ETV Bharat / state

जालोरः किसान को गिरफ्तार करना थानाधिकारी को पड़ा महंगा, SP ने थानेदार को चितलवाना से हटाया - News of Jalor

जालोर के चितलवाना उपखण्ड में सड़क निर्माण कार्य करने वाली कम्पनी के शिकायत पर थानाधिकारी जसवंत सिंह ने एक किसान को शांति भंग के आरोप में गिरफ्तार कर लिया. जिसका ग्रामीणों ने विरोध किया. जिसके बाद एसपी हिम्मत अभिलाष टांक ने थानाधिकारी को चितलवाना हटा दिया.

Chitwala subdivision of Jalore,जलोर के चितलवाना उपखण्ड
author img

By

Published : Sep 29, 2019, 10:19 PM IST

जालोर. जिले के चितलवाना क्षेत्र के अगड़ावा गांव में शुक्रवार की रात को दस बजे घर में सो रहे किसान को चितलवाना पुलिस ने शांति भंग करने के आरोप में गिरफ्तार किया था. इस मामले में शनिवार को ग्रामीण ने एकत्रित होकर किसान के घर के आगे धरना प्रदर्शन कर पुलिस की कार्रवाई का विरोध जताया था.

एसपी थानेदार को चितलवाना से हटाया

इस दौरान नायब तहसीलदार बाबूलाल मौके पर आए और किसानों से समझाइस करने का प्रयास किया था, लेकिन आक्रोशित किसानों ने चितलवाना थानाधिकारी और पुलिस के उच्च अधिकारियों को बुलाने की मांग की थी. जिस पर नायब तहसीलदार ने थानाधिकारी को अवगत करवाया और बुलाने का प्रयास किया, लेकिन थानाधिकारी जसवंतसिंह टालमटोल करते रहे. जिसके बाद आक्रोशित किसानों ने धरना जारी रखा था.

पढ़ें-SC से इजाजत मिलने के बाद JK पहुंचे येचुरी, अपने बीमार सहयोगी तारिगामी से की मुलाकात

ऐसे में एसपी हिम्मत अभिलाष टांक ने आदेश जारी कर जसवंतसिंह को चितलवाना थानाधिकारी से हटाकर जालोर थाने में जॉइन करने के आदेश जारी कर दिए. वहीं कार्रवाई होने के बावजूद भी किसानों का धरना जारी रख पुलिस के आलाधिकारियों को मौके पर बुलाने की मांग कर रहे है.

जानकारी के अनुसार चितलवाना थाना क्षेत्र में नेशनल हाइवे 925ऐ का निर्माण कार्य जारी है. जिसमें किसानों को जमीन का मुआवजा दिए बिना ठेकेदार ने निर्माण कार्य शुरू काट दिया. जितनी जमीन अवांटित की गई थी. उससे ज्यादा जमीन अपने कब्जे में ले ली.

जिसके बाद किसानों ने विरोध किया तो ठेकेदार से मिलीभगत कर चितलवाना पुलिस ने किसानों को डराने के लिए किसान मसराराम देवासी को जबरन घर से उठाकर ले गई और धारा 151 शांतिभंग में जेल में डाल दिया. जिसके बाद साथी किसानों को जानकारी लगी तो मामले ने तूल पकड़ लिया. जिसके बाद एसपी को कार्रवाई करनी पड़ी.

जालोर. जिले के चितलवाना क्षेत्र के अगड़ावा गांव में शुक्रवार की रात को दस बजे घर में सो रहे किसान को चितलवाना पुलिस ने शांति भंग करने के आरोप में गिरफ्तार किया था. इस मामले में शनिवार को ग्रामीण ने एकत्रित होकर किसान के घर के आगे धरना प्रदर्शन कर पुलिस की कार्रवाई का विरोध जताया था.

एसपी थानेदार को चितलवाना से हटाया

इस दौरान नायब तहसीलदार बाबूलाल मौके पर आए और किसानों से समझाइस करने का प्रयास किया था, लेकिन आक्रोशित किसानों ने चितलवाना थानाधिकारी और पुलिस के उच्च अधिकारियों को बुलाने की मांग की थी. जिस पर नायब तहसीलदार ने थानाधिकारी को अवगत करवाया और बुलाने का प्रयास किया, लेकिन थानाधिकारी जसवंतसिंह टालमटोल करते रहे. जिसके बाद आक्रोशित किसानों ने धरना जारी रखा था.

पढ़ें-SC से इजाजत मिलने के बाद JK पहुंचे येचुरी, अपने बीमार सहयोगी तारिगामी से की मुलाकात

ऐसे में एसपी हिम्मत अभिलाष टांक ने आदेश जारी कर जसवंतसिंह को चितलवाना थानाधिकारी से हटाकर जालोर थाने में जॉइन करने के आदेश जारी कर दिए. वहीं कार्रवाई होने के बावजूद भी किसानों का धरना जारी रख पुलिस के आलाधिकारियों को मौके पर बुलाने की मांग कर रहे है.

जानकारी के अनुसार चितलवाना थाना क्षेत्र में नेशनल हाइवे 925ऐ का निर्माण कार्य जारी है. जिसमें किसानों को जमीन का मुआवजा दिए बिना ठेकेदार ने निर्माण कार्य शुरू काट दिया. जितनी जमीन अवांटित की गई थी. उससे ज्यादा जमीन अपने कब्जे में ले ली.

जिसके बाद किसानों ने विरोध किया तो ठेकेदार से मिलीभगत कर चितलवाना पुलिस ने किसानों को डराने के लिए किसान मसराराम देवासी को जबरन घर से उठाकर ले गई और धारा 151 शांतिभंग में जेल में डाल दिया. जिसके बाद साथी किसानों को जानकारी लगी तो मामले ने तूल पकड़ लिया. जिसके बाद एसपी को कार्रवाई करनी पड़ी.

Intro:जिले के चितलवाना उपखण्ड के अगड़ावा गांव से घर में सो रहे किसान को सड़क निर्माण कार्य करने वाली कम्पनी के शिकायत पर घर से उठाकर रात को 10 बजे शांति भंग के आरोप में गिरफ्तार करने थानाधिकारी जसवंतसिंह को महंगा पड़ गया। एसपी हिम्मत अभिलाष टांक ने चितलवाना से हटा दिया।


Body:घर में सोते किसान को शांतिभंग करने के आरोप में गिरफ्तार करने थानाधिकारी को पड़ा महंगा, एसपी ने हटाया
जालोर
जिले के चितलवाना क्षेत्र के अगड़ावा गांव में शुक्रवार की रात को दस बजे घर में सो रहे किसान को चितलवाना पुलिस ने शांति भंग करने के आरोप में गिरफ्तार किया था। इस मामले के बाद शनिवार को ग्रामीण एकत्रित हुए और किसान के घर के आगे धरना प्रदर्शन कर पुलिस की कार्यवाही का विरोध जताया था। इस दौरान नायब तहसीलदार बाबूलाल मौके पर आए और किसानों से समझाइस करने का प्रयास किया था, लेकिन आक्रोशित किसानों ने 151 की कार्यवाही करने वाले चितलवाना थानाधिकारी व पुलिस के उच्च अधिकारियों को बुलाने की मांग की थी। जिस पर नायब तहसीलदार ने थानाधिकारी को अवगत करवाया और बुलाने का प्रयास किया, लेकिन थानाधिकारी जसवंतसिंह टालमटोल करते रहे। जिसके बाद आक्रोशित किसानों ने धरना जारी रखा था। ऐसे में आज एसपी हिम्मत अभिलाष टांक ने आदेश जारी कर जसवंतसिंह को चितलवाना थानाधिकारी से हटाकर जालोर थाने में जॉइन करने के आदेश जारी कर दिए। वहीं कार्यवाही होने के बावजूद किसानों मौके पर धरना जारी रखा और पुलिस के आलाधिकारियों को मौके पर बुलाने की मांग पर अड़े रहे।
यह था मामला
जानकारी के अनुसार चितलवाना थाना क्षेत्र में नेशनल हाइवे 925ऐ का निर्माण कार्य जारी है। जिसमें किसानों को जमीन का मुआवजा दिए बिना ठेकेदार ने निर्माण कार्य शुरू काट दिया। वहीं जमीन अवाप्त की गई थीके उससे ज्यादा जमीन अपने कब्जे में ले ली। जिसके बाद किसानों ने विरोध किया तो ठेकेदार से मिलीभगत कर चितलवाना पुलिस ने किसानों को डराने के लिए मसराराम देवासी नाम के किसान को जबरन अपने घर से उठाकर ले गई और धारा 151 शांतिभंग में जेल में डाल दिया। जिसके बाद साथी किसानों को जानकारी लगी तो मामले ने तूल पकड़ लिया। जिसके बाद एसपी को कार्यवाही करनी पड़ी।


Conclusion:
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.