झालावाड़. राजस्थान से लगे पड़ोसी राज्यों की तुलना में प्रदेश में पेट्रोल और डीजल पर वैट की दर अधिक होने के चलते बुधवार से पेट्रोल पंप संचालकों ने प्रदेशव्यापी सांकेतिक हड़ताल पर जाने का ऐलान किया है. साथ ही प्रदेश के पेट्रोल पंप संचालकों ने राज्य सरकार से वैट की दर में कटौती करने की भी मांग की है. बताया गया कि 13 और 14 सितंबर को सुबह 10 से शाम 6 बजे तक सांकेतिक हड़ताल चलेगा. साथ ही पेट्रोल पंप एसोसिएशन ने उनकी मांगों पर विचार न किए जाने पर 15 सितंबर से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने की चेतावनी दी है.
वहीं, पेट्रोल पंप संचालकों की चेतावनी के बाद झालावाड़ जिले के समस्त पेट्रोल पंपों पर मंगलवार रात से वाहनों की लंबी कतारे लगनी शुरू हो गई और वाहन चालक अपने वाहनों में पेट्रोल डलवाते नजर आए. पूरे मामले पर जानकारी देते हुए झालावाड़ मामा भांजा चौराहे पर स्थित भुरामल जाट पेट्रोल पंप के संचालक भूपेंद्र हाडा ने बताया कि प्रदेशव्यापी सांकेतिक हड़ताल के दौरान सुबह 10 बजे से शाम 6 बजे तक पेट्रोल पंपों पर पेट्रोल-डीजल नहीं दिए जाएंगे. इस दौरान पंप संचालक भी पेट्रोलियम पदार्थों की खरीद नहीं करेंगे. उन्होंने कहा कि इमरजेंसी सेवा में शामिल होने वाले वाहन एम्बुलेंस और फायर बिग्रेड को इस हड़ताल से मुक्त रखा गया है.
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पेट्रोल-डीजल पर वैट की मार - पेट्रोल पंप संचालक भूपेंद्र हाडा ने बताया कि पंजाब और हरियाणा की तुलना में राजस्थान में पेट्रोल-डीजल पर वैट की मार ज्यादा है. ऐसे में प्रदेश की जनता को पेट्रोल और डीजल पर अधिक दाम चुकाना पड़ता है. वहीं, सीमावर्ती इलाकों में रहने वाले लोग बाहरी राज्यों से पेट्रोल या डीजल भरवाना पसंद करते हैं. इससे राज्य के पेट्रोल पंप संचालकों को आर्थिक नुकसान हो रहा है.