झालावाड़. कोरोना वायरस से संक्रमित व्यक्ति के इलाज में क्वॉरेंटाइन सेंटर्स की भूमिका सबसे अहम होती है. लेकिन देशभर से क्वॉरेंटाइन सेंटर्स में फैली हुई अव्यवस्थाओं की खबरें खूब सामने आई है. यहां तक कि लोगों ने अव्यवस्थाओं के वीडियो सोशल मीडिया पर भी जमकर वायरल किए. ऐसे में क्वॉरेंटाइन सेंटर्स में बेहतर सुविधाओं को लेकर काम कर रही झालावाड़ी की बेटी श्रद्धा गौतम के प्रयास रंग लाए हैं. श्रद्धा गौतम की पीआईएल पर राजस्थान हाईकोर्ट ने राज्य सरकार को निर्देश दिए हैं कि क्वॉरेंटाइन सेंटर्स में लोगों को पर्सनल हाइजीन की सुविधाएं भी उपलब्ध करवाई जाए.
बता दें कि झालावाड़ शहर के गायत्री नगर निवासी श्रद्धा गौतम ने राजस्थान हाईकोर्ट में क्वॉरेंटाइन सेंटर्स में पर्सनल हाइजीन की सुविधाएं उपलब्ध करवाने की मांग को लेकर जनहित याचिका लगाई थी. ऐसे में राजस्थान हाईकोर्ट की जयपुर बेंच ने मामले की ऑनलाइन सुनवाई की, जिसमें उन्होंने माना कि सेनेटरी नेपकिन, टॉवल, अंडरगारमेंट्स, कम से कम एक जोड़ी कपड़े, शेविंग किट, नेल कटर आदि पर्सनल हाईजीन की सुविधाएं क्वॉरेंटाइन सेंटर्स में लोगों को मिलनी चाहिए.
पढ़ें- हौसले को सलामः संजीव ने दिव्यांगता को दी मात...500 से अधिक मजदूरों को घर पहुंचाने में की मदद
श्रद्धा गौतम ने बताया कि उन्होंने कल्पना की थी कि अगर उन्हें कभी क्वॉरेंटाइन सेंटर्स में जाना पड़े तो क्या-क्या चीजों की जरूरत होगी? लेकिन वास्तविक रूप में सेंटर्स में पर्सनल हाईजीन की इन सब चीजों की कमी थी. जिसके चलते लोग भी इन सेंटर्स में जाने से घबराते है. ऐसे में उन्होंने राजस्थान हाईकोर्ट में जनहित याचिका दाखिल की थी, जिस पर ऑनलाइन सुनवाई हुई और कोर्ट ने राज्य सरकार को सेंटर्स में महिलाओं और पुरुषों के लिए अलग-अलग पर्सनल हाइजीन की व्यवस्था करने के निर्देश दिए हैं.