झालावाड़. जिले में रविवार को परंपरागत तरीके से मातमी धुन के बीच ताजिए निकाले गए. इस दौरान शहर में करीब तीन दर्जन ताजिए निकाले गए. झालावाड़ की अनेक कॉलोनियों और बस्तियों में सजाए गए ताजियों को पहले तो बड़े बाजार में एकत्रित किया गया. जहां पर हुसैन हैदरी अखाड़े के उस्ताद महमूद पहलवान की अगुवाई में अखाड़ों के कलाकारों ने कई हैरतअंगेज करतब दिखाए.
कलाकारों ने पट्टाबाजी और तलवारबाजी का भी प्रदर्शन किया. कई ताजियों के आगे युवकों की टोली ने ढोल-ताशे पर मातमी धुन बजाई तथा कलाम भी पेश किए. ताजिए निकालने के दौरान बड़े बाजार में मातमी माहौल नजर आया. ताजियों को बड़े बाजार में एकत्रित करने के बाद प्रमुख रास्तों से होते हुए कालीसिंध नदी के काला कांकरा स्थित कर्बला ले जाया गया, जहां पर ताजियों को ठंडा किया गया.
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गौरतलब है कि हजरत इमाम हुसैन की शहादत के दिन के 40 दिन बाद मुस्लिम समाज द्वारा चालीसवां मनाया जाता है. इस अवसर पर मुस्लिम समाज के द्वारा मोहर्रम मनाया जाता है और मातमी धुन पर ताजिए निकाले जाते हैं. ऐसे में झालावाड़ में भी मोहर्रम के अवसर पर ताजिए निकाले गए.