झालावाड़. भारत में बढ़ते कोरोना वायरस के खतरे और लॉकडाउन की वजह से मनोरंजन व पर्यटन जगत बुरी तरह से प्रभावित हुआ था. लॉकडाउन की वजह से आवागमन बंद हो गया था, जिससे फिल्म, टेलीविजन व यूट्यूब वीडियोज की शूटिंग भी रुकी हुई थी.
ऐसे में अब जैसे ही अनलॉक का दौर शुरू हुआ है और पाबंदियां कम होने लगी हैं. वैसे ही शूटिंग शुरू होने लग गई है. जिसका असर झालावाड़ में भी देखने को मिल रहा है. कोरोना काल के बाद धीरे-धीरे प्रोड्यूसर, डायरेक्टर व एक्टर्स की टीम झालावाड़ में शूटिंग के लिए पहुंच रही है.
झालावाड़ को राजस्थान का चेरापूंजी कहा जाता है. यहां पर प्रदेश में सबसे ज्यादा बारिश होती है, जिससे पूरे जिले का प्राकृतिक सौंदर्य पर्यटकों व डायरेक्टर्स को खूब आकर्षित करता है. झालावाड़ का ऐतिहासिक गागरोन किला, झालरापाटन शहर, द्वारिकाधीश मन्दिर, मुकुन्दरा की खूबसूरत पहाड़ियां और कई नदियां व बांध जो शूटिंग के लिहाज से बहुत उत्कृष्ट मानी जाती हैं. ऐसे में प्रोड्यूसर्स व डायरेक्टर्स यहां का सौंदर्य को देखकर खिंचे चले आते हैं.
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जिले में अभी चार से पांच जगहों पर शूटिंग चल रही है, जिनमें अलग-अलग प्रोडक्शन हाउस के द्वारा म्यूजिक वीडियोज शूट किए जा रहे हैं. जिनमे सैड व रोमांटिक सांग्स से लेकर रैप सॉन्ग भी शूट किए जा रहे हैं.
प्रोड्यूसर नितेश दाधीच ने बताया कि झालावाड़ में उन्होंने गागरोन दुर्ग, गढ़ पैलेस, झालरापाटन सिटी, द्वारिकाधीश व सूर्य मंदिर, भवानी नाट्यशाला सहित कई जगह पर शूट किया है, जो कि बहुत ही अच्छी जगहों में से एक है. उन्होंने बताया कि यहां पर हर चीज बहुत आसानी से उपलब्ध हो जाती है. इसके अलावा झालावाड़ इकोनॉमिकली भी बहुत सस्ती जगहों में से एक है. उन्होंने बताया कि मुंबई या बड़े शहरों में जो चीजें लाखों में हो पाती हैं. वो यहां पर हमने हजारों में ही शूट कर ली हैं.
मुंबई से आई एक्ट्रेस जेनिफर ने बताया कि कि वह पहली बार झालावाड़ में आई हैं और यहां का वातावरण उन्हें बहुत अच्छा लगा है. यहां पर जितनी भी शूटिंग लोकेशन्स हैं, वह बहुत अच्छी हैं. साथ ही यहां के जो लोकल कलाकार और लोग हैं, उनका भी बहुत अच्छा व्यवहार देखने को मिला है. उन्होंने बताया कि झालावाड़ में उनका शूटिंग के लिहाज से बहुत ही अच्छा अनुभव रहा है.
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डायरेक्टर नितेश त्यागी ने बताया कि झालावाड़ में वो सभी शूट लोकेशन्स मौजूद हैं, जिनकी किसी भी प्रकार की फिल्म या वीडियो में जरूरत होती है. यहां पर किले भी हैं, मंदिर भी हैं, पहाड़ियां भी है, जंगल भी हैं, नदियां भी हैं और होटल व रिजॉर्ट्स भी हैं. साथ ही यह सब चीजें बहुत पास पास में हैं. जहां पर 15 से 20 मिनट में पहुंचा जा सकता है. जो कि फिल्म बनाने के लिए बहुत ही मददगार रहती हैं.
उन्होंने बताया कि मुंबई व अन्य शहरों को छोड़कर अगर लोग झालावाड़ में आकर शूटिंग करें तो पैसे व समय के हिसाब से बहुत फायदेमंद रहेगा. उन्होंने बताया कि झालावाड़ में अभी भी कई ऐसी जगहें हैं, जिनको एक्सप्लोर किया जा सकता है और ज्यादा से ज्यादा लोगों को बताया जा सकता है. वो खुद भी आगे इसी तरीके से झालावाड़ में शूटिंग के लिए आते रहेंगे.
वहीं सिंगर अविजित सिंह ने बताया कि झालावाड़ को लेकर उन्होंने जो अपेक्षा की थी. उससे ज्यादा यहां पर उनको मिला है. झालावाड़ की लोकशन्स इतनी अच्छी है कि यहां पर सभी प्रकार के गाने शूट किए जा सकते हैं.