झालावाड़. श्री कृष्ण जन्माष्टमी के अवसर पूरा झालावाड़ जिला ही कृष्ण की भक्ति में डूबा नजर आया. इस दौरान जहां पूरे जिले के सभी कस्बों के मंदिरों में भगवान श्री कृष्ण का जन्मोत्सव देर रात तक बड़ी ही धूमधाम से मनाया गया. परंतु सबसे खास नजारा दिखाई दिया धार्मिक नगरी झालरापाटन में जहां अति प्राचीन द्वारिकाधीश मंदिर में कृष्ण भक्तों का सैलाब उमड़ पड़ा. जहां सुबह से लेकर मध्य रात्रि तक भक्तों की लंबी लंबी कतारों में खड़े लोग अपने आराध्य की झलक पाने के लिए आतुर दिखे. यहां झालावाड़ जिले सहित सीमावर्ती मध्य प्रदेश मालवा के भी श्रद्धालु बड़ी संख्या में भगवान द्वारिकाधीश के दर्शनों के लिए पहुंचे. वहीं मंदिर परिसर में 351 किलो फूल से श्रीकृष्ण के लिए फूल बंगला सजाया गया. साथ ही 151 किलो पंचामृत से अभिषेक किया गया. इस दौरान पूरे मंदिर की आकर्षक सजावट की गई.
भगवान द्वारिकाधीश मंदिर परिसर में मध्य रात्रि तक श्री कृष्ण के प्रकट उत्सव के इंतजार में खड़ी महिलाएं कृष्ण भक्ति में जमकर झूमती नजर आई, तो वही नन्हे बालक भी अपने परिजनों के साथ कृष्ण और राधा की वेशभूषा में अठखेलियां करते नजर आए. इस दौरान श्रद्धालु भगवान द्वारिकाधीश के बालगोपाल रूप के दर्शनों के लिए लंबी कतारों में लगे रहे. मंदिर परिसर में मौजूद भजन मंडलियों ने भी कृष्ण की बाल लीलाओं पर भजन गायन किया.
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ऐसा ही कुछ नजारा झालावाड़ जिले के झालरापाटन स्थित भगवान पद्मनाभ, सूर्य मंदिर व श्रीमन्नारायण मंदिर में भी दिखा, जहां श्रद्धालु कृष्ण जन्मोत्सव का उत्सव मनाते नजर आए. शहर में विभिन्न जगह भजन मंडलीया भी अपने भजनों से श्रद्धालुओं को कृष्ण भक्ति से सारोंबार करती नजर आई. उधर झालावाड़ तथा झालरापाटन शहर में भी युवाओं द्वारा मटकी फोड़ प्रतियोगिता का भी आयोजन किया गया, जिसमें बड़ी संख्या में युवाओं ने भाग लिया. इस दौरान अपार जनसमूह को नियंत्रित करने के लिए पुलिस जवानों को भी खासी मशक्कत करनी पड़ी. मंदिर समिति व पुलिस के अधिकारी व जवानों की टीमें शहर के विभिन्न मंदिरों व चौराहों पर तैनात नजर आईं. वहीं मध्य रात्रि में भगवान कृष्ण के प्रकट उत्सव के बाद झालावाड़ तथा झालरापाटन शहर में लोगों के ओर से जमकर आतिशबाजी भी की गई. वहीं भगवान के जन्मोत्सव के बाद आज यानी शुक्रवार को नंद उत्सव का कार्यक्रम होगा.