जालोर. नार्थ वेस्टर्न एम्प्लायज युनियन जोधपुर मंडल की समदड़ी शाखा के तत्वावधान में शुक्रवार को जालोर रेलवे स्टेशन पर रेलवे के कार्मिकों ने रेलवे के निजीकरण का विरोध जताते हुए नारेबाजी की. साथ ही रेलवे का निजीकरण न करने की मांग को लेकर राष्ट्रपति के नाम स्टेशन मास्टर को ज्ञापन दिया.
ज्ञापन में बताया कि सरकार ने शुक्रवार से दिल्ली से लखनऊ और अहमदाबाद से मुम्बई तक के लिए तेजस नाम की दो ट्रेन शुरू की है, जो पूरी तरह निजी हाथों में है. इन ट्रेनों का संचालन निजी कंपनियां कर रही है. ऐसे में सरकार धीरे -धीरे पूरे रेलवे का निजीकरण कर देगी, तो रेलवे में काम करने वाले लाखों कार्मिकों के साथ सीधा धोखा होगा.
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वहीं उन्होंने आरोप लगाया कि देश में भयंकर मंदी की मार चल रही है, लाखों लोगों का रोजगार छीन गया है. अब सरकार रेलवे का भी निजीकरण करेगी तो रेलवे में काम करने वाले हजारों लोगों के साथ एक तरह से छलावा होगा.
अमिस पटेल ने बताया की देश के अंदर बेरोजगारी चरम पर है एक तरफ लोगों को रोजगार नहीं मिल रहा है, वहीं दूसरी तरफ सरकार लोगों को नौकरियां देने के बजाय देश के सबसे बड़े नेटवर्क रेलवे जिसमें लाखों लोगों को रोजगार मिल रहा है, लेकिन सरकार खुद इतने बड़े रोजगार उत्पन करने वाली संस्था को निजी हाथों में देगी. जिससे बेरोजगारी बढ़ेगी.