झालावाड़. नगर परिषद चुनाव में कांग्रेस की हार के बाद स्थानीय नेताओं ने पर्यवेक्षकों पर पार्टी आलाकमान और जनता को गुमराह करने का आरोप लगाया है. उन्होंने एक ही नेता के कार्यालय में काम करने वाले लोगों को सारे टिकट बांटने का आरोप लगाया है. जिससे चुनाव में कांग्रेस को हार का सामना करना पड़ा.
झालावाड़ नगरपरिषद में कांग्रेस के पूर्व सभापति मनीष शुक्ला, पूर्व उपसभापति मोहम्मद शफीक खान, अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के जिला अध्यक्ष रमजान खान व यूथ कांग्रेस के सचिव सैयद इमरान अली ने प्रेस वार्ता की. इस दौरान कांग्रेस नेताओं ने आरोप लगाया कि टिकट वितरण पूरी तरीके से गलत हुआ. जीते हुए और जीतने वाले उम्मीदवारों को दरकिनार कर एक कांग्रेस नेता के दफ्तर में काम करने वाले कर्मचारियों को मनमाने तरीके से टिकट देकर चुनाव लड़वाया गया जो हार गए.
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स्थानीय नेताओं ने आरोप लगाया कि कांग्रेस नेता के दफ्तर नहीं जाने वाले प्रत्याशियों को फोन पर यह कहते हुए धमकाया गया कि यदि तुम हमारे कार्यालय नहीं आओगे तो तुम्हें हरवा दिया जाएगा. उन्होंने कहा कि झालावाड़ जिला पर्यवेक्षक राखी गौतम और अनूप ठाकुर तथा झालावाड़ नगर परिषद में जिस नेता को टिकट वितरण की जिम्मेदारी सौंपी गई. उन्होंने मिलकर आलाकमान और झालावाड़ की जनता को गुमराह किया है.
पर्यवेक्षकों ने निष्ठावान कांग्रेसी कार्यकर्ताओं का दमन करने की कोशिश की. ऐसे लोगों को उम्मीदवार बनाया गया जो कांग्रेस की विचारधारा के ही नहीं थे. इसके अलावा चुनाव में जमकर गुटबाजी हुई. कांग्रेस प्रत्याशियों के सामने कांग्रेस के ही एक गुट के द्वारा निर्दलीय प्रत्याशियों को खड़ा कर दिया गया. जिसके चलते कांग्रेस के वोट बैंक को भारी नुकसान हुआ.