जालोर. दूसरे राज्यों से आ रहे प्रवासियों को सरकार होम क्वॉरेंटाइन कर रही है. वहीं जो होम क्वारेंटाइन के नियमों का उलंघन करते है तो उनको संस्थागत सरकारी सेंटर में रखा जाता है. जिसमें सभी प्रकार की सुविधा सरकार की तरफ से होती है लेकिन ओटवाला गांव में क्वॉरेंटाइन सेंटर में रह रहे प्रवासियों का आरोप है कि खाने-पीने की उचित व्यवस्था नहीं है. जिससे प्रवासियों को परेशान होना पड़ रहा है.
जिले में लॉकडाउन के दौरान बाहर से प्रवासियों को गृह जिले में आने की राज्य सरकार ने छूट दे रखी है. जिसके कारण हजारों की तादाद में प्रवासी अन्य राज्यों से जिले में आ रहे है. इनको घरों में होम क्वॉरेंटाइन किया जा रहा है. साथ में इन प्रवासियों पर नजर भी रखी जा रही है. वहीं क्वॉरेंटाइन नियमों की अवहेलना करने पर उनको होम आइसोलेट से ले जाकर सरकारी क्वॉरेंटाइन सेंटर में रखा जा रहा है. वहीं ओटवाला ग्राम पंचायत मे होम आइसोलेट के नियमों का उलंघन करने वालों को शनिवार सुबह 9 बजे घरों से ले जाकर स्कूल में क्वारेंटाइन किया गया. क्वॉरेंटाइन किए गए लोगों का आरोप है कि उनके लिए यहां कोई खाने-पीने की व्यवस्था नहीं की गई. दिन में सिर्फ एक बार इन्हें 9 बजे रात को खाना दिया गया.
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ऐसे में सुविधाओं के अभाव में प्रवासी क्वॉरेंटाइन सेंटर में दिनभर भूखे परेशान होते रहे. वहीं प्रवासियों का आरोप है कि उनके लिए पीने की पानी की व्यवस्था नहीं की. सरकारी सुविधा होने के बावजूद नहीं करवाई व्यवस्था संस्थागत क्वारेंटाइन सेंटर में राज्य सरकार ने खाने-पीने के पानी सहित सभी प्रकार की व्यवस्था करती है लेकिन ओटवाला के सरकारी स्कूल में बनाये गए क्वारेंटाइन सेंटर में खाने व पीने के पानी की व्यवस्था नहीं है. जिसके कारण प्रवासियों को परेशान होना पड़ता है.