जालोर. जिला मुख्यालय पर स्थित नगर परिषद की भूमि शाखा में 20 जनवरी की सुबह 6 बजे आग लगने की घटना सामने आई थी. पुलिस ने उस आगजनी की घटना का शनिवार को खुलासा करते हुए दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है, जिसमें एक आरोपी नगर परिषद का कर्मचारी भंवरलाल विश्नोई पुत्र मोहनलाल विश्नोई निवासी लेढाकों की ढाणी और दूसरा आरोपी एडवोकेट भंवर लाल मेघवाल है. फिलहाल, पुलिस ने दोनों के खिलाफ विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज कर अनुंसधान शुरू कर दिया है.
एसपी हिम्मत अभिलाष टांक ने बताया कि 20 जनवरी को आग लगने की घटना सामने आई थी, जिसकी जांच में सामने आया कि आग लगने का कारण शॉर्ट सर्किट नहीं है. किसी ने जानबूझ कर आग लगाई थी, जिसके बाद पूरे मामले का खुलासा करने के लिए स्पेशल टीम का गठन कर 12 दिनों में ही अहम सुराग जुटाकर आग के कारणों का पता लगा कर पूरे मामले का खुलासा कर दिया गया.
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सभापति ने एसपी को सौंपा था ज्ञापन
गौरतलब है कि आगजनी के मामले के बाद नवगठित बोर्ड के भाजपा पार्षदों ने सभापति गोविंद टांक के नेतृत्व में एसपी को ज्ञापन सौंपा था. जिसके बाद जोधपुर से मोबाइल फोरेंसिक यूनिट जालोर नगर परिषद पहुंची और आग लगने के कारणों की गहनता से जांच की. जांच में फोरेंसिक यूनिट प्रभारी को घटनास्थल से एक बोतल भी मिली थी, जिसमें ज्वलनशील पदार्थ होने की संभावना को लेकर जांच के लिए बोतल में भरे पदार्थ का सैंपल भी लिया गया था.
इसके अलावा घटना की गंभीरता को देखते हुए इलेक्ट्रिक विशेषज्ञ एफएसएल बीकानेर से बुलाकर मौका स्थल की दोबारा जांच कराई गई. जिसके बाद आग शॉर्ट सर्किट के बजाय पेट्रोल डालकर लगाना सामने आया. जिसके बाद शहर में अलग अलग जगहों के सीसीटीवी फुटेज सहित अन्य जानकारी लेकर दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है.
इस प्रकार दिया था वारदात को अंजाम
दोनों आरोपियों से पूछताछ में सामने आया है कि आरोपी भंवरलाल विश्नोई ने पहले ही भूमि शाखा के कमरे की डुप्लीकेट चाबी बनाकर अपने पास रख ली, जिसके बाद दोनों ने मिलकर 19 जनवरी की रात को डुप्लीकेट चाबी से ताला खोलकर रिकॉर्ड रूम के महत्वपूर्ण दस्तावेजों पर पेट्रोल छिड़ककर आग लगा दी, फिर ताला लगाकर वापस आ गया. ताकि ऐसा लगे कि आग शॉर्ट सर्किट से लगी है, लेकिन पुलिस ने आस-पास के लगे 100 से ज्यादा सीसीटीवी कैमरों के फुटेज की जांच की थी. जिसके बाद दोनों आरोपियों को हिरासत में लेकर पूछताछ की और शनिवार को दोनों को गिरफ्तार करके पूरे मामले का खुलासा कर दिया.
स्पेशल टीम में यह थे पुलिस कर्मी
इस टीम के जिला विशेष टीम (डीएसटी) निरीक्षक जालोर देवेंद्रसिंह, हंसाराम सीरवी अपराध सहायक जालोर, जालोर सीआई बागसिंह, हेड कांस्टेबल बरकत खां, कांस्टेबल किशनलाल, त्रिलोकसिंह, विक्रमसिंह, बबलूराम, नरेशकुमार और रामकिशोर ने कड़ी से कड़ी मिलाकर पूरे मामले का खुलासा कर दिया.