ETV Bharat / state

झालावाड़: जिम बंद रखने से कैसे होगा निरोगी राजस्थान, जिम संचालकों ने की जिम खोलने के आदेश देने की मांग - राजस्थान की ताजा हिंदी खबरें

राजस्थान जिम वेलफेयर एसोसिएशन की ओर से झालावाड में प्रेस वार्ता का आयोजन किया गया. इस दौरान ऑल राजस्थान जिम एसोसिएशन के सदस्यों ने कहा कि राजस्थान सरकार की ओर से जिम सेंटर्स को बंद करने का आदेश निकालना बेहद ही दुर्भाग्यपूर्ण है.

Press conference of Rajasthan Gym Association, राजस्थान जिम एसोसिएशन की प्रेस वार्ता
राजस्थान जिम एसोसिएशन की प्रेस वार्ता
author img

By

Published : Apr 10, 2021, 12:35 PM IST

झालावाड़. जहां एक ओर कोरोना महामारी से जूझ रहे पूरे विश्व में स्वास्थ्य के ऊपर अधिक ध्यान देने की बात हो रही है. वहीं दूसरी ओर इम्यूनिटी बढ़ाने और फिटनेस बनाए रखने के सबसे अच्छे माध्यम जिम सेंटर्स को राजस्थान सरकार की ओर से बंद किया जा रहा है. जिससे न सिर्फ जिम संचालक बल्कि फिटनेस लवर्स भी काफी निराश है.

राजस्थान जिम एसोसिएशन की प्रेस वार्ता

उन्होंने बताया कि सरकार भी हमेशा से हेल्थ इज वेल्थ कहती हुई आई है. समाज में हमेशा से वेल्थ से ज्यादा महत्व हेल्थ को दिया जाता रहा है. ऐसे में जब सरकार अपनी वेल्थ के लिए शराब के ठेके तक खुले रखने की बात कर रही है, जबकि शराब स्वास्थ्य के लिए सबसे हानिकारक मानी जाती है. वहीं सरकार ने लोगों की हेल्थ की चिंता न करते हुए जिम को बंद करवा दिए हैं, जो कि लोगों का स्वास्थ्य बेहतर बनाए रखने में सबसे महत्वपूर्ण योगदान देते हैं.

उन्होने कहा कि जब से कोरोना आया है तब से मंदिर से लेकर मस्जिद तक, सरकारी कार्यालयों से लेकर फैक्ट्रियों तक सब में कोरोना का विस्फोट हुआ है, जबकि एकमात्र जिम ऐसी जगह रही है, जहां से एक भी कोरोना पॉजिटिव केस नहीं आया है. ऐसे में जब सरकार कोरोना गाइडलाइन के साथ कार्यालयों को चलाने, फैक्ट्रियां खोलने, शादी और अन्य समारोह आयोजित करने की अनुमति दे रही है, तो सरकार को लोगों के स्वास्थ्य की चिंता करते हुए कोरोना गाइडलाइन के साथ जिम खोलने की अनुमति भी देनी चाहिए. वैसे भी जिम में अधिकतर युवा वर्ग के लोग आते हैं, जो सभी लोग अपनी व्यक्तिगत चीजें ही इस्तेमाल करते हैं. साथ ही जिम में हमेशा से सोशल डिस्टेंसिंग की पालना भी की जाती रही है.

उन्होंने बताया कि बीते 1 साल से वैसे भी कोरोना के कारण जिम सेंटर्स बंद पड़े हुए थे. जिसकी वजह से जिम सचालकों की आर्थिक स्थिति बहुत ही खराब हो है. वहीं प्रदेश में संचालित ज्यादातर जिम किराए के भवन में चलते हैं. ऐसे में अचानक से जिम बंद करने के फैसले से जिम का किराया देना और ट्रेनर्स के सैलरी देना भी मुश्किल हो गया है. इसके अलावा मेंबर्स के स्वास्थ्य के साथ भी बड़ा खिलवाड़ हो रहा है. जिम सेंटर्स से लाखों लोगों को रोजगार भी मिलता है. ऐसे में जिम बंद करने के आदेश से लाखों लोगों के जीवन यापन पर भी गहरा असर पड़ रहा है.

पढ़ें- Exclusive: अंतर्कलह में डूबी कांग्रेस, उपचुनाव परिणाम के बाद 3 महीने में गिर जाएगी गहलोत सरकार : देवनानी

ऐसे में राजस्थान जिम वेलफेयर एसोसिएशन ने प्रदेश सरकार से अपील की है कि जिम सेंटर्स पर आश्रित लाखों लोगों की खराब होती आर्थिक स्थिति को देखते हुए और आमजनता के स्वास्थ्य की चिंता करते हुए जिम खोलने की अनुमति दे. साथ ही उन्होंने सरकार को विश्वास दिलाया कि सभी जिम सेंटर्स में कोरोना गाइडलाइन की पूरी तरह से पालना की जाएगी और हमेशा की तरह पूरी ताकत से इंडिया को फिट बनाए रखने का प्रयास किया जाएगा. जिससे कोरोना के खिलाफ जंग में सरकार को और अधिक मजबूती भी मिल सकेगी.

