झालावाड़. खानपुर थाना क्षेत्र में कार का कांच फोड़ने को लेकर हुए झगड़े में आधा दर्जन लोगों के घायल होने तथा महिला की मौत होने का मामला सामने आया है. जिसको लेकर परिजनों ने आज झालावाड़ के एसआरजी अस्पताल में हंगामा किया. इसको लेकर खानपुर उपाधीक्षक राजीव परिहार भी अस्पताल पहुंचे और परिजनो से समझाइश का प्रयास किया. लेकिन परिजन एसपी के सामने पोस्टमार्टम करवाने व आरोपियों को गिरफ्तार करने की मांग पर अड़े रहे.
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मामले को लेकर परिजनों का कहना है कि होली के 7, 8 दिन पहले उनकी कार शीशा टूट गया था. जिसको लेकर उन्होंने खानपुर थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई थी. रिपोर्ट में पड़ोसी बबलू यादव पर संदेह जताया था. उसी की रंजिश को लेकर बबलू, लीलाधर, रितिक, पीरू और राहुल ने धुलंडी के दिन उनके चाचा के साथ मारपीट की. ऐसे में जब वो थाने में गए तो पुलिस ने उनको पहले इलाज करवाने बाद में रिपोर्ट लिखने की बात कही.
जिसके चलते वो अस्पताल आ गए तथा बबलू यादव व अन्य चार पांच लोगों ने उनके घर पर फिर से हमला बोल दिया. जिसमें उनकी चाची डाला बाई घायल हो गयी. पीड़ितों का कहना है कि इस हमले में उनके मथरालाल, बालचंद, शंकर, विष्णु, सोनू, इंदिरा, छोटा बाई को चोटें आयी तथा डाला बाई की मौत हो गयी. परिजनों ने पुलिस पर आरोप लगाया है कि होली के दिन उनके साथ दो बार मारपीट की गयी लेकिन पुलिस ने आरोपियों को महज पाबंद करके छोड़ दिया. आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई नहीं की. जिसके कारण उनपर दोबारा हमला हुआ.
पुलिस उपाधीक्षक राजीव परिहार का कहना है कि 29 मार्च को दोनों पक्षों में मारपीट हुई थी. जिसको लेकर मामला दर्ज कर लिया गया था तथा जांच की जा रही है. उन्होने बताया कि पीड़ित पक्ष के द्वारा दी गई एफआईआर में महिला के साथ मारपीट का कहीं कोई जिक्र नहीं था. ऐसे में महिला की मौत के कारणों का पता लगाकर आगे की कार्रवाई की जाएगी.