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झालावाड़ में इस सड़क मार्ग के दोनों तरफ अंग्रेजी बबूल के पेड़ राहगीरों के लिए बने मुसीबत... - Jhalawar news in hindi

अकलेरा-छीपाबड़ौद सड़क मार्ग से गुजर रहे राष्ट्रीय राजमार्ग 90 का रास्ता और परवन नदी तक मार्ग अंग्रेजी बबूल के पेड़ों और झाड़ियों से अटा पड़ा है. जिसकी वजह से लोगों को आवाजाही में परेशानी हो रही है.

बबूल का पेड़ लोगों के लिए बना मुसीबत
बबूल का पेड़ लोगों के लिए बना मुसीबत
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Published : Sep 30, 2020, 5:50 PM IST

अकलेरा (झालावाड़). जैव विविधता के लिए बड़ा खतरा माने जाने वाला विलायती बबूल अब इंसानों के लिए खतरा बनता जा रहा है. पर्यावरण की दृष्टि से कोई उपयोग में नहीं आने वाला विलायती बबूल अब परेशानी का सबब बनता जा रहा है. अकलेरा छीपाबड़ौद सड़क मार्ग से गुजर रहे राष्ट्रीय राजमार्ग 90 का रास्ता और परवन नदी तक मार्ग अंग्रेजी बबूल के पेड़ों और झाड़ियों से अटा पड़ा है.

मार्ग पर घट रही दुर्घटनाएं...

रास्ते के दोनों तरफ अंग्रेजी बबूल होने से मार्ग से गुजर रहे राहगीरों और वाहनों को विशेष परेशानियों से दुर्घटना की आशंकाओं के साथ मार्ग से गुजरना पड़ रहा है. वहीं, मुख्य सड़क स्पष्ट दिखाई नहीं देने से मार्ग पर दुर्घटनाएं घट रही हैं. बबूल के पेड़ों की वजह से मार्ग संकरा हो जाने से आए दिन वाहन चालक मवेशियों से टकरा कर घायल हो रहे हैं.

इसमें सबसे ज्यादा खतरनाक स्थिति कलमोदिया गांव से परवन नदी तक है. जानकारी के अनुसार कलमोदिया गांव के मुहाने से लेकर परवन नदी तक अंग्रेजी बबूल की झाड़ियों से मार्ग संकरा हो गया है. जिसके चलते गांव के कई पालतू मवेशी वाहनों से टकराकर घायल हो जाते हैं.

अकलेरा (झालावाड़). जैव विविधता के लिए बड़ा खतरा माने जाने वाला विलायती बबूल अब इंसानों के लिए खतरा बनता जा रहा है. पर्यावरण की दृष्टि से कोई उपयोग में नहीं आने वाला विलायती बबूल अब परेशानी का सबब बनता जा रहा है. अकलेरा छीपाबड़ौद सड़क मार्ग से गुजर रहे राष्ट्रीय राजमार्ग 90 का रास्ता और परवन नदी तक मार्ग अंग्रेजी बबूल के पेड़ों और झाड़ियों से अटा पड़ा है.

मार्ग पर घट रही दुर्घटनाएं...

रास्ते के दोनों तरफ अंग्रेजी बबूल होने से मार्ग से गुजर रहे राहगीरों और वाहनों को विशेष परेशानियों से दुर्घटना की आशंकाओं के साथ मार्ग से गुजरना पड़ रहा है. वहीं, मुख्य सड़क स्पष्ट दिखाई नहीं देने से मार्ग पर दुर्घटनाएं घट रही हैं. बबूल के पेड़ों की वजह से मार्ग संकरा हो जाने से आए दिन वाहन चालक मवेशियों से टकरा कर घायल हो रहे हैं.

इसमें सबसे ज्यादा खतरनाक स्थिति कलमोदिया गांव से परवन नदी तक है. जानकारी के अनुसार कलमोदिया गांव के मुहाने से लेकर परवन नदी तक अंग्रेजी बबूल की झाड़ियों से मार्ग संकरा हो गया है. जिसके चलते गांव के कई पालतू मवेशी वाहनों से टकराकर घायल हो जाते हैं.

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