रानीवाड़ा (जालोर). पूरी दुनिया में तेजी से फैल रहे कोरोना वायरस की अभी तक वैक्सीन नहीं बनी है. इसलिए लोग इससे बचने के लिए तरह-तरह के उपाय आजमा रहे हैं. इन उपायों में लोग सबसे ज्यादा आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियों से निर्मित काढ़े का सेवन कर रहे हैं. क्योंकि आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियों से निर्मित काढ़े के सेवन से रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ जाती है. इसको देखते हुए रानीवाड़ा निकटवर्ती आजोदर गांव में भामाशाह वस्तुपाल दलीचंद जैन के सौजन्य से शिव साईं सेवा समिति ने लोगों को आयुर्वेदिक काढ़ा पिलाने की मुहिम शुरू की है. इसका शुभारंभ समिति के सरक्षंक मफत सिंह परमार, समाजसेवी रुप सिंह झाला और प्रकाश सेन की उपस्थिति में ग्रामिणों को काढ़ा पिलाकर किया गया .
इस अवसर पर शिव साईं सेवा समिति के अध्यक्ष मुकेश कुमार खण्डेलवाल ने कहा कि समिति के कार्यकर्ता भामाशाहों के सहयोग से विभिन्न गांवों में घर-घर जाकर सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों का पालन करते हुए लोगों को काढ़ा पिला रहे हैं. कार्यकर्ताओं की पूरी कोशिश रहती है कि गांव में कोई भी व्यक्ति इससे वंचित न रहे. खण्डेलवाल ने बताया कि कोरोना वायरस की माहमारी मे आयुश डॉक्टर की सलाह अनुसार विभिन्न जड़ी-बूटियों से निर्मित काढ़ा तैयार किया जाता है, जो इस विशेष समय में मानव जीवन के लिए कारगर साबित हो रहा है.
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समिति के संरक्षक मफत सिंह परमार ने कहा कि कोरोना के चलते लॉकडाउन के समय से ही निरंतर मानव सेवा के कार्य किए जा रहे हैं, जो काफी सराहनीय है. साथ ही परमार और झाला सहित ग्रामीणों ने आयुर्वेदिक काढ़ा वितरण के लिए भामाशाह वस्तुपाल दलीचंद जैन का आभार व्यक्त करते हुए धन्यवाद ज्ञापित किया. समिति के कार्यकर्ता प्रकाश सेन, देवान्स खण्डेलवाल, हरीश दर्जी, सतीश सोलंकी, महीपाल सोलंकी, बसंत सेन, नरेश परमार, रविंद्र भाटी, करणपुरी गौस्वामी, सूजल जोशी, राजू टेलर, जीगर सेन और रणछोड़पुरी गौस्वामी सहित कई कार्यकर्ताओं ने सावधानियों के साथ अपने कर्तव्य का पालन करते हुए गांव में प्रत्येक परिवार तक काढ़ा पहुंचाने का काम कर रहे हैं.