झालावाड़. उंडल गांव स्थित कालीसिंध थर्मल पावर प्लांट को दो तरफा झटका लगा है. बिजली की खपत कम होने के चलते शनिवार को बिजली घर की दूसरी इकाई को जयपुर लोड डिस्पैच सेंटर के निर्देश पर बंद किया था. वहीं अब ब्वॉयलर ट्यूब में लीकेज होने के चलते पहली इकाई भी बंद हो गई. ऐसे में कालीसिंध थर्मल पावर प्लांट की दोनों यूनिट से बिजली उत्पादन बंद हो गया है.
गौरतलब है कि 1 महीने से भी कम समय में पहली इकाई के बंद होने पर मरम्मत पर करोड़ों रुपए का खर्च आया था. इतने कम समय में इकाई के बंद होने पर मरम्मत पर भी सवालिया निशान उठा रहे हैं. थर्मल की इकाइयों के बार-बार बंद होने से राजस्थान विद्युत उत्पादन निगम को भी करोड़ों का नुकसान हो रहा है.
यह भी पढ़ें. बाढ आ'गई' : आंगई डैम से छोड़े गए पानी ने 50 गांवों को बनाया 'टापू'...पार्वती नदी के निचले इलाकों पर बाढ़ का संकट
जानकारी के अनुसार एक यूनिट से 24 घंटे में 144 लाख यूनिट बिजली उत्पादन होती है. ऐसे में दोनों इकाइयां बंद होने से बिजली उत्पादन पूरी तरह से ठप हो गया है. जिससे रोजाना लाखों रुपयों का नुकसान सरकार को हो रहा है.
कालिसिंध थर्मल पॉवर प्लांट के चीफ इंजीनियर केएल मीणा ने बताया कि दूसरी इकाई को जयपुर डिस्पैच से बंद करवाया था. पहली इकाई में ट्यूब लीकेज होने से बिजली उत्पादन प्रभावित हुआ है. ऐसे में अब थर्मल के इंजीनियर यूनिट को दोबारा शुरू करने के प्रयास में जुटे हुए हैं. जिसके मंगलवार शाम तक ठीक होने की उम्मीद है. दूसरी इकाई को शुरू करने के लिए जयपुर से निर्देश मिल गए हैं. ऐसे में यूनिट को जल्द शुरू किया जाएगा.