झालावाड़. जहां एक ओर कोरोना महामारी से जूझ रहे पूरे विश्व में स्वास्थ्य के ऊपर अधिक ध्यान देने की बात हो रही है. वहीं दूसरी ओर इम्यूनिटी बढ़ाने और फिटनेस बनाए रखने के सबसे अच्छे माध्यम जिम सेंटर्स को राजस्थान सरकार की ओर से बंद किया जा रहा है. जिससे न सिर्फ जिम संचालक बल्कि फिटनेस लवर्स भी काफी निराश है.

राजस्थान जिम एसोसिएशन की प्रेस वार्ता

उन्होंने बताया कि सरकार भी हमेशा से हेल्थ इज वेल्थ कहती हुई आई है. समाज में हमेशा से वेल्थ से ज्यादा महत्व हेल्थ को दिया जाता रहा है. ऐसे में जब सरकार अपनी वेल्थ के लिए शराब के ठेके तक खुले रखने की बात कर रही है, जबकि शराब स्वास्थ्य के लिए सबसे हानिकारक मानी जाती है. वहीं सरकार ने लोगों की हेल्थ की चिंता न करते हुए जिम को बंद करवा दिए हैं, जो कि लोगों का स्वास्थ्य बेहतर बनाए रखने में सबसे महत्वपूर्ण योगदान देते हैं.

उन्होने कहा कि जब से कोरोना आया है तब से मंदिर से लेकर मस्जिद तक, सरकारी कार्यालयों से लेकर फैक्ट्रियों तक सब में कोरोना का विस्फोट हुआ है, जबकि एकमात्र जिम ऐसी जगह रही है, जहां से एक भी कोरोना पॉजिटिव केस नहीं आया है. ऐसे में जब सरकार कोरोना गाइडलाइन के साथ कार्यालयों को चलाने, फैक्ट्रियां खोलने, शादी और अन्य समारोह आयोजित करने की अनुमति दे रही है, तो सरकार को लोगों के स्वास्थ्य की चिंता करते हुए कोरोना गाइडलाइन के साथ जिम खोलने की अनुमति भी देनी चाहिए. वैसे भी जिम में अधिकतर युवा वर्ग के लोग आते हैं, जो सभी लोग अपनी व्यक्तिगत चीजें ही इस्तेमाल करते हैं. साथ ही जिम में हमेशा से सोशल डिस्टेंसिंग की पालना भी की जाती रही है.

उन्होंने बताया कि बीते 1 साल से वैसे भी कोरोना के कारण जिम सेंटर्स बंद पड़े हुए थे. जिसकी वजह से जिम सचालकों की आर्थिक स्थिति बहुत ही खराब हो है. वहीं प्रदेश में संचालित ज्यादातर जिम किराए के भवन में चलते हैं. ऐसे में अचानक से जिम बंद करने के फैसले से जिम का किराया देना और ट्रेनर्स के सैलरी देना भी मुश्किल हो गया है. इसके अलावा मेंबर्स के स्वास्थ्य के साथ भी बड़ा खिलवाड़ हो रहा है. जिम सेंटर्स से लाखों लोगों को रोजगार भी मिलता है. ऐसे में जिम बंद करने के आदेश से लाखों लोगों के जीवन यापन पर भी गहरा असर पड़ रहा है.

पढ़ें- Exclusive: अंतर्कलह में डूबी कांग्रेस, उपचुनाव परिणाम के बाद 3 महीने में गिर जाएगी गहलोत सरकार : देवनानी

ऐसे में राजस्थान जिम वेलफेयर एसोसिएशन ने प्रदेश सरकार से अपील की है कि जिम सेंटर्स पर आश्रित लाखों लोगों की खराब होती आर्थिक स्थिति को देखते हुए और आमजनता के स्वास्थ्य की चिंता करते हुए जिम खोलने की अनुमति दे. साथ ही उन्होंने सरकार को विश्वास दिलाया कि सभी जिम सेंटर्स में कोरोना गाइडलाइन की पूरी तरह से पालना की जाएगी और हमेशा की तरह पूरी ताकत से इंडिया को फिट बनाए रखने का प्रयास किया जाएगा. जिससे कोरोना के खिलाफ जंग में सरकार को और अधिक मजबूती भी मिल सकेगी.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.