झालावाड़. जिले के झालरापाटन में आयोजित चंद्रभागा मेले में 3 दिवसीय सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है. इसकी तहत बुधवार को लोकरंग कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें राजस्थान के विभिन्न लोक नृत्यों को कलाकारों ने प्रस्तुत किया.
जहां आमतौर पर भजनों और नृत्यों से गणेश वंदना करते हुए कार्यक्रम का शुभारंभ किया जाता है लेकिन, इस कार्यक्रम में कठपुतलियों ने नृत्य के माध्यम से गणेश वंदना की शुरूआत की, जिसे देखकर दर्शक रोमांचित हो उठे. गणेश वंदना के बाद कठपुतलियों ने ही चरी नृत्य किया गया, जिनमें कठपुतलियों के सिर पर चरी में जलती हुई आग रखी गई और उसके बाद कलाकारों ने कठपुतलियों को नृत्य करवाया.
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कार्यक्रम में बारां जिले के छबड़ा से आए कलाकारों ने चकरी नृत्य प्रस्तुत किया, जिसे लोगों ने खूब सराहा. वहीं इस दौरान भंवई नृत्य किया गया, जिसमें ग्रामीण अंचल के जनजीवन को नृत्य के माध्यम से प्रस्तुत किया गया. समरोह में झालावाड़ जिले के खानपुर के कलाकारों ने कानग्वालि नृत्य भी प्रस्तुत किया, जिसमें श्री कृष्ण के कई प्रसंगों को नृत्य के माध्यम से प्रस्तुत किया गया.
मेले के दौरान राजस्थान में सबसे प्रसिद्ध माने जाने वाले कालबेलिया, तेरहताली और घूमर नृत्य भी कलाकारों ने प्रस्तुत किए. जिन्हें देखकर लोगों ने खूब आनंद उठाया. लोकरंग के इस कार्यक्रम में हजारों की संख्या में स्थानीय लोग शामिल हुए साथ ही कई मेले में आये कई पशुपालक और पर्यटक भी इस कार्यक्रम में शामिल हुए और राजस्थानी लोक नृत्य को सराहा.