झालावाड़. जिले के पनवाड़ थाना क्षेत्र से करीब एक साल पहले चार वर्षीय बच्चे के अपहरण मामले में फरार चल रहे दो आरोपियों को रविवार को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया. दोनों आरोपी इनामी बदमाश हैं. जिन पर पुलिस ने 1000-1000 रुपए की इनामी राशि घोषित कर रखी थी. वहीं, अपहरण के इस सनसनीखेज मामले में पुलिस पहले ही सात आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है.
मामले में झालावाड़ एसपी ऋचा तोमर ने बताया कि एक साल पहले पनवाड़ थाना क्षेत्र के हरिगढ़ निवासी बादाम बाई ने एक शिकायत दर्ज करवाई थी. जिसमें उसने बताया था कि वो अपने पति से अनबन होने के चलते अपने पिता के यहां हरिगढ़ रह रही थी. उसी दौरान 21 जुलाई, 2022 को रात करीब 12.30 बजे वो अपने चार साल के बेटे विष्णु के साथ सोई रही थी, तभी उसके घर के सामने एक बोलेरो गाड़ी आई. जिससे 7-8 लोग उतरे और जबरदस्ती उसके बेटे को उठा ले गए.
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हालांकि, इस दौरान विरोध करने पर बदमाशों ने उसके जीजा महेंद्र बंजारा के साथ मारपीट की और बाद में दोनों को बोलेरो में बिठाकर लेकर चले गए. महिला ने आरोप लगाया कि अपहरणकर्ताओं में उसके पति छोटू लाल और जेठ मोहन सिंह (गुना निवासी) भी शामिल थे. इसके साथ ही आठ अन्य लोगों के बारे में भी पीड़िता ने बताया था. जिसके बाद पुलिस ने मामले को गंभीरता से लेते हुए विशेष टीम गठित कर मामले की जांच शुरू की. इसके बाद पुलिस ने बच्चे को बदमाशों के चुंगल से छुड़ाया और मामले में बच्चे के पिता सहित सात आरोपियों को गिरफ्तार किया था.
वहीं, मामले में शेष रहे दो शातिर आरोपियों को रविवार को गिरफ्तार कर लिया गया. जिनकी शिनाख्त मोहन सिंह और भगवान सिंह गुना निवासी के रूप में हुई है. साथ ही बताया गया कि ये दोनों आरोपी इनामी बदमाश हैं, जिन पर 1000-1000 इनाम राशि घोषित थी.