झालावाड़. जिले के पिड़ावा के तहसीलदार घसीड़या राम बैरवा को आदतन अनुपस्थित रहने और कोविड-19 महामारी में बिना अनुमति के मुख्यालय छोड़कर चले जाने के कारण जिला कलेक्टर हरिमोहन मीणा ने तुरंत प्रभाव से निलंबित कर दिया है. निलंबन काल में उनका मुख्यालय जिला कलेक्टर कार्यालय झालावाड़ रहेगा.
बता दें कि वर्तमान समय में कोरोना संक्रमण को देखते हुए सरकार ने सभी अधिकारियों के अवकाश निरस्त कर रखे हैं. इसके बावजूद पिड़ावा तहसीलदार घसीड़या राम बैरवा बिना किसी को सूचना दिए ही नदारद हो गए. वहीं सुनेल से पिड़ावा लगाए गए नायब तहसीलदार भी पिड़ावा नहीं आ रहे हैं. जिसके चलते किसान को गिरदावरी के लिए भटकना पड़ रहा हैं.
जिला कलेक्टर हरिमोहन मीणा ने बताया कि पिड़ावा तहसीलदार घसीड़या राम की लगातार अनुपस्थित रहने की शिकायतें मिल रही थी. इसके अलावा कोरोना महामारी में बिना अनुमति के 4 बार मुख्यालय छोड़कर चले गए. इसको लेकर उनको चेतावनी भी दी गई थी लेकिन उनके व्यवहार में कोई परिवर्तन नहीं हुआ. ऐसे में फिर से वो तहसील में अनुपस्थित पाए गए और मुख्यालय छोड़कर चले गए. जिसके बाद अब उनको निलंबित कर दिया गया है. ऐसे में अब निलंबन काल में उनको झालावाड़ जिला कलेक्टर कार्यालय में मौजूद रहना होगा.