भीनमाल (जालोर). वन एवं पर्यावरण मंत्री सुखराम विश्नोई के गृह जिले में एक पैंथर ने सात-आठ दिनों से दहशत मचाई हुई है, लेकिन वन विभाग के पास पर्याप्त मात्रा में संसाधन नहीं होने के चलते वह पैंथर को पकड़ने में नाकाम साबित हो रहे हैं. जिसके चलते ग्रामीणों को कई दिनों से घर में छिप कर दहशत भरे माहौल में रहना पड़ रहा है.
अब भीनमाल विधानसभा में पैथर
डीएफओ मंगलसिंह राठौड़ ने बताया कि पैंथर के कूकावास से सेवड़ी और वाड़ाभाड़वी के बीच नदी में पगमार्क मिले हैं. जिस पर रेस्क्यू टीम सेवड़ी नदी क्षेत्र में पैंथर का रेस्क्यू करने में जुटी हुई थी. गौरतलब है कि 7 दिन से सांचौर के नेहड़ क्षेत्र में दहशत फैलाने के बाद निंबाऊ गांव में पैंथर पहुंचा था. निंबाऊ में एक खेत में टीम ने पैंंथर का रेस्क्यू करने की कोशिश की, लेकिन पैंथर वहां से निकल गया. इस दौरान पैंथर ने हमला कर दो-तीन लोगों को घायल भी किया था.
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सप्ताहभर से जिले में दहशत का कारण बना हुआ है पैंथर
जालोर जिले में पैथर को लेकर कई मूवमेंट हो रहे हैं. जिसके चलते कूकावास गांव में एक खेत में फसल के बीच पैंथर के पगमार्क देखे गए. पैंथर के पगमार्क मिलने पर ग्रामीणों ने वन विभाग और रेस्क्यू टीम को सूचना दी. सूचना पर वन विभाग और रेस्क्यू टीम कूकावास पहुंची.
ग्रामीण श्रवण कुमार ने बताया कि सुबह वह खेत में टहल रहा था. इस दौरान खेत में पैंथर के पगमार्क दिखे. पगमार्क देखने के बाद वन विभाग की टीम को सूचना दी. टीम ने पगमार्क के आधार पर पैंथर की खोजबीन शुरू की, लेकिन अधिक बारिश व खेतों में फसल खड़ी होने से पैंथर का पता नहीं चल पाया. पैंथर के कूकावास पहुंचने के बाद आस-पास के गांवों में दहशत का माहौल है.