएस शाखा को लाखों का चूना लगाने का मामला सामने आया है. यहां एक महिला ने नसबंदी का ऑपरेशन करवाने के बाद राज्य सरकार की ओर से मिलने वाली प्रोत्साहन राशि के चेक में हेरफेर कर चूना लगाया. बताया गया कि महिला के परिजनों ने राज्य सरकार की ओर से मिलने वाली राशि में न केवल हेरफेर किया, बल्कि चेक को मध्य प्रदेश की एक बैंक में विड्रॉल के लिए लगा दिया था. हालांकि, बैंक की ओर से चेक की राशि का जब भुगतान किया गया तो चौमहला के सामुदायिक स्वास्थ केंद्र को राशि कटने का मेसेज आया. इसके बाद आरएमआरएस शाखा में कार्यरत कर्मचारियों के होश उड़ गए.
सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र की आरएमआरएस के खाते से एक साथ लाखों की राशि कट गई. इसके बाद मामले की सूचना चौमहला सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के इंचार्ज डॉ. राजकुमार बघेला को दी गई. डॉ. बघेला ने बताया कि मध्य प्रदेश के आलोट थाना क्षेत्र के आक्या निवासी दुर्गाबाई ने चौमहला सामुदायिक स्वास्थ केंद्र में नसबंदी का ऑपरेशन कराया था. वहीं, ऑपरेशन के बाद राज्य सरकार की ओर से जारी फैमिली वेलफेयर स्कीम के तहत उसे 2000 का चेक जारी किया गया था. लेकिन महिला के परिजनों ने चेक में हेरफेर कर उसे मध्य प्रदेश की एक बैंक शाखा में विड्रॉल के लिए डाल दिया और खाते से दो लाख रुपए की अतिरिक्त राशि हड़प ली गई.
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बताया गया कि आरएमआरस की ओर से जारी दो हजार के चेक में हेरफेर करते हुए दो हजार की राशि के आगे 20 अंक लगाकर और शब्दों में दो लाख लिख कर चेक को दो लाख दो हजार कर दिया गया था. हालांकि, जब संस्था के खाते से उक्त राशि कटी तो विभाग में हड़कंप मच गया. वहीं, विभाग ने कटी राशि के साथ चेक नंबर का मिलान किया तो ये चेक दुर्गाबाई के नाम से जारी होने की बात सामने आई. इधर, इस मामले में कार्रवाई करते हुए चिकित्सा विभाग ने संबंधित व्यक्ति के खाते को बैंक जाकर सीज करा दिया है. साथ ही संस्था के चेक के साथ हुई धोखाधड़ी के मामले में गंगधार थाने में मामला दर्ज कराया है.