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कोरोना से जंग: ग्रामीणों ने गांव की सीमा सील कर बनाई चौकी, खुद बने पहरेदार

रानीवाड़ा तहसील के फतापुरा गांव के ग्रामीणों से सीखने की जरूरत है. गांव में बाहरी लोग न आएं, इसके लिए ग्रामीण खुद ही बेरिकेडिंग लगाकर आने-जाने वाले लोगों की दिन-रात चेकिंग कर रहे हैं और गांव के ही 10 लोगों की टीम बारी-बारी से एंट्री गेट पर दिन-रात पहरा दे रही है.

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ग्रामीणों ने सील की गांव की सीमाएं
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Published : May 9, 2020, 7:17 PM IST

रानीवाड़ा (जालोर). कोरोना वायरस की रोकथाम के लिए पूरे देश और प्रदेश में 17 मई तक लॉकडाउन किया गया है. इस दौरान लोगों को सिर्फ जरूरी चीजों के लिए ही बाहर जाने दिया जा रहा है. लेकिन कुछ लोग ऐसे हैं. जो बिना किसी काम के बाहर निकल रहे हैं और लॉकडाउन को तोड़ रहे हैं. ऐसे लोगों को रानीवाड़ा तहसील के मालवाड़ा ग्राम के फतापुरा गांव के ग्रामीणों से सीखने की जरूरत है.

ग्रामीणों ने सील की गांव की सीमाएं

दरअसल, गांव में बाहरी लोग न आए, इसके लिए ग्रामीण खुद ही बेरिकेडिंग लगाकर आने-जाने वाले लोगों की दिन-रात चेकिंग कर रहे हैं. गांव के ही दस व्यक्तियों की टीम बारी-बारी से एंट्री गेट पर रात-दिन पहरा दे रही है. ग्रामीणों को डर है कि कोई भी बाहरी व्यक्ति आया, तो परेशानी बढ़ जाएगी. शुक्रवार की रात को ईटीवी भारत की टीम फतापुरा गांव पहुंची. जहां ग्रामीण लाठी डंडा लेकर गांव में पहरेदारी करते हुए टीम नजर आई.

यह भी पढ़ें- प्रशासन से नहीं मिली मदद तो साइकिल से ही निकल पड़े मंजिल के लिए

ग्रामीणों ने गांव के एंट्री प्वाइंट पर लकड़ियों से बेरिकेडिंग की है. बेरिकेडिंग के ऊपर एक बैनर भी लगाया है. जिसमें लिखा है कि 'गांव में बाहरी व्यक्ति का आना मना है'. कभी अगर कोई बाहरी व्यक्ति आने की कोशिश करता भी है, तो उससे पूरी पूछताछ की जाती है. एक रजिस्टर में उसका पता, मोबाइल नंबर और उसके आने का समय नोट होता है. जिसको हर दिन नजदीकी पुलिस चौकी में दे दिया जाता है.

जब इस बारे में ग्रामीणों से बात की गई, तो लोगों ने बताया कि वे किसी भी कीमत पर अपने गांव और बाहरी लोगों को अंदर नहीं आने देंगे. ग्रामीणों ने कहा कि कोरोना वायरस की वजह से सुरक्षा को देखते हुए बेरिकेडिंग लगाई है और आने-जाने वालों लोगों से पूछताछ की जा रही है. यह इसलिए किया जा रहा है ताकि गांव में कोई बाहरी व्यक्ति ना प्रवेश करे.

फतापुरा गांव के वार्ड पंच पारस माली ने बताया कि फतापुरा गांव के ग्रामीणों ने बाहर से आने वाले हर किसी भी व्यक्ति का हमेशा गांव में सम्मान दिया है. लेकिन कोरोना वायरस को लेकर अभी किसी बाहरी लोगों को गांव में प्रवेश करना पूर्ण रूप से प्रतिबंध है.

यह भी पढ़ें- सिरोही दर्दनाक हादसा, 6 शवों का पोस्टमार्टम कर शव परिजनों को सौंपा, गांव में नहीं जला चूल्हा

व्यापारी रविंद्र माली ने बताया कि गांव की ओर आने वाले बाहर के व्यक्तियों की सूचना तुरंत प्रशासन को दी जाएगी, ताकि प्रशासन उन्हें अपने संरक्षण में लेकर उनका स्वास्थ्य जांच कराकर क्वॉरेंटाइन कर सके. वहीं अशोक पुरोहित ने बताया कि ग्रामीण द्वारा बनाई गई चौकी पर मालवाड़ा पुलिस चौकी के इंचार्ज किशनाराम राम बिश्नोई और चौकी के पूरे स्टाफ का भी सहयोग मिल रहा हैं.

रानीवाड़ा (जालोर). कोरोना वायरस की रोकथाम के लिए पूरे देश और प्रदेश में 17 मई तक लॉकडाउन किया गया है. इस दौरान लोगों को सिर्फ जरूरी चीजों के लिए ही बाहर जाने दिया जा रहा है. लेकिन कुछ लोग ऐसे हैं. जो बिना किसी काम के बाहर निकल रहे हैं और लॉकडाउन को तोड़ रहे हैं. ऐसे लोगों को रानीवाड़ा तहसील के मालवाड़ा ग्राम के फतापुरा गांव के ग्रामीणों से सीखने की जरूरत है.

ग्रामीणों ने सील की गांव की सीमाएं

दरअसल, गांव में बाहरी लोग न आए, इसके लिए ग्रामीण खुद ही बेरिकेडिंग लगाकर आने-जाने वाले लोगों की दिन-रात चेकिंग कर रहे हैं. गांव के ही दस व्यक्तियों की टीम बारी-बारी से एंट्री गेट पर रात-दिन पहरा दे रही है. ग्रामीणों को डर है कि कोई भी बाहरी व्यक्ति आया, तो परेशानी बढ़ जाएगी. शुक्रवार की रात को ईटीवी भारत की टीम फतापुरा गांव पहुंची. जहां ग्रामीण लाठी डंडा लेकर गांव में पहरेदारी करते हुए टीम नजर आई.

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ग्रामीणों ने गांव के एंट्री प्वाइंट पर लकड़ियों से बेरिकेडिंग की है. बेरिकेडिंग के ऊपर एक बैनर भी लगाया है. जिसमें लिखा है कि 'गांव में बाहरी व्यक्ति का आना मना है'. कभी अगर कोई बाहरी व्यक्ति आने की कोशिश करता भी है, तो उससे पूरी पूछताछ की जाती है. एक रजिस्टर में उसका पता, मोबाइल नंबर और उसके आने का समय नोट होता है. जिसको हर दिन नजदीकी पुलिस चौकी में दे दिया जाता है.

जब इस बारे में ग्रामीणों से बात की गई, तो लोगों ने बताया कि वे किसी भी कीमत पर अपने गांव और बाहरी लोगों को अंदर नहीं आने देंगे. ग्रामीणों ने कहा कि कोरोना वायरस की वजह से सुरक्षा को देखते हुए बेरिकेडिंग लगाई है और आने-जाने वालों लोगों से पूछताछ की जा रही है. यह इसलिए किया जा रहा है ताकि गांव में कोई बाहरी व्यक्ति ना प्रवेश करे.

फतापुरा गांव के वार्ड पंच पारस माली ने बताया कि फतापुरा गांव के ग्रामीणों ने बाहर से आने वाले हर किसी भी व्यक्ति का हमेशा गांव में सम्मान दिया है. लेकिन कोरोना वायरस को लेकर अभी किसी बाहरी लोगों को गांव में प्रवेश करना पूर्ण रूप से प्रतिबंध है.

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व्यापारी रविंद्र माली ने बताया कि गांव की ओर आने वाले बाहर के व्यक्तियों की सूचना तुरंत प्रशासन को दी जाएगी, ताकि प्रशासन उन्हें अपने संरक्षण में लेकर उनका स्वास्थ्य जांच कराकर क्वॉरेंटाइन कर सके. वहीं अशोक पुरोहित ने बताया कि ग्रामीण द्वारा बनाई गई चौकी पर मालवाड़ा पुलिस चौकी के इंचार्ज किशनाराम राम बिश्नोई और चौकी के पूरे स्टाफ का भी सहयोग मिल रहा हैं.

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