झालावाड़. 'कोई भूखा ना सोए' के संकल्प को साकार करने की दिशा में कदम बढ़ाते हुए राज्य सरकार द्वारा राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन के अन्तर्गत इंदिरा रसोई योजना की शुरुआत की गई है. वहीं भारत के पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की जयंती पर गुरुवार को 'सद्भावना दिवस' के अवसर पर जिला कलेक्टर निकया गोहाएन और नगर परिषद के सभापति मनीष शुक्ला द्वारा एसआरजी चिकित्सालय में स्थित आश्रय स्थल पर रिबन काटकर इस योजना का शुभारंभ किया गया.
जिला कलेक्टर निकया गोहाएन ने बताया कि झालावाड़ में इन्दिरा रसोई योजना के अन्तर्गत 7 जगहों पर रसोइयां खोली गई है. जिनमें झालावाड़ शहर में 3 जगहों पर, 1 झालरापाटन में, 1 अकलेरा में, 1 पिड़ावा में, 1 भवानीमंडी में रसोई खोली गई है. इसके तहत गरीब और जरूरतमंद लोगों को मात्र 8 रुपए में शुद्ध पौष्टिक भोजन मिलेगा. भोजन में प्रति थाली 100 ग्राम दाल, 100 ग्राम सब्जी, 250 ग्राम चपाती एवं अचार मिलेगा.
यह भी पढ़ें- गहलोत सरकार की 'इंदिरा रसोई योजना' पर रार, BJP ने कहा- गांधी परिवार को खुश करने के लिए बदला नाम
स्थानीय आवश्यकता के अनुसार मैन्यू और भोजन में परिवर्तन भी किया जा सकता है. दोपहर का भोजन सुबह 8:30 बजे से मध्याह्न 1 बजे तक और रात का भोजन शाम 5 बजे से रात्रि 8 बजे तक मिलेगा. कोरोना महामारी से बचाव के लिए रसोइयों में आवश्यक प्रावधान किए गए हैं. मोबाइल एप और सीसीटीवी कैमरों से रसोइयों की निगरानी की जाएगी. कूपन लेते ही मोबाइल पर एसएमएस से सूचना मिलेगी.