झालावाड़. जिले के डग कस्बे में शुक्रवार को राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय दोबड़ा में हाफ रेस्ट के दौरान कुछ बच्चों के पोषाहार खाने के बाद अचानक से तबीयत बिगड़ गई. कुछ बच्चों के खाना खाने के बाद अचानक से उल्टियां शुरू हो गई. इसके बाद विद्यालय प्रशासन हरकत में आया और बच्चों को आनन-फानन में डग के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में पहुंचाया गया, जहां पर अभी फिलहाल चार बच्चों का इलाज जारी है.
ब्लॉक चिकित्सा अधिकारी विकास जैन ने बताया कि शुक्रवार दोबड़ा के राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय के कक्षा 1 से 8 तक के बच्चों को विद्यालय की छुट्टी के समय पोषाहार के रूप में दाल दिया गया था. इसके बाद जब विद्यालय स्टाफ के लोग भोजन करने बैठे, तो कुछ शिक्षकों को दाल में छिपकली की पूंछ दिखाई दी. इसी दौरान कुछ बच्चों को उल्टियां भी शुरू हो गई. बाद में स्कूल प्रशासन उन्हें डग के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर लेकर पहुंचा. यहां फिलहाल 4 बच्चों को एडमिट किया गया है, बाकी बच्चों को कुछ शिकायत नहीं हुई है. उन्होंने अंदेशा जताया कि दाल में छिपकली कुछ बच्चों के पोषाहार का सेवन करने के बाद गिरी होगी.
पोषाहार प्रभारी को किया निलम्बित : इस मामले में प्रथम दृष्टया लापरवाही पाए जाने पर जिला कलेक्टर आलोक रंजन ने संबंधित विद्यालय के अधिकारियों और कर्मचारी के विरुद्ध अनुशासनात्मक कार्रवाई की है. जिला कलेक्टर ने बताया कि उक्त लापरवाही को देखते हुए संबंधित विद्यालय के पोषाहार प्रभारी प्रकाश चन्द जैन को आदेश जारी कर निलम्बित कर दिया गया है. पीईईओ कालू सिंह और ब्लॉक मुख्य शिक्षा अधिकारी रमेशचन्द वर्मा को चार्जशीट देने के निर्देश जारी किए गए हैं. उन्होंने बताया कि दूषित पोषाहार खाने वाले सभी बच्चों का इलाज करवा दिया गया है और सभी स्वस्थ हैं.
गंदा पानी पीने से 24 से अधिक ग्रामीण बीमार : डग थाना क्षेत्र के गांव निपानिया में गंदा पानी पीने से 24 से अधिक लोगों को उल्टी-दस्त होने लगी. उन्हें डग सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया. यहां से चार लोगों को झालावाड़ रेफर किया गया है. जिला परिषद सीईओ ने पहुंचकर पानी की जांच करवाने के लिए सैंपल लेने के निर्देश दिए हैं.