ETV Bharat / state

झालावाड़ में शुरू हुआ वन महोत्सव...स्कन्ध वाटिका बनेगी आकर्षण का केंद्र - स्कन्ध वाटिका बनेगी आकर्षण

झालावाड़ में वन विभाग और जिला प्रशासन के संयुक्त तत्वावधान में वन महोत्सव की शुरुआत हुई. जिसके तहत 6 हेक्टेयर भूमि में 2400 पौधें लगाये जाने की तैयारी हैं. इसके साथ ही स्कन्ध वाटिका का निर्माण भी किया जाएगा.

झालावाड़ में शुरू हुआ वन महोत्सव forest festival in jhalawar, rajasthan
author img

By

Published : Aug 3, 2019, 10:36 PM IST

झालावाड़. जिला प्रशासन एवं वन विभाग के संयुक्त तत्वावधान में जिला स्तरीय वन महोत्सव का आयोजन किया गया. वन विभाग द्वारा प्रतिवर्ष वन महोत्सव का आयोजन किया जाता रहा है. ऐसे में अब की बार वन महोत्सव के तहत 6 हेक्टेयर में करीब 2400 पौधे रोपने की तैयारी की हैं. इसके साथ ही स्कन्ध वाटिका का निर्माण भी किया जाएगा. जो राजस्थान में एक अलग प्रकार की पहचान बनाएगी. वाटिका अलग-अलग पंक्तियों में तैयार की जाएगी. जिसकी प्रत्येक पंक्ति की देखभाल की जिम्मेदारी विभिन्न निजी संस्थाओं द्वारा गोद लेने का निर्णय लिया गया हैं.

झालावाड़ में शुरू हुआ वन महोत्सव, स्कन्ध वाटिका बनेगी आकर्षण का केंद्र

वन महोत्सव के दौरान आंवला, पीपल, नीम, शीशम आदि का पौधरोपण भी किया गया. वन महोत्सव कार्यक्रम को संबोधित करते हुए जिला कलेक्टर सिद्धार्थ सिहाग ने कहा कि पर्यावरण के साथ ही हम सब का भविष्य भी जुड़ा हुआ हैं. यदि हम पर्यावरण की देखभाल नहीं करेंगे तो कल जिस तरह से पृथ्वी हमें मिली थी. वह शायद हम आगे आने वाली पीढ़ी को नहीं दे पायेंगे.

पढ़े- नीमराना की रैफल्स यूनिवर्सिटी की मान्यता रद्द...किराए के कमरों में चल रहे स्कूल भी होंगे बंद

ऐसे में आज के दौर में पर्यावरण संरक्षण सबसे महत्वपूर्ण कार्य हैं. उन्होंने कहा कि पर्यावरण दोबारा समाज की मुख्यधारा में आ रहा है लेकिन फिर भी प्रयास करने की जरूरत है. उन्होंने पर्यावरण संरक्षण के संदेश को ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुंचाने का आह्वान किया.

इस दौरान जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी राजेंद्र प्रसाद चतुर्वेदी, नगर परिषद के सभापति मनीष शुक्ला ने भी पर्यावरण संरक्षण पर अपने विचार व्यक्त किए. समारोह के दौरान पर्यावरण संरक्षण एवं पौधरोपण के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य करने वाले वन विभाग के अधिकारियों, वनपाल, वनरक्षक, वृक्ष पालक और पर्यावरण कार्यकर्ताओं को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया. कार्यक्रम के अंत में उप वन संरक्षक ने सभी लोगों को पर्यावरण की शपथ भी दिलाई.

झालावाड़. जिला प्रशासन एवं वन विभाग के संयुक्त तत्वावधान में जिला स्तरीय वन महोत्सव का आयोजन किया गया. वन विभाग द्वारा प्रतिवर्ष वन महोत्सव का आयोजन किया जाता रहा है. ऐसे में अब की बार वन महोत्सव के तहत 6 हेक्टेयर में करीब 2400 पौधे रोपने की तैयारी की हैं. इसके साथ ही स्कन्ध वाटिका का निर्माण भी किया जाएगा. जो राजस्थान में एक अलग प्रकार की पहचान बनाएगी. वाटिका अलग-अलग पंक्तियों में तैयार की जाएगी. जिसकी प्रत्येक पंक्ति की देखभाल की जिम्मेदारी विभिन्न निजी संस्थाओं द्वारा गोद लेने का निर्णय लिया गया हैं.

झालावाड़ में शुरू हुआ वन महोत्सव, स्कन्ध वाटिका बनेगी आकर्षण का केंद्र

वन महोत्सव के दौरान आंवला, पीपल, नीम, शीशम आदि का पौधरोपण भी किया गया. वन महोत्सव कार्यक्रम को संबोधित करते हुए जिला कलेक्टर सिद्धार्थ सिहाग ने कहा कि पर्यावरण के साथ ही हम सब का भविष्य भी जुड़ा हुआ हैं. यदि हम पर्यावरण की देखभाल नहीं करेंगे तो कल जिस तरह से पृथ्वी हमें मिली थी. वह शायद हम आगे आने वाली पीढ़ी को नहीं दे पायेंगे.

पढ़े- नीमराना की रैफल्स यूनिवर्सिटी की मान्यता रद्द...किराए के कमरों में चल रहे स्कूल भी होंगे बंद

ऐसे में आज के दौर में पर्यावरण संरक्षण सबसे महत्वपूर्ण कार्य हैं. उन्होंने कहा कि पर्यावरण दोबारा समाज की मुख्यधारा में आ रहा है लेकिन फिर भी प्रयास करने की जरूरत है. उन्होंने पर्यावरण संरक्षण के संदेश को ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुंचाने का आह्वान किया.

इस दौरान जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी राजेंद्र प्रसाद चतुर्वेदी, नगर परिषद के सभापति मनीष शुक्ला ने भी पर्यावरण संरक्षण पर अपने विचार व्यक्त किए. समारोह के दौरान पर्यावरण संरक्षण एवं पौधरोपण के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य करने वाले वन विभाग के अधिकारियों, वनपाल, वनरक्षक, वृक्ष पालक और पर्यावरण कार्यकर्ताओं को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया. कार्यक्रम के अंत में उप वन संरक्षक ने सभी लोगों को पर्यावरण की शपथ भी दिलाई.

Intro:झालावाड़ में वन विभाग व जिला प्रशासन के संयुक्त तत्वावधान में वन महोत्सव की शुरुआत हुई. जिसके तहत 6 हेक्टेयर भूमि में 2400 पौधे लगाए जाएंगे. साथ ही स्कंध वाटिका का निर्माण भी किया जाएगा.


Body:झालावाड़ में जिला प्रशासन एवं वन विभाग के संयुक्त तत्वावधान में जिला स्तरीय वन महोत्सव का आयोजन किया गया. वन विभाग द्वारा प्रतिवर्ष वन महोत्सव का आयोजन किया जाता रहा है. ऐसे में अब की बार वन महोत्सव के तहत 6 हेक्टेयर में करीब 2400 पौधे लगाए जाएंगे. इसके साथ ही स्कंध वाटिका का निर्माण भी किया जाएगा. जो राजस्थान में एक अलग प्रकार की पहचान बनाएगी. वाटिका अलग-अलग पंक्तियों में तैयार की जाएगी. जिसकी प्रत्येक पंक्ति की देखभाल की जिम्मेदारी विभिन्न निजी संस्थाओं द्वारा गोद लेने का निर्णय लिया गया है. वन महोत्सव के दौरान आंवला, पीपल, नीम, शीशम आदि का पौधारोपण भी किया गया.

वन महोत्सव कार्यक्रम को संबोधित करते हुए जिला कलेक्टर सिद्धार्थ सिहाग ने कहा कि पर्यावरण के साथ ही हम सब का भविष्य भी जुड़ा हुआ है और यदि हम पर्यावरण की देखभाल नहीं करेंगे तो कल जिस तरह से पृथ्वी हमें मिली थी वह शायद हम आगे आने वाली पीढ़ी को नहीं दे पाएंगे. ऐसे में आज के दौर में पर्यावरण संरक्षण सबसे महत्वपूर्ण कार्य है. उन्होंने कहा की पर्यावरण दोबारा समाज की मुख्यधारा में आ रहा है लेकिन फिर भी प्रयास करने की जरूरत है. उन्होंने पर्यावरण संरक्षण के संदेश को ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुंचाने का आह्वान किया.

इस दौरान जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी राजेंद्र प्रसाद चतुर्वेदी, नगर परिषद के सभापति मनीष शुक्ला ने भी पर्यावरण संरक्षण पर अपने विचार व्यक्त किए.

समारोह के दौरान पर्यावरण संरक्षण एवं पौधारोपण के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य करने वाले वन विभाग के अधिकारियों, वनपाल, वनरक्षक, वृक्ष पालक व पर्यावरण कार्यकर्ताओं को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया. कार्यक्रम के अंत में उप वन संरक्षक ने सभी लोगों को पर्यावरण की शपथ भी दिलाई.


Conclusion:बाइट - एलएन प्रजापति ( उप वन संरक्षक, झालावाड़)
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.