झालावाड़. शहर के निजी अस्पताल में इलाज के दौरान युवक की मौत हो जाने के मामले में परिजनों ने जमकर हंगामा किया. परिजनों ने डॉक्टरों पर इलाज के दौरान लापरवाही बरतने का आरोप लगाया है. इसके बाद पुलिस ने अस्पताल पहुंचते हुए शव को अपने कब्जे में लिया और शव को जिला अस्पताल की मोर्चरी में रखवा दिया गया है. मामला झालावाड़ शहर में स्थित ट्रॉमा सेंटर हॉस्पिटल का है.
परिजनों का कहना है कि बुधवार दोपहर मांगीलाल मेरोठा के हाथ में दर्द होने और सूजन आ जाने के कारण उसे ट्रॉमा सेंटर अस्पताल में भर्ती करवाया गया था. जहां उसका इलाज किया जा रहा था. ऐसे में डॉक्टरों ने युवक को गलत इंजेक्शन दे दिया. जिसके कारण युवक की शाम को 5 बजे ही मौत हो गई थी. लेकिन परिजनों से पैसे ऐंठने के लिए मृतक को 12 बजे तक भर्ती करके रखा.
अस्पताल प्रशासन ने परिजनों से इस दौरान करीब 35 हजार ले लिए और बाद में युवक को मृत घोषित कर दिया. जिसको लेकर परिजनों ने हंगामा शुरू कर दिया. हंगामा बढ़ता देख मौके पर झालावाड़ की कोतवाली थाना पुलिस भी पहुंची और उन्होंने शव को अपने कब्जे में ले लिया और शव को अस्पताल की मोर्चरी में रखवा दिया.
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कोतवाली थाने के सीआई बलवीर सिंह ने बताया कि देर रात्रि पुलिस को सूचना मिली थी कि ट्रामा सेंटर हॉस्पिटल में हंगामा हो रहा है. जिस पर पुलिस मौके पर पहुंची और हंगामे को शांत करवाया. पुलिस ने परिजनों की मांग पर शव को पोस्टमार्टम के लिए एसआरजी अस्पताल की मोर्चरी में रखवा दिया है. वहीं परिजनों का कहना है कि अस्पताल प्रशासन की लापरवाही के कारण युवक की मौत हुई है. ऐसे में जिम्मेदार डॉक्टरों के खिलाफ मामला दर्ज करते हुए कड़ी कार्रवाई की जाए.