झालावाड़. महात्मा गांधी की 150 वीं जयंती के अवसर पर झालावाड़ में विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया गया. जिसमें सुबह साइकिल रैली के माध्यम से महात्मा गांधी के स्वच्छता का संदेश दिया गया. जिसे झालावाड़ जिला कलेक्टर ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया.
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साइकिल रैली मिनी सचिवालय से शुरू होकर झालरापाटन के द्वारिकाधीश मंदिर में समाप्त हुई. उसके बाद सर्वधर्म प्रार्थना सभा का भी आयोजन किया गया. जिसमें सभी धर्मों के गुरुओं ने देश में अमन व शांति की प्रार्थना की. इस अवसर पर निजी विद्यालयों के कई विद्यार्थी गांधी बनकर आए, जिन्होंने मिनी सचिवालय स्थित महात्मा गांधी की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित की.
जयंती अवसर पर राजकीय विद्यालयों के छात्र-छात्राओं, महिला शिक्षण विहार की छात्राओं, संकल्प निराश्रित बालगृह के बालक-बालिकाओं तथा स्काउट एवं गाइड द्वारा गढ़ परिसर से मिनी सचिवालय तक प्रभात फेरी भी निकाली गयी. इस दौरान झालावाड़ जिला कलेक्टर, अतिरिक्त जिला कलेक्टर, महात्मा गांधी जीवन दर्शन समिति की अध्यक्ष मीनाक्षी चंद्रावत भी मौजूद रहीं.
जिला कारागार में भी मनाई गई गांधी जयंती
जिला कारागार झालावाड़ में महात्मा गांधी की 150 वीं जयंती के उपलक्ष्य में कार्यक्रम का आयोजन किया गया. जिसमें जेल में बंद कैदियों ने बापू के भजन गाते हुए उनको श्रद्धांजलि दी. कार्यक्रम में मुख्य अतिथि जिला एवं सेशन न्यायाधीश अतुल सक्सेना रहे. जिन्होंने महात्मा गांधी की मूर्ति पर माल्यार्पण व पूजा कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया.
जिसके बाद सभी बंदियों ने महात्मा गांधी के प्रिय भजन 'रघुपति राघव राजाराम, पतित पावन सीताराम' का गायन किया. बंदियों ने इस दौरान अनेक भजन भी प्रस्तुत किए और उन पर नृत्य भी प्रस्तुत किया. इस अवसर पर बंदियों के बीच गांधीजी क्विज का आयोजन भी किया गया. क्विज के विजेता बंदियों को सम्मानित किया गया तथा इन बंदियों की एक विशेष मुलाकात करवाई जाएगी.
गांधी जयंती के अवसर पर कारागृह के 2 बंदियों की शेष सजा माफ करते हुए उनको राज्य सरकार के आदेश पर रिहा किया गया. जिसमें रमेश चंद व हैदर अली की शेष सजा माफ करते हुए उनको रिहाई के समय गांधीजी के जीवन पर आधारित पुस्तक भेंट की गई. साथ ही महात्मा गांधी के शांति व अहिंसा के उपदेश को जेल में बंद कैदियों को विस्तार से समझाया गया.