झालावाड़. जिले के प्रभारी और खाद्य नागरिक आपूर्ति मंत्री रमेश मीणा ने शुक्रवार को झालावाड़ के मिनी सचिवालय में अतिवृष्टि से प्रभावित किसानों को हुए फसल खराबे के मुआवजे के संबंध में जिला प्रशासन के प्रयासों के साथ-साथ जिले में चल रहे विभिन्न विकास कार्यों की समीक्षा की.
इस दौरान प्रभारी मंत्री ने किसानों को समय पर पूर्ण मुआवजा राशि के लिए फसल खराब होने का सर्वे पूर्ण पारदर्शिता के साथ करवाने के निर्देश अधिकारियों को दिए. उन्होंने जिला रसद अधिकारी को निर्देशित किया कि वे ऐसे उपभोक्ताओं की सूची तैयार करवाएं जो खाद्य सुरक्षा योजना के अंतर्गत पंजीकृत हैं लेकिन काफी लंबे समय से राशन डीलर से खाद्य सामग्री नहीं ले रहे हैं. जिससे ऐसे व्यक्तियों को इस योजना से बाहर कर वंचित पात्र व्यक्तियों को इस योजना का लाभ दिलाया जा सके.
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प्रभारी मंत्री ने अधिकारियों को महीने में कम से कम एक बार छात्रावासों का निरीक्षण कर व्यवस्थाओं की जांच करने के निर्देश दिए. साथ ही विद्यालयों में पोषण के लिए लाए जाने वाले दूध की गुणवत्ता की जांच करने के भी निर्देश दिए है. प्रभारी मंत्री ने सभी विकास अधिकारियों को उनके क्षेत्र में मनरेगा योजना के अंतर्गत चल रहे कार्यों को मशीन के बजाय श्रमिकों के माध्यम से करवाने के निर्देश दिए.
उन्होंने कहा कि अगर कहीं मशीनों के माध्यम से मनरेगा के अंतर्गत उनके क्षेत्र में कार्य हो रहा है तो उसकी जांच करवा कर आवश्यक कार्रवाई की जाए. इस दौरान उनके साथ प्रभारी सचिव राजेश यादव, पुलिस अधीक्षक राममूर्ति जोशी, अतिरिक्त जिला कलेक्टर करतार सिंह पूनिया, जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी राजेंद्र प्रसाद चतुर्वेदी, कांग्रेस जिला अध्यक्ष कैलाश मीणा, मानवेंद्र सिंह और प्रमोद शर्मा भी मौजूद रहे.