भीनमाल(जालोर). वैश्विक महामारी कोरोना ने सबके जनजीवन के साथ-साथ शिक्षा को भी बुरे तरीके से अस्त-व्यस्त कर दिया है. इस मौके पर प्रांत एसएफडी संयोजक अंकित दुआ ने बताया कि इसके कारण सभी स्कूल कॉलेज बंद हैं. साथ ही बच्चे घर पर तो पढ़ाई कर रहे हैं, पर उन्हें उचित मार्गदर्शन नहीं मिल पा रहा है. साथ ही उनका कहना है कि शहर में कच्ची बस्तियों पर ग्रामीण इलाकों के बच्चों की स्थिति तो और भी बुरी है.
उनके पास ना तो स्मार्टफोन है और न उनके घर में टेलीविजन की व्यवस्था है. इस कारण से ऐसे बच्चे अपनी पढ़ाई सही तरीके से नहीं कर पा रहे हैं. ऐसे में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद भीनमाल इकाई ने अनोखी पहल शुरू की है. शुक्रवार को स्थानीय गणेश नाड़ी मार्ग स्थित कच्ची बस्ती में परिषद की पाठशाला का शुभारंभ किया गया.
नगर मंत्री महिपाल सिंह राव ने बताया कि भीनमाल इकाई की ओर से परिषद की पाठशाला प्रकल्प प्रारंभ किया गया है. इसमें परिषद के कार्यकर्ताओं ने ऐसे जरूरतमंद बच्चों को पढ़ाने का बीड़ा उठाया है जो कोरोना संक्रमण के कारण स्कूल नहीं जा सके हैं.
ऐसे में बच्चों की पढ़ाई का नुकसान ना हो इसलिए यह पाठशाला लगाई जा रही है. शुरुआत में सभी बच्चों के हाथ सैनिटाइज करवाकर कार्यकर्ता मान सिंह राजपूत ने उपस्थित सभी बच्चों को मास्क वितरित किए और शारीरिक दूरी का पालन करते हुए पढ़ाई करवाई. पहले दिन सभी बच्चों को शिक्षक के रूप में जिला संयोजक चंदन सिंह सोलंकी छात्रसंघ अध्यक्ष दीपक कुमार देवासी ने देश और राजस्थान के सामान्य ज्ञान सहित गणित की कुछ सामान्य जानकारी के साथ अंग्रेजी में सप्ताह के दिनों, महिनों व फूलों के नामों आदि का अभ्यास करवाया.
पढ़ें: भरतपुर: कामां में खनिज विभाग व पुलिस की बड़ी कार्रवाई, करोड़ों की मशीनरी जब्त
इसके अतिरिक्त अन्य कई जानकारियां भी दी गई. इस दौरान नगर सह मंत्री भाविन कुमार व्यास व पंकज माली ने बच्चों को हिंदी की कविताओं का दोहराया. इस दौरान महेंद्र चौधरी सहित कई कार्यकर्ता उपस्थित थे.