झालावाड़. जिले के भालता थाने के दो जवानों की सूझबूझ और सजकता के चलते गुरुवार तड़के हाइवे के समीप खाई में पड़ी धू-धू कर जलती हुई कार में फंसे दो लोगों की जान बचाई जा सकी. समय रहते पुलिस के जवान मौके पर नहीं पहुंचते तो कोई बड़ा हादसा हो सकता था. मामले में जानकारी देते हुए पुलिस अधीक्षक रिचा तोमर ने बताया कि झालावाड़ जिले के भालता थाने में तैनात नाथूराम तथा सियाराम पुलिस के जवान सरडा चौकी से गुरुवार तड़के 4:00 बजे मोहर्रम के दौरान कानून-व्यवस्था के चलते भालता थाने की ओर सरकारी वाहन से आ रहे थे.
इसी दौरान अचानक नेशनल हाइवे के समीप एक खाई में एक कार पलटी हुई दिखाई दी, जिसमें कार के दोनों इंडिकेटर जल रहे थे. वहीं, कार के बोनट में से धुएं के साथ आग की लपटें निकल रही थीं. इसी दौरान कार के नजदीक जाने पर कार के अंदर दो लोग फंसे हुए दिखाई दिए. इधर कार में स्थित एयर बैलून के खुलने से कार का गेट भी लॉक हो चुका था. बाद में दोनों जवानों ने आनन-फानन में कार के गेट को खोलकर खानपुर निवासी कमलेश, पंकज तथा उसके साथी सुरेंद्र सिंह को बाहर निकाला तथा कार के बोनट में लगी आग को मिट्टी डालकर बुझाया गया.
बाद में मौके से गुजर रहे वाहन से उन्हें तत्काल अकलेरा के चिकित्सालय में पहुंचाया गया. हालांकि, हादसे के दौरान दोनों घायलों को मामूली चोटें आई हैं. इसके बाद दोनों घायलों को प्राथमिक उपचार के बाद चिकित्सालय से छुट्टी दे दी गई है. पुलिस अधीक्षक ने कहा कि समय रहते दोनों पुलिस जवानों के चलते कार में फंसे दोनों लोगों की जान बच सकी, वरना कोई बड़ा हादसा भी सामने आ सकता था. एसपी रिचा तोमर ने आमजन से कार ड्राइव करते समय सीट बेल्ट का प्रयोग करने की अपील की है.