झालावाड़. जिले के झालरापाटन थाना पुलिस तथा डीएसटी टीम ने बुधवार को संयुक्त कार्रवाई करते हुए शहर के एक रिहायशी मकान में दबिश देकर जाली नोट बनाने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया है. पुलिस ने मौके से 2 लाख 46 हजार 400 रुपए की फेक करेंसी और जाली नोट बनाने में प्रयुक्त प्रिंटर, केमिकल और अन्य सामग्री बरामद की है.
मामले की जानकारी देते हुए झालावाड़ डीएसपी ब्रजमोहन मीणा ने बताया कि झालावाड़ पुलिस की जिला स्पेशल टीम और झालरापाटन थाना पुलिस को जाली नोट बनाने वाले गिरोह के बारे में सूचना मिल रही थी. जिस पर झालरापाटन थानाधिकारी महावीर सिंह यादव और डीएसटी प्रभारी भूपेंद्र सिंह के नेतृत्व में एक टीम गठित की गई. झालरापाटन शहर के सूरजपोल नाका क्षेत्र के चंद्रावती कालोनी के एक रिहायशी मकान में दबिश दी गई.
छापेमारी के दौरान मकान से 200 रुपए के 1232 नकली नोट तथा जाली नोट बनाने में काम आने वाली स्याही, केमिकल, प्रिंटर, कटर, कागज, डिकोटिंग पाउडर, क्रिस्टल पाउच, स्क्रीन प्रिंटिंग के उपकरण और अन्य सामग्री बरामद की गई. कार्रवाई के दौरान मकान से कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है. झालरापाटन थाना पुलिस ने मकान मालिक मनीष चौधरी के खिलाफ फैक करेंसी बनाने और संग्रहित रखने की धाराओं में प्रकरण दर्ज कर मामला अनुसंधान में ले लिया है.
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सूत्रों के अनुसार इस पूरे मामले के तार कोटा जिले के मंडाना थाने से जुड़े होने का अंदेशा है. जहां पिछले दिनों इसी तरह की फेक करेंसी के मामले में कुछ लोगो की गिरफ्तारी हुई थी. माना जा रहा है कि गिरफ्तार लोगों से की गई पूछताछ में ही पुलिस की डीएसटी टीम को झालरापाटन में नकली करेंसी होने इनपुट मिला है.