झालावाड़. राजस्थान में शनिवार को 199 विधानसभा सीटों पर शाम 6 बजे मतदान संपन्न हो गया. झालावाड़ जिले की चारों विधानसभा सीटों पर कुल 80.24 फीसदी मतदान हुआ है. मतदान के बाद पोलिंग पार्टियों के मतदान केंद्रों से पुनः झालावाड़ लौटने पर जिला प्रशासन की ओर से एक अनूठा नवाचार देखने को मिला. मतदान दलों के लौटने पर लोकतंत्र के महापर्व को ढोल-नगाड़े बजाकर सेलिब्रेट किया गया.
जिला निर्वाचन अधिकारी आलोक रंजन ने बताया कि विधानसभा क्षेत्र डग में 79.45 प्रतिशत, विधानसभा क्षेत्र खानपुर में 81.32 प्रतिशत, विधानसभा क्षेत्र मनोहरथाना में 84.03 प्रतिशत और विधानसभा क्षेत्र झालरापाटन में 76.67 प्रतिशत मतदान हुआ है. पूरे जिले में शांतिपूर्ण मतदान देखने को मिला है. वहीं, मतदान प्रक्रिया के संपन्न होने के बाद शहर के पॉलिटेक्निक कॉलेज में पोलिंग पार्टियों का आगमन देर रात तक जारी रहा है. पोलिंग पार्टियों के मतदान केंद्रों से पुनः झालावाड़ लौटने पर जिला प्रशासन की ओर से एक अनूठा नवाचार देखने को मिला. जिला प्रशासन ने ढोल-नगाड़े बजाकर पोलिंग पार्टियों का स्वागत किया. जिला निर्वाचन अधिकारी व डीएम आलोक रंजन व जिला पुलिस अधीक्षक ऋचा तोमर ने मतदान दल के कर्मियों का तिलक लगाकर माल्यार्पण कर भव्य स्वागत किया.
प्रशासन ने किए थे कुछ और नवाचार : जिला प्रशासन का अनूठा नवाचार जिले में पहली बार देखने को मिला. इधर निर्वाचन आयोग की ओर से भी लगातार मतदान प्रतिशत बढ़ाने के लिए नए-नए नवाचारों को विधानसभा चुनाव में अपनाया गया था, जहां बुजुर्ग और दिव्यांग मतदाताओं के लिए वोट फ्रॉम होम की व्यवस्था की गई थी तो वहीं महिलाओं और युवाओं के लिए विशेष बूथ तैयार किए गए थे. जिले में कई जगह आदर्श बूथ भी बनाए गए थे. वहीं इस बार मतदान प्रक्रिया को संपन्न करवाने के लिए बड़ी संख्या में महिला कार्मिकों की भी ड्यूटी लगाई गई थी.
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ढोलकी की थाप पर नाचने लगें कार्मिक : जिले के निर्वाचन अधिकारी और डीएम आलोक रंजन ने बताया कि लोकतंत्र के इस महोत्सव में जिले के सभी मतदाताओं ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया है. यह महोत्सव बिना कार्मिकों के संभव नहीं था. झालावाड़ जिले के सभी सरकारी कार्मिक पिछले कई दिनों से जी-तोड़ मेहनत कर लोकतंत्र के इस महापर्व को संपन्न करवाने में लगे हुए थे. ऐसे में मतदान दलों की वापसी पर उनके स्वागत का एक अनूठा नवाचार किया गया है, ताकि मतदान प्रक्रिया में लगे कार्मिकों को भी गर्व की अनुभूति हो. वहीं, जिला प्रशासन के इस अनोखे नवाचार से मतदान कर्मी भी खुश नजर आए. इस दौरान कुछ कार्मिक तो ढोलकी थाप पर नाचने भी लगें